सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर नगरपरिषद प्रशासन ने बाजार में चार पहिया वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई हुई है और बाजार में लाए गए वाहनों को खड़ा करने के लिए ताकि कोई भी अधिकारी हो या ग्राहक, सभी अपने
वाहनों को इस पार्किंग में निशुल्क रूप में आसानी से खड़ा कर सके लेकिन देखने में आ रहा है कि नगरपरिषद प्रशासन की नाक के नीचे नगरपरिषद कार्यालय प्रांगण में भीतर व बाहर सडक़ किनारे अवैध रूप से वाहन पार्किंग चल रही है। जिससे नगरपरिषद में अपने कार्यों को लेकर आने वाले लोग परेशान हो रहे है और सही से निकल तक नही पा रहे है क्योकि नगरपरिषद कार्यालय प्रांगण में कार्यदिवस के दौरान सुबह से शाम तक पूरा दिन दर्जनों भर चार पहिया वाहन खड़े होने से जहा नगरपरिषद कार्यालय प्रांगण पार्किंग स्थल नजर आ रहा है, वही नगरपरिषद में अपने कार्यों से आने वाले लोगों को आवाजाही में दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। देखने में आ रहा है कि नगरपरिषद में कच्चे-पक्के मिलाकर करीब 195 सफाई कर्मचारी कार्यरत है। जिनकी सफाई दरोगा सुबह व दोपहर के वक्त नगरपरिषद कार्यालय में हाजिरी के बाद उन्हे उनके कार्यक्षेत्रों में भेजा जाता है लेकिन नगरपरिषद कार्यालय प्रांगण में चार पहिया वाहनों की अवैध रूप से चल रही पार्किंग सफाई कर्मचारियों पर भी भारी पड़ रही है क्योकि तेज गर्मी हो या धूप, बरसात हो या आंधी नगरपरिषद कार्यालय में हाजिरी के दौरान मौसम खराब होने या तेज गर्मी से बचाव के लिए सफाई कर्मचारियों के बैठने के लिए स्थान तक उपलब्ध नही है और जो थोड़ी बहुत जगह उनके लिए होती थी, उस जगह में अवैध रूप से पार्किंग बन जाने व वाहनों के खड़े होने से सफाई कर्मचारियों को भी खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। ऐसे में कोरोना महामारी से बचाव के लिए लागू सोशल डिस्टेसिंग की पालना भी ईमानदारी से नही हो पा रही है। लोगों का कहना है कि नगरपरिषद में कार्यरत अधिकारी अपने को शायद किसी लाठसाहब से कम नही समझते। अन्यथा क्या कारण है कि जब नगरपरिषद प्रशासन ने खुद ही चार पहिया वाहनों की बाजार में आवाजाही पर रोक लगाने के लिए नगरपरिषद के समीप पुराने तहसील कार्यालय में वाहन पार्किंग सुविधा चलाई हुई है तो फिर वह अपने ही बनाए कानून को तोडऩे की हिमाकत कैसे कर रहे है या फिर यह माना जाए कि नगरपरिषद में कार्यरत अधिकारी कानून से भी ऊपर है, जो कुछ दूरी पर बनाई गई पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करने की बजाय टोर दिखाने के लिए निर्धारित कायदे-कानूनों को तोडक़र नगरपरिषद कार्यालय प्रांगण में भीतर व बाहर अपने वाहनों को खड़ा कर अवैध रूप से अवैध पार्किंग को बढ़ावा देकर आम जनमानस के बीच अपनी दोगली नीतियों को उजागर कर रहे है और आम जनमानस के बीच उपहास का पात्र बन रहे है।
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