सोहना,(उमेश गुप्ता): क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी चौधरी धर्मपाल जोहलाका तथा पूर्व जिलापार्षद पूनम भामला का कहना है कि सरकार को वादों की बजाय अन्नदाता का भरोसा जीतने के लिए एमएसपी पर कानून बनान
को तरजीह देनी चाहिए। आज देश का अन्नदाता तीन महीनों से तीनों कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर बैठ धरना दे रहा है लेकिन सरकार बार-बार भरोसा देने के बावजूद एमएसपी पर कानून बनाने से बच रही है। ऐसे में किसान समाज केन्द्र सरकार से यह जानना चाह रहा है कि जब सरकार एमएसपी पर फसल खरीद का भरोसा दे रही है तो फिर अपने दिए जा रहे भरोसे पर कायम रहने के लिए सरकार को एमएसपी कानून बनाने में क्या अड़चने आ रही है? क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी चौधरी धर्मपाल जोहलाका तथा पूर्व जिलापार्षद पूनम भामला ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि बिना किसी देरी के केन्द्र सरकार संसद में एमएसपी पर गारंटी का कानून बनाए। जब तक केन्द्र सरकार तीनों कृषि अध्यादेशों को रदद नही करेगी, तब तक किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी चौधरी धर्मपाल जोहलाका तथा पूर्व जिलापार्षद पूनम भामला ने जजपा पर भाजपा के हाथों की कठपुतली बनने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज कुर्सी के लालच में जजपा किसानों का साथ देने की बजाय भाजपा का साथ दे रही है लेकिन जजपा को यह कदापि नही भूलना चाहिए कि जननायक स्वर्गीय चौधरी देवीलाल ने किसानों की रैली में जाने के लिए मुख्यमंत्री के पद को भी ठोकर मार दी थी और उन्ही जननायक स्वर्गीय चौधरी देवीलाल का खून अपनी रगों में बहने का दावा करने वाले जजपा नेता आज भाजपा की गोद में बैठे हुए है। उन्होने आरोप लगाया कि सरकार बार-बार बातचीत करने के बहाने किसानों के आंदोलन को कमजोर करने की साजिश रच रही है लेकिन किसान ऐसे किसी भी बहकावे में नही आने वाले है।
Comments