रमजान के महीना में रोजेदारों को भा रहा तरबूज-खरबूज और आमी व खीरा

Khoji NCR
2021-05-04 10:26:30

सोहना में गर्मी के चलते तरबूज ने मचाई धूम-बच्चों और महिलाओं की विशेष पसंद बना तरबूज सोहना,(उमेश गुप्ता): रमजान के महीने में यहां गढग़ंगा से आ रहे तरबूज ने धूम मचा दी है। इस बार रोजेदार गढग़ंगा से आ

ए तरबूज से अपनी इफ्तारी कर रहे है। देखने में आ रहा है कि रोजेदारों की पहली पसंद गढग़ंगा से यहां आ रहा तरबूज बन गया है। जिससे यहां तरबूज की मांग एकदम दस से 12 गुणा ज्यादा बढ़ गई है। रोजेदारों की माने तो तरबूज से शरीर में पानी की आपूर्ति होती है और तरबूज बहुत ही हल्का आहार है। इससे किडनी को फायदा मिलता है और विटामिन भी ज्यादा बढ़ता है। पूरा दिन भूखा-प्यासा रहने से शरीर में पानी की कमी आ जाती है। जिसकी पूर्ति तरबूज के अलावा और कोई फल अधिक मात्रा में नही कर सकता है। वैसे भी इस बार लॉकडाउन के चलते सब्जी की थोक मंडी में तरबूज मात्र 8 से 10 रुपए प्रति किलो में बिक रहा है तो खुदरा मंडी में खरबूज 20 रुपए किलो, आमी 40 रुपए किलो तो खीरा 8 से 10 रुपए प्रति किलो बिक रहा है और रोजेदारों में इन चारों ही चीजों की खरीददारी को लेकर उत्साह बना हुआ है। डाक्टर मुकेश रामपाल की माने तो इन दिनों में सही मात्रा में तरबूज खाने से पानी की सारी कमी पूरी हो जाती है। तरबूज से किडनी को फायदा मिलता है। देखने में आ रहा है कि अरावली पर्वत की श्रंखलाओं के बीच बसे सोहना में भीषण गर्मी के चलते लोगों का जीवन जीना मुश्किल हो गया है। आम जनमानस गर्मी से बचाव के लिए तरह-तरह के यत्न कर रहा है। ऐसे में यहां पर तरबूज बेचने वालों की मौज बन आई है। गर्मी से बचाव और दिल-दिमाग को ठंडा बनाए रखने के लिए लोग जमकर तरबजू की खरीद कर रहे है। तरबूज विके्रताओं के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा के चलते यहां पर तरबूज के दाम इस कदर नीचे आ गिरे है कि बेमौसम के दौर में 150 से 180 रुपए प्रति किलो तक बिकने वाला तरबूज फिलहाल तेज गर्मी के बावजूद यहां पर अब 8 से 10 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। इतना ही नही तरबूज बेचने वाले लोग, हाथ रिक्शा तो कोई बुग्गी, रेहड़ी में तरबूज भर-भरकर सुबह-सवेरे ही यहां गली-गली, मोहल्ले, बाजारों और वार्डों में आवाज लगा-लगाकर बेच रहे है। तरबूज के शौकीन हेमंत आर्य, अग्रवाल युवा नेता लोकेश अग्रवाल, राहुल सिंगला, कमल गुप्ता, सैंकी सिंगला, मुकेश राजपाल, नंबरदार तेजपाल सैनी, जयप्रकाश गुप्ता सर्राफ, मोहित जांगडा, कर्मपाल बोकन, निक्की जांगडा, मोहित सैनी बैसी आदि लोगों का कहना है कि तरबजू का उपयोग गर्मी में अत्यंत लाभकारी है। शरीर में पानी की कमी को दूर करता है। दिलों-दिमाग को पूरी तरह ठंडा रखता है। इसे खाने में भी अलग ही मजा आता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत ही अच्छा माना जाता है। यही कारण है कि यहां बाजार के साथ-साथ गली, मोहल्लों में बिकने आ रहे तरबूजों को लोग हाथोंहाथ खरीद रहे है। वही तरबूज विक्रेता उमेश जुनेजा कोकी, धीरज वर्मानी, दीवान सिंह सैनी, सरदार मान सिंह, दर्शन कुमार, मोहन सिंह सैनी, संजय सैनी, सत्ते सैनी आदि का कहना है कि सोहना में वह जितना भी तरबूज ला रहे है, उनका तरबूज 8 से 10 रुपए प्रति किलो तक हाथोंहाथ बिक रहा है। सोहना में तरबूज की भारी मांग के चलते लाया गया तरबूज 2 से 3 घंटे के बीच में ही बेचकर वह तुरंत ही अपने घरों को वापिस लौट भी जाते है। बता दें कि वैसे तो तरबूज को सभी लोग चाव से खाते है लेकिन यहां पर बच्चों और महिलाओं में तरबूज के प्रति खासा आकर्षण देखने को मिल रहा है। रोजेदार तैयब हुसैन घासेडिया ने बताया कि फिलहाल तरबूज के दाम गरीब व अमीर सबकी पहुंच में बने हुए है। रोजेदारों का पूरा परिवार इफ्तारी में तरबूज की शीतलता व स्वाद का आनंद ले रहा है। वरदान हास्पिटल व ट्रामा सेंटर के संचालक डाक्टर प्रवीण यादव ने बताया कि तरबूज गर्मी का उत्तम फल है लेकिन बाजारों में रेहड़ी पर काटकर बेचे जा रहे तरबूज खरीदने से बचना चाहिए। घर पर भी तरबूज को काटने से पहले इसे काफी देर तक बाल्टी में पानी भरकर उसमें या फ्रिज में रखने के बाद ही खाना चाहिए। तरबूज खाने के तुरंत बाद पानी भी नही पीना चाहिए। लाल व मीठा तरबूज रक्त के लिए फायदेमंद रहता है लेकिन शुगर के मरीजों को तरबूज खाने से बचना चाहिए।

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