मानव एकता दिवस - बाबा गुरबचन सिंह जी की स्मृति में, दिलों को जोड़ने का नाम है मानव एकता : सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज।

Khoji NCR
2021-04-25 09:02:54

खोजी/सुभाष कोहली। कालका। दिलों को जोड़ने का नाम है मानव एकता और यह सम्भव होता है परमात्मा के बोध से। परमात्मा की जानकारी होते ही पता चल जाता है कि हम सब एक हैं। ये उद्गार निरंकारी सत्गुरु माता

सुदीक्षा जी महाराज ने वर्चुअल रूप में आयोजित मानव एकता दिवस पर सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। संत निरंकारी मिशन के बाबा गुरबचन सिंह जी को 24 अप्रैल, 1980 के दिन संसार में मानव एकता, अमन, चैन का वातावरण स्थापित करते हुए सत्य की बलिवेदी पर अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी थी। उनके तप-त्याग से परिपूर्ण जीवन एवं शिक्षाओं से प्रेरणा लेने के लिए संत निरंकारी मिशन की ओर से यह दिन मानव एकता दिवस के रूप में पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस वर्ष वर्चुअल रूप में आयोजित मानव एकता समागम का लाभ पूरे विश्व में फैले लाखों निरंकारी भक्तों ने मिशन की वेबसाईट के माध्यम से प्राप्त किया। सत्गुरु माता सुदीक्षा जी ने आगे कहा कि आत्मा और परमात्मा का जब मिलन हो जाता है तो मानव-मानव के बीच में जाति-पाति, ऊँच-नीच जैसा कोई फर्क नजर नही आता बल्कि हर किसी की सेवा एवं मदद करने का भाव पैदा होता है। इसका व्यवहारिक रूप पिछले एक वर्ष से दिख रहा है कि कोरोना महामारी के संकट के दौरान मिशन के श्रद्धालु भक्तों ने विभिन्न रूपों में लगातार मानवता की सेवा में अपना योगदान दिया है। बाबा गुरबचन सिंह जी ने एक ओर जहाँ सत्य के बोध द्वारा मानव जीवन को सभी प्रकार के भ्रमों से मुक्त करने का प्रयत्न किया, वहीं दूसरी ओर नशाबंदी एवं सादा शादियाँ जैसे समाज सुधारों की नींव रखी। उन्होने मिशन के सन्देश को केवल भारतवर्ष में ही नहीं अपितु विदेशों में भी पहुँचाया। जिसके परिणामस्वरूप आज विश्वभर के 60 से भी अधिक देशों में मिशन की सैंकड़ों ब्रांच स्थापित हो चुकी है जो सत्य, प्रेम एवं मानवता का संदेश जन-जन तक पहुँचा रही है। बाबा गुरबचन सिंह जी ने युवाओं की ऊर्जा को नया आयाम देने के लिए उन्हें सदैव ही खेलों के लिए प्रेरित किया ताकि उनकी ऊर्जा को उपयुक्त दिशा देकर, देश एवं समाज का सुंदर निर्माण किया जा सके। मानवता की निष्काम सेवाओं का एक और उदाहरण यह है कि दो-तीन दिन पहले ही मिशन की ओर से बुराड़ी रोड दिल्ली पर स्थित ग्राउंड नं.8 पर बने संत निरंकारी सत्संग भवन में दिल्ली सरकार के सहयोग से बना 1000 से भी अधिक बेड का कोविड ट्रीटमेंट सेंटर पूरे इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ मानवता की सेवा के लिए समर्पित किया जा रहा है। सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने इस कॉविड ट्रीटमेंट सेंटर का अवलोकन किया और इस अवसर पर निरंकार प्रभु से यही प्रार्थना की कि जो भी इस सेंटर में उपचार ले, उसे स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो। साथ ही साथ दुनिया पर छाए हुए करोना से मुक्ति के लिए अरदास की।

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