सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना गांव के नंबरदार तेजपाल सैनी व स्थानीय सब्जीमंडी में सब्जी बेचने वाले खुदरा व्यापारियों ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल सरकार द्वारा रिटेल में सब्जी बेचने वाले मांसाखोरो
को अब मांसाखोर की बजाय फुटकर सब्जी विक्रेता का दर्जा दिए जाने पर खुशी जाहिर की है और कहा है कि इसके साथ-साथ सरकार को सोहना समेत राज्य भर में थोक सब्जी विक्रेताओं द्वारा 7 प्रतिशत फीस की बजाय ली जा रही 10 प्रतिशत फीस पर प्रभावी तरीके से रोक लगानी चाहिए। सोहना गांव के नंबरदार तेजपाल सैनी ने स्थानीय सब्जीमंडी के एक थोक विक्रेता द्वारा यहां पर थोक व खुदरा सब्जी व्यापारियों के बीच ली जा रही फीस पर बने विवाद के दौरान अपील की आड़ में जारी की गई सूचना को मीडिया को उपलब्ध कराते हुए बताया कि इस अपील में सब्जी के थोक विक्रेता खुद इस बात को स्वीकार कर रहे है कि राज्य भर में थोक सब्जी विक्रेता सब्जी बेचने के नाम पर 7 प्रतिशत की बजाय 10 प्रतिशत फीस की वसूली कर रहे है। उन्होने बताया कि प्रमाण के तौर पर वह इस अपील को अपने पास सुरक्षित रखे हुए है और जल्द ही इसे सोहना सर्कल की एसडीएम, उपायुक्त, स्थानीय विधायक, मार्केटिंग बोर्ड के जेएडएमईओ, मार्केटिंग बोर्ड के मुख्य प्रशासक के साथ-साथ प्रदेश के कृषिमंत्री जेपी दलाल, राज्य स्टेट विजिलेंस, मुख्यमंत्री उडऩदस्ते और मुख्यमंत्री को उपलब्ध कराएंगे। सोहना गांव के नंबरदार तेजपाल सैनी व स्थानीय सब्जीमंडी में सब्जी बेचने वाले खुदरा व्यापारियों ने बताया कि राज्य में छोटे सब्जी विक्रेताओं को मांसाखोर कहा जाता है जोकि सही नाम नही है। खुदरा सब्जी विक्रेताओं को फुटकर सब्जी विक्रेता का नाम देकर सम्मान करना होगा।
Comments