सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना शहरी क्षेत्र में एनबीजीएसएम डिग्री कॉलेज के समीप चल रहे रेलवे पुल निर्माण के पास तेज रफ्तार में बेलगाम दौड़ी आ रही रोडवेज बस ने एक मोटरसाइकिल को अपनी चपेट में ले लिय
। हादसे में मोटरसाइकिल सवार एक युवक की मौत हो गई है तो दूसरा गंभीर रूप से घायल है। हादसे के बाद रोडवेज बस चालक बस समेत निकल भागने में कामयाब हो गया है। मृतक की पहचान 21 वर्षीय उमेश पुत्र बिजेन्द्र मूल निवासी वार्ड-उन्नीस, नजदीक श्री रविदास मंदिर, शहर सोहना के रूप में हुई है जबकि घायल मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। घायल का सही नाम-पता समाचार लिखे जाने तक ज्ञात नही हो पाया है। 20 वर्षीय उमेश अभी अविवाहित था और 2 महीने पहले उमेश का रिश्ता सोहना के गांव जक्खोपुर में रह रहे एक परिवार में तय हुआ था और अगले महीने में इसका विवाह होना था। किसी को भी सपने में ये गुमान नही रहा कि जिस परिवार में एक महीने बाद होने वाले विवाह को लेकर तैयारियां चल रही है, उस घर में दूल्हा बनने से पहले ही युवक को अकाल मौत अपने आगोश में ले लेगी। उमेश रोजाना की तरह ही मोटरसाइकिल पर घर से स्टोनक्रेशर नौकरी पर गया था। स्टोनक्रेशर से वह स्टोनक्रेशर संचालक के लिए भोजन और मोटरसाइकिल में पेट्रोल डलवाने के लिए क्रेशर पर काम करने वाले एक दूसरे कर्मचारी को साथ लेकर आया था कि रास्ते में हादसा होने पर अकाल मौत का ग्रास बन बैठा। बताया गया है कि मृतक व घायल दोनों गांव इंडरी स्थित एक स्टोनक्रेशर पर काम करते थे और रोजाना की तरह ही मोटरसाइकिल पर स्टोनक्रेशर संचालक के लिए भोजन लेने तथा मोटरसाइकिल में पेट्रोल डलवाने के लिए स्टोनके्रशर से आए थे। पेट्रोलपंप पर पेट्रोल डलवाने के बाद जब वह दोनों स्टोनक्रेशर संचालक के लिए भोजन लेने के लिए चले कि तभी अचानक रास्ते में तेज रफ्तार में बेलगाम दौड़ी आ रही बस ने उन्हे अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे को देख राहगीर इकटठा होने लगे। उसी का फायदा उठाकर रोडवेज बस चालक घटनास्थल से भाग निकलने में कामयाब हो गया। दोनों घायलों को अस्पताल लाया गया, जिनमें से उमेश की हालत ज्यादा बिगड़ती देख डाक्टरों ने उसे बड़े अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। बड़े अस्पताल में ले जाने पर वहां उपचाराधीन उमेश ने घावों की पीड़ा ना सहते हुए दम तोड़ दिया जबकि दूसरा घायल अभी किसी अस्पताल में उपचाराधीन बताया गया है। सूचना पाकर सबइंस्पेक्टर श्योरनलाल तुरंत अस्पताल पहुंच गए और कागजात तैयार कर मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। उन्होने बताया कि हादसे के बाद रोडवेज बस चालक बस समेत निकल भागने में कामयाब हो गया है। पुलिस घटनास्थल से भाग निकले बस चालक व बस की पहचान के लिए जी तोड़ प्रयास कर रही है और घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरे भी खोज रही है ताकि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर बस व उसके चालक की पहचान कर उसे जल्द पकड़ा जा सके। पुलिस का कहना है कि बस चालक को मय बस पुलिस जल्द गिरफ्तार करेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोहना शहर के वार्ड-उन्नीस में श्री रविदास मंदिर के समीप रहने वाला 20 वर्षीय उमेश अभी अविवाहित था और आर्थिक तंगी के चलते परिवार के पालन-पोषण की जिम्मेदारी पिता के साथ-साथ अपने ऊपर आने से वह सोहना के रहने वाले एक स्टोनक्रेशर संचालक के गांव इंडरी स्थित स्टोनक्रेशर जोन में स्थित स्टोनक्रेशर पर बतौर कम्पयूटर ऑपरेटर काम करता था। मृतक की मां भी घरों में चौका-बर्तन कर जैसे-तैसे परिवार की आजीविका चलाने में हाथ बंटाती है। दो छोटे भाई है, जिनमें से एक बेरोजगार है तो दूसरा अभी स्कूल पढ़ाई के लिए जाता है। परिजनों की माने तो 2 महीने पहले उमेश का रिश्ता सोहना के गांव जक्खोपुर में रह रहे एक परिवार में तय हुआ था और अगले महीने में इसका विवाह होना था। किसी को भी सपने में ये गुमान नही रहा कि जिस परिवार में एक महीने बाद होने वाले विवाह को लेकर तैयारियां चल रही है, उस घर में दूल्हा बनने से पहले ही युवक को अकाल मौत अपने आगोश में ले लेगी। उमेश रोजाना की तरह ही मोटरसाइकिल पर घर से स्टोनक्रेशर नौकरी पर गया था। स्टोनक्रेशर से वह स्टोनक्रेशर संचालक के लिए भोजन और मोटरसाइकिल में पेट्रोल डलवाने के लिए क्रेशर पर काम करने वाले एक दूसरे कर्मचारी को साथ लेकर आया था कि रास्ते में हादसा होने पर अकाल मौत का ग्रास बन बैठा तो दूसरा कर्मचारी घायल हालत में अभी भी उपचार करा रहा है। देखने वाली बात ये है कि सोहना क्षेत्र में भी पहाड ऊपर और पहाड नीचे ओवरलोड और तेज रफ्तार में दौडऩे वाले वाहनों पर यातायात पुलिस लगाम लगाने में विफल साबित हो रही है। जिससे आए दिन हादसे हो रहे है। इन हादसों में किसी मां का लाल अकाल मौत का ग्रास बन रहा है तो किसी सुहागिन का सुहाग खत्म होने से मांग का सिंदूर उजड़ रहा है। किसी बच्चे के सिर से बाप का साया उठ रहा है तो कोई हाथ-पैर टूटने पर अपंग होकर रह जाता है। ध्यान योग्य यह है कि सोहना से गुरूग्राम और सोहना से बल्लबगढ़-फरीदाबाद सडक़ मार्ग पर रात के वक्त सबसे ज्यादा डंपर चलते है। जिनके पास ना कोई पूरे कागजात होते है। ना चालकों पर लाइसेंस होता है। नौसिखिया और कम उम्र के बच्चे निर्धारित कायदे-कानूनों को ठेंगा दिखाते हुए तेज रफ्तार में बेलगाम ओवरलोड डंपरों को दौड़ाकर क्षेत्र में यमदूत के रूप में पहचान बनाए हुए है। इससे पहले भी ओवरलोड डंपर सोहना शहर के बाईपास गोल सर्कल पर यातायात नियंत्रित करने के लिए बनाई गई ट्रैफिक पुलिस चौकी पर पलट कर 2 बार ट्रैफिक पुलिस चौकी को क्षतिग्रस्त कर चुके है। दोनों बार क्षतिग्रस्त पुलिस चौकी को दोबारा से बनवाया गया लेकिन उसके बाद भी यातायात पुलिस प्रशासन बेलगाम दौड़ रहे इन ओवरलोड वाहनों विशेषकर लंबे-लंबे ट्रोलाओं, कैंटरों और डंपरों पर रोक नही लगा पा रहा है। ऐसे में लोगों के बीच यातायात पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है और लोग यह नही समझ पा रहे है कि यातायात पुलिस प्रशासन पत्थरों के तोडऩे पर सुप्रीम कोर्ट की बंदिश के बावजूद चोरी से पत्थर तोडक़र भरकर चलने वाले इन ओवरलोड वाहनों खासकर डंपरों पर रोक क्यो नही लगा पा रहा है। कही यह डंपर चालक यातायात पुलिस के लिए कमाऊ पूत तो नही है। बीते दिन भी यहां पर गांव ग्वालपहाड़ी में खुद प्रदेश के खनन एवं परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने जिला परिवहन अधिकारी को मौके पर बुलाकर 11 ओवरलोड डंपरों को पकड़ा और भारी-भरकम जुर्माना लगाया था। उससे पहले भी प्रदेश के खनन मंत्री मूलचंद शर्मा खुद गृहमंत्री अनिल विज को पत्र लिखकर यह आरोप लगा चुके है कि पुलिस की शह पर खनन माफिया और डंपर माफिया सक्रिय है। पुलिस खनन माफिया और डंपर माफिया के गठजोड़ को रोका जाए। बावजूद इसके यह गठजोड़ रूकने का नाम नही ले रहा है। क्षेत्र के जागरूक लोगों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि हादसे को अंजाम देने वाले बस चालक की पहचान कर बस को चालक समेत जल्द पकड़ा जाए और राजकोष अथवा रैडक्रास के माध्यम से मृतक के परिजनों को कम से कम 30 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और मृतक के एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए।
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