सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर कोरोना संक्रमण मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। शहर में चुंगी एक में स्थित एलडिको सोसायटी में लगाए गए कोरोना जांच शिविर में 3 लोग कोरोना संक्रमित मिले है। अब तक दर्जन स
े ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित जांच में सामने आए है। ऐसे में लोगों का दोबारा से कोविड से बचाव के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काढ़ा के प्रति रूझान बढ़ गया है। लोगों ने घरों में काढ़ा बनाकर पीना शुरू कर दिया है। काढ़ा में दालचीनी, गिलोय, तुलसी, काली मिर्च, लौंग, मुलेठी आदि का इस्तेमाल किया जा रहा है तो संतरे और नींबू में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी होने के कारण बाजार में नींबू व संतरे की मांग भी ज्यादा बढऩे से इनके दामों में एकदम उछाल आ गया है। नींबू 40 रुपए पाव और किलो में 150 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है तो 25 रुपए किलो बिकने वाली मौसमी 50 से 60 रुपए किलो बिक रही है। 70 रुपए किलो बिकने वाला संतरा 100 रुपए किलो पहुंच गया है। ऐसे में लोग किन्नू का भी प्रयोग कर रहे है क्योकि किन्नू फिलहाल 25 से 30 रुपए किलो मिल रहा है। फल विक्रेताओं का कहना है कि फलों के दाम नवरात्रों में बढ़ते है। अभी नवरात्रे शुरू नही हुए है लेकिन कोविड से बचाव के लिए नींबू, मौसमी व संतरे और किन्नू की मांग ज्यादा बढऩे से इनके दामों में तेजी से उछाल आ गया है। फल विक्रेताओं की माने तो कोरोना संक्रमण बढऩे से नागपुर में लॉकडाउन लगा हुआ है। जिससे संतरे की आवक कम हो गई है। जो संतरा स्टोर में पड़ा है, वह महंगाई की मार झेल रहा है और कोरोना की वजह से फिलहाल इनके दामों में कमी के आसार अभी नजर नही आ रहे है। यदि अगले एक-डेढ़ महीने में कोरोना इसी गति से बढ़ता रहा तो फलों के दाम में राहत मिलना तो दूर फलों की कीमतें दालों की तरह एकदम आसमान छूते नजर आएगी। डाक्टर चित्रा की माने तो लगातार 3 दिनों तक संतरे खाने, मौसमी का जूस पीने तथा नींबू पानी, नींबू शिकंजी पीने पर कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम हो जाता है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
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