एलएनजेपी अस्पताल में कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण के 14 वें दिन 204 लाभार्थियों को दी गई वैक्सीन: डॉ.ममगाईं

Khoji NCR
2021-03-17 12:20:32

कुरुक्षेत्र,17फरवरी ( सुदेश गोयल ): देश में कोरोना के प्रति जारी दिशा- निर्देशों की अवहेलना के चलते इसकी रफ्तार बढ़ती जा रही है। यदि समय पर नहीं संभले तो मार्च के अंत तक रोज 50,000 केस का खतरा बढ़ने क

आशंका है। यह जानकारी लोकनायक जयप्रकाश जिला नागरिक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक और हृदय एवं छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. शैलेंद्र ममगाईं शैली ने आज कोरोना टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण के 15 वें दिन के कार्यक्रम की समाप्ति के बाद दी। इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारी एवं अस्पताल प्रशासन उपाधि से विभूषित डॉ. गुरप्रीत सिंह, निश्चेतन विशेषज्ञ डॉ. अजय गिरी, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.अनीता गोयल, डॉ.विक्रम बंसल, आयुर्वेदिक प्रशिक्षु अंजलि, ज्योति, कार्यकारी मेट्रन गुरमीत कौर, नर्सिंग अधिकारी सरोज, सीमा शर्मा, बबीता,मंजीत कौर,फार्मेसी अधिकारी एवं वैक्सीनेटर स्नेह ठुकराल, भारत गोयल, संजीव सैनी, रुचि शर्मा,नर्सिंग अधिकारी डिंपल बनवाला ,चरणजीत कौर, डाटा एंट्री ऑपरेटर सीमा अरोड़ा, नेहा सैनी, निशा सैनी,रचिता और समाज सेवी राजीव चोपड़ा मौजूद थे। आज जिन प्रमुख लाभार्थियों को कोरोनावायरस आपकी वैक्सीन दी गई उनमें मात् भाषाभाषा सत्याग्रही-स्वाधीनता सेनानी सुशीला देवी, लोक निर्माण विभाग( भवन एवं सड़कें) के सेवानिवृत्त उपमंडल अभियंता सुभाष चंद्र शर्मा, 93 वर्षीय केवल कृष्ण, 90 वर्षीया लालू देवी, 82 वर्षीय टीटू राम, 84 वर्षीय ज्ञानचंद शामिल हैं। इनमें 124 पुरुष और 80 महिलाएं शामिल हैं। इस अवसर पर डॉ. ममगाईं ने बताया कि भारत में 10 करोड़ लोग 60 साल से ज्यादा उम्र के हैं और इनमें से एक करोड़ ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली है। भारत में 1 से 15 मार्च तक रोज औसतन 6.67 लाख बुजुर्गों ने टीके लगवाए। भारत के बाद ब्रिटेन में जहां 42 लाख बुजुर्ग हैं, वहां 15 दिन में 57 लाख टीके ही लग पाए हैं। इससे सिद्ध होता है कि दुनिया से युवा हमारे बुजुर्ग हैं। डॉ. शैली ने इस अवसर पर खेद जताया कि कोरोना महामारी के लिए जारी दिशा-निर्देशों के पालन में लापरवाही के चलते सक्रियता की दर 1 फ़ीसदी से अधिक होने से सक्रिय मरीजों की दर और मौत में बढ़ोतरी हुई है और पिछले 24 घंटे में देश में 24492 नए मामले देखने में आए हैं, जिनमें से 131 लोगों की मौत हुई है। रोजाना 25 हजार से ज्यादा मामलों के साथ कोरोना भारत में में दोबारा अपनी जड़ें पसार रहा है और फिलहाल करीब 6 राज्य की चपेट में हैं।इससे बचने के विकल्प दो ही हैं -व्यापक रूप से और तेजी से देश भर में टीकाकरण और आर्थिक गतिविधियां जारी रखते हुए सामाजिक दूरी के नियमों का पालन। अगर टीके के उत्पादन में दुनिया में अग्रणी रहने के बाद भी हमें कोरोना के भंवर ने लीलना शुरू किया तो माना जाएगा कि हम नदी के पास होते भी प्यासे मर गए। डॉ.शैली के मुताबिक कुरूक्षेत्र जिले में सामाजिक दूरी और मास्क के प्रति बरती गई लापरवाही से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। अब तक 9780 लोग कोरोना की चपेट में आकर संक्रमित हो चुके हैं और मार्च के महीने की शुरुआत से ही कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। डॉ. शैली ने जनता से अपील की कि टीकाकरण के बावजूद वे कोरोना जैसे दैत्य के समूल विनाश के लिए सामाजिक दूरी, मास्क और बार- बार हाथ धोने जैसे माध्यमों को मन से अपनाना जारी रखें।

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