गृहमंत्री अनिल विज के दरबार में पहुंचा सब्जीमंडी विवाद-अधिकारियों में बनी बेचैनी

Khoji NCR
2021-03-17 10:35:34

सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर एक महीने से सब्जी के थोक विक्रेताओं और खुदरा व्यापारियों के बीच बना विवाद थमने की बजाय गृहमंत्री अनिल विज के दरबार में पहुंच गया है। सूत्रों की माने तो गृहमंत्री अ

िल विज ने मामला संज्ञान में आते ही स्थानीय भाजपा विधायक संजय सिंह से इस मामले की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए है कि इस विवाद को जल्द से जल्द निपटाया जाए। कानून के तहत विवाद का निपटारा करते हुए जो भी पक्ष दोषी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए और मार्किटकमेटी प्रशासन इस बात को सुनिश्चित बनाए कि सब्जी बेचने की आड़ में थोक सब्जी विक्रेता मनमानी ना बरते। निर्धारित कायदे-कानूनों की पालना सुनिश्चित बनाई जाए और सरकार द्वारा निर्धारित मार्किट फीस ही वसूल कराई जाए। गृहमंत्री अनिल विज के निर्देश और कड़े तेवरों को देख मार्किटकमेटी प्रशासन में बेचैनी व हडक़ंप का माहौल है क्योकि अनाजमंडी प्रशासक का कार्यभार भी फिलहाल सर्कल एसडीएम के हाथों में है और सर्कल एसडीएम इस विवाद का निपटारा अभी तक नही कर पाई है। इतना जरूर है कि सोहना गांव के नंबरदार तेजपाल सैनी ने थोक सब्जी विक्रेताओं की मचाई जा रही अंधरेगर्दी, अनियमितताओं के खिलाफ स्थानीय मार्किटकमेटी प्रशासन और एसडीएम सोहना को दी गई शिकायतों पर कार्रवाई ना होते देख उपायुक्त के माध्यम से कृषिमंत्री जेपी दलाल, मुख्यमंत्री मनोहरलाल तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम ज्ञापन देकर अपने धरना प्रदर्शन को उठा लिया है और कहा है कि किसानों के हित में वह नंबरदारी के ओहदे की कुर्बानी देने को भी तैयार है लेकिन किसानों का अहित किसी कीमत पर नही होने देंगे। वह 30 मार्च तक इंतजार करेंगे। यदि निर्धारित समयावधि तक उनकी दी गई शिकायत पर संज्ञान लेते हुए समस्या का निवारण ना हुआ तो वह दोबारा से किसानों, सब्जीमंडी के खुदरा व्यापारियों, हाथठेली पर सब्जी बेचने वाले ठेली संचालकों को साथ लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे जबकि स्थानीय सब्जीमंडी के खुदरा व्यापारी अभी भी सब्जी के थोक विक्रेताओं पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए अपना मोर्चा खोले हुए है और आरोप लगा रहे है कि मार्किटकमेटी प्रशासन व एसडीएम उनकी रखी गई जायज मांगों को मानने और सरकार द्वारा लागू कायदे-कानूनों को थोक सब्जी विक्रेताओं पर लागू कराने में नाकाम साबित हो रहा है। अभी भी थोक सब्जी विक्रेता सब्जी खरीदने वाले खुदरा व्यापारियों को ना तो पक्का बिल दे रहे है और मनमर्जी से मार्किट फीस ले रहे है। ऐसे में यह मुददा मार्किटकमेटी प्रशासन और एसडीएम के गले की फांस बन गया है क्योकि थोक सब्जी विक्रेताओं पर आरोप लगाने वाले पक्ष अभी भी यह मानने को तैयार नही है कि थोक सब्जी विक्रेता उनसे निर्धारित मार्किट फीस ही वसूली कर रहे है। नंबरदार तेजपाल सैनी का आरोप है कि उनकी दी गई शिकायतों पर संज्ञान लेकर प्रशासन थोक सब्जी विक्रेताओं के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई ना करे, इसके लिए थोक सब्जी विक्रेताओं ने अपनी बरती जा रही अनियमितताओं पर रोक लगाने की बजाय उल्टा उन पर मानसिक व प्रशासनिक दबाव बनाने के लिए उनके खिलाफ उपायुक्त को शिकायत देकर उल-जुलूल आरोप लगाए है, जो पूरी तरह द्वेष भावना से प्रेरित है लेकिन अपने पर लगाए गए आरोपों से वह तनिक भी दबने-डरने वाले नही है क्योकि निष्पक्ष जांच होने पर सच्चाई खुद-ब-खुद सामने आने में देर नही लगेगी।

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