सब्जी वाले बन सकते है कोरोना कैरियर-थोक सब्जीमंडी में नियमों की हो रही उल्लंघना सोहना,(उमेश गुप्ता): मार्केटिंग बोर्ड के जिला मुख्यालय से जेडएमईओ हवा सिंह खोबरा के कोविड-19 से बचाव के लिए स्वा
स्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की पालना स्थानीय थोक व खुदरा सब्जीमंडी में सुनिश्चित बनाए जाने के दिए गए निर्देश हवा-हवाई नजर आ रहे है। सुबह के वक्त देखने में आ रहा है कि थोक सब्जीमंडी में थोक सब्जी विक्रेताओं से लेकर इस मंडी में आ रहे ग्राहक तक सभी लापरवाही बरत रहे है और ना फेसमास्क लगा रहे है, ना सैनेटाइजर का प्रयोग कर रहे है, ना सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखा जा रहा है। हालांकि कोविड-19 से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की पालना ना करने और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कम से कम 500 रुपए का चालान काटने का प्रावधान होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग, मार्किटकमेटी, नगरपरिषद और पुलिस प्रशासन समेत सभी अनदेखी बरत रहे है। जिससे लोगों की लापरवाही और ज्यादा बढ़ गई है। गांव सिरसका के रहने वाले कर्मपाल बोकन, हवलदार जयचंद, अग्रवाल युवा नेता सैंकी सिंगला, राजेश गोयल, मोहित जांगडा, शुभम धोजिया, विनीत रतड़ा आदि जागरूक लोगों का कहना है कि देश में कोरोना दोबारा से तेजी से बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने राज्य व साइबर सिटी जिले में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामलों को देख अलर्ट पर रहते हुए विभिन्न विभागों के प्रशासनिक सचिवों की टास्क फोर्स बैठक लेकर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए व्यापक स्तर पर काम करने के निर्देश दिए है और कहा है कि सभी विभागों के अधिकारी सब्जी की थोक व खुदरा मंडियों, शापिंग मॉलों, बाजारों, फैक्टरियों, स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, बसअडडों, निजी व सरकारी कार्यालयों, रेलवे स्टेशनों समेत सार्वजनिक स्थानों व भीड़भाड़ वाली जगहों पर विशेष फोकस रखे। पुलिस सख्ती बरतते हुए लोगों को फेसमास्क लगाने, सोशल डिस्टेसिंग रखने, सैनेटाइजर का प्रयोग करने के लिए तेजी से अभियान चलाए। फेसमास्क ना लगाने वालों पर काबू पाने के लिए उनके चालान काटने में तेजी लाई जाए। बावजूद इसके यहां देखने में आ रहा है कि स्थानीय थोक सब्जीमंडी में सब्जी बेचने वाले दुकानदार और ग्राहक कोविड-19 से बचाव के लिए बनाए गए नियमों की पालना करने की बजाय उल्लंघना करने को अपनी शान समझ रहे है और स्थानीय मार्किटकमेटी अधिकारी इस मामले में सब्जी के थोक व खुदरा व्यापारियों और मंडी में आने वाले ग्राहकों को जागरूक बनाने की बजाय पूरी तरह लापरवाही बरत रहे है। मार्किटकमेटी प्रशासन की बरती जा रही लापरवाही कोरोनाकाल में भारी पड़ सकती है। देखने में आ रहा है कि स्थानीय सब्जीमंडी में थोक सब्जी बेचने वाले किसी भी दुकानदार की दुकानों पर ना तो सैनेटाइजर उपलब्ध है। ना दुकानों पर आने वाले ग्राहकों के साबुन-पानी से हाथ धुलवाए जा रहे है। ग्राहकों व सब्जियों को सैनेटाइज नही किया जा रहा है। इतना ही नही थोक सब्जीमंडी में सब्जी बेचने वाले दुकानदार अपने मुंह पर बिना फेस मास्क लगाए सब्जी बेचने का काम कर रहे है तो स्थानीय थोक सब्जीमंडी में सब्जी खरीदने आए ग्राहक भी मुंह पर फेस मास्क लगाने से परहेज कर रहे है। सब्जी की थोक मंडी में सोशल डिस्टेसिंग की जमकर धज्जियां उड़ रही है। अनाजमंडी में टीन शैड के नीचे तथा गल्ला व्यापारियों की आढ़तों के बाहर फड़ पर सब्जी बेचने व खरीदने वाले लोग बिना मास्क के नजर आ रहे है और टीन शैड के नीचे लगी भीड़ को देखकर लग रहा है कि जैसे मेले में लोगों की भीड़ जमा हो अथवा यहां किसी मेले का आयोजन किया गया हो। सब्जी बेचने वाले दुकानदारों की दुकानों पर सैनेटाइजर नही है तो दुकानदार ने मुंह पर मास्क व हाथों में दस्ताने भी पहनने की बजाय परहेज बरत रहे है। जिससे यहां कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ गया है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक लोग अब तेजी से आवाज उठा रहे है कि स्थानीय थोक सब्जीमंडी में कोविड-19 नियमों की उल्लंघना को देख जरूरी है कि सब्जी के सभी थोक विक्रेताओं, मंडी में सब्जी लेकर आने व अपने वाहनों में सब्जी भरकर ले जाने वाले वाहन चालकों, पल्लेदारों और मंडी में नियमित रूप से आने वाले ग्राहकों के कोरोना से बचाव के लिए एहतियात के तौर पर ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाने चाहिए क्योकि बचाव में ही बचाव है। यदि देश-प्रदेश, जिले व क्षेत्र में दोबारा से कोरोना संक्रमण के केस ऐसे ही बढ़ते रहे तो कही ऐसा ना हो कि सोहना शहर को दोबारा से कंटेनमेंट जोन में शामिल करने की नौबत आ जाए क्योकि सोहना पहले भी कोरोना की दृष्टि से हॉटस्पॉट रहा है। यह अलग बात है कि चाहे ठीक होने वाले मरीजों का अनुपात तेजी से बढ़ रहा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग और लोगों को आशंका है कि जिस तरह दोबारा से कोरोना देश में बढऩे के बावजूद शहर व क्षेत्र में रहने वाले लोग जिस तरह बेतहाशा घरों से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे है और कोरोना से बचाव के लिए लागू नियमों की पालना करने की बजाय ठेंगा दिखा रहे है, उससे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लोगों द्वारा दिखाई जा रही लापरवाही के चलते दोबारा से तेजी से बढ़ सकती है। ऐसे में जरूरी है कि सरकार द्वारा कोविड-19 से बचाव के लिए लागू किए गए नियमों का सख्ती से पालन किया और कराया जाए। जहा तक हो सके, बिना जरूरी कार्य के लोगों को घरों से बाहर नही निकलने दिया जाए। शारीरिक दूरी बनाने के साथ-साथ फेसमास्क लगाने व सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। मार्किटकमेटी, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन की टीमों को चाहिए कि वह प्रतिदिन सोहना शहर में विभिन्न बाजारों के साथ-साथ सब्जी की थोक व खुदरा मंडी में वक्त-वक्त पर औचक छापेमारी कर बिना मास्क सब्जी बेचने और सब्जी खरीदने आए लोगों के चालान काटने की कार्रवाई अमल में लाए। इससे लोगों में कोरोना के प्रति जागरूकता आएगी। सरकारी खाते में चालान से प्राप्त होने वाली रकम जमा होने पर राजस्व की बढ़ोतरी होगी और सरकार द्वारा लागू कोविड-19 के नियमों की ईमानदारी से पालना भी सुनिश्चित बनाई जा सकेगी। लोगों का मानना है कि यदि प्रशासनिक टीमें प्रतिदिन थोक सब्जीमंडी में ही कुछ घंटे के लिए बिना मास्क लगाए सब्जी बेचने वाले दुकानदारों, ग्राहकों और मंडी में घूम रहे लोगों के खिलाफ चालान काटने की कार्रवाई अमल में लाए तो रोजाना सैकड़ों चालान कटने में वक्त नही लगेगा।
Comments