पेयजल आपूर्ति लाइन से हो रही बदबूदार-गंदे पानी की आपूर्ति-एलर्जी-खुजली की बढ़ रही बीमारी सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना नगरपरिषद शहरी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति करने वाली लाइन से कई दिनों से हो र
ी सीवरेज वाले गंदे पानी वाली आपूर्ति से गृहणियां व लोग परेशान हो रहे है लेकिन इसका समाधान नही हो पा रहा है। हालांकि विभाग के स्थानीय अधिकारी दावा कर रहे है कि स्वच्छ पानी की आपूर्ति जल्द शुरू होगी लेकिन अभी तक भी हालात ज्यो के त्यो है। लोग बार-बार जलआभियांत्रिकी विभाग के सोहना डिवीजन व सबडिवीजन कार्यालयों के चक्कर काट रहे है तो कभी अपने वार्ड के पार्षदों के आगे दुखड़ा रो रहे है। कोई एसडीएम कार्यालय में जाकर गुहार लगा रहा है तो कोई स्थानीय विधायक के कार्यालय में जाकर गुहार लगा रहा है लेकिन अभी तक भी सीवरेज वाले गंदे पानी की सप्लाई पर रोक नही लगी है और ना ही स्वच्छ पानी की आपूर्ति हो रही है। संबंधित विभाग के स्थानीय अधिकारी लोगों से लेकर विधायक व एसडीएम तक तो इस बारे में यही दिलासा दे रहे है कि स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति जल्द शुरू होगी लेकिन उनका ये दिलासा झूठा ही नजर आ रहा है। गिरधारी राजपाल, विनीत रतड़ा, डाक्टर सुरेश कालड़ा, राजेश रतड़ा, किरण प्रजापत, संदीप गोयल तथा मनीषा रानी, शिखा, रेखा रानी, सीमा डागर, सुंदर सिंह, युवा समाजसेवी होशियार सिंह, सुनील पंवार, नंबरदार तेजपाल लाखुवासिया, संजीव गुप्ता सर्राफ, हन्नी सिंगला, व्यापारमंडल संघ के उपाध्यक्ष रोहित गर्ग, अग्रवालसभा सचिव पंकज गुप्ता तथा शहर के विभिन्न वार्डों में रह रही महिलाओं का कहना है कि शहरी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति करने वाली लाइन से बीते कई दिनों से हो रही सीवरेज वाले गंदे पानी वाली आपूर्ति होने और साफ पानी ना आने से घरेलू कामकाज अधर में लटक गए है तो लोगों को नहाने तक में दिक्कतें आ रही है। विभाग की तरफ से वार्डों व गली-मोहल्लों में पानी के टैंकर भी नही भेजे जा रहे है। जिससे लोग परेशान है और बार-बार टकटकी लगाकर पेयजल आपूर्ति वाली टोटियों को खोलकर देख रहे है। हालात ये है कि पेयजल आपूर्ति वाली लाइन से कभी बदबूदार तो कभी पेयजल आपूर्ति करने वाली लाइन से काई लगा चिकना, मटमैला पानी तो कभी मिटटी युक्त गंदा पानी आ रहा है। ना तो इस पानी में ब्लीचिंग पाउडर डाला जा रहा है और ना ही स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति हो रही है। पेयजल आपूर्ति के लिए जैसे ही लोग टोटी खोलते है तो कभी बदबूदार तो कभी पेयजल आपूर्ति करने वाली लाइन से काई लगा चिकना, मटमैला पानी तो कभी मिटटी युक्त गंदा पानी टोटी से आ रहा है। लोग परेशान है कि उनके घरों में लगी पानी भरने वाली टंकियों में बदबूदार, मटमैला और मिटटी युक्त पानी का भराव होने से वह अब टंकियों को कैसे साफ करेंगे और कैसे इस बदबूदार, मटमैला और मिटटी वाले पानी को उपयोग में ला पाएंगे। यहां पर वार्ड-पांच में रहने वाले बालकिशन गोयल, योगेश कुमार, सोनू मित्तल, प्रवीण कुमार, हेम सिंह सैनी, अशोक सिंगला, डाक्टर एसपी राठौर, नारायणदास गर्ग, एडवोकेट नवीन गर्ग, हरिओम सिंगला, ताराचंद गर्ग का कहना है कि इस पानी का प्रयोग करने से लोग एलर्जी, खुजली और बीमारी की चपेट में आ रहे है तथा वार्ड-चौहद में रहने वाली मनीषा अग्रवाल, रेखा रानी, नमिता गुप्ता, उषा सिंगला, सरला गुप्ता, कंचन गुप्ता, वार्ड-तेरह में रहने वाली सीमा डागर एडवोकेट, न्यू फ्रेंडस कॉलोनी में रहने वाले चौधरी धर्मपाल जोहलाका, जिलापार्षद रही पूनम भामला, युवा समाजसेवी कुलदीप भामला, पूर्व सरपंच बाला देवी, सुधीर शर्मा, डीसी खुराना आदि ने बताया कि स्वच्छ पेयजल आपूर्ति ना होने से उनके घरेलू कामकाज अधर में लटके पड़े है। नहाने और शौच जाने के लिए भी स्वच्छ पानी नही है। रसोई में खाना बनाने व बर्तन धोने व पीने के लिए गर्मचश्मा शिवकुंड से स्वच्छ व गर्म पानी लाना पड़ रहा है। गृहणियों ने बताया कि आज पानी आया लेकिन वह इतना गंदा, बदबूदार व रेतीला है कि उस पानी को पीना तो दूर उससे ना तो कपड़े धोए जा सकते है। ना स्नान किया जा सकता है और ना ही शौच में प्रयुक्त किया जा सकता है। ऐसे में उनकी परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। ऐसे में वह जलआभियांत्रिकी विभाग की कार्यप्रणाली और बरती जा रही लापरवाही के खिलाफ सोहना शहर स्थित डिवीजन और सबडिवीजन कार्यालयों के साथ-साथ एसडीएम कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने की रूपरेखा बना रहे है ताकि विरोध प्रदर्शन कर कुंभकर्णी नींद में सोए अधिकारियों को नींद से जगाया जा सके और नियमित रूप से स्वच्छ पेयजल मिल सके। इधर जलआभियांत्रिकी विभाग में सोहना डिवीजन प्रभारी व कार्यकारी अभियंता प्रेम सिंघल का कहना है कि सोहना-गुरूग्राम ऐलिवेटिड निर्माण को पूरा करने के लिए पेयजल लाइनों को स्थानांतरित करने का काम किया जा रहा है। जिससे परेशानी आ रही है। समस्या का जल्द ही निवारण होगा।
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