सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर तेज रफ्तार में दौड़ रहे बेलगाम वाहनों की रफ्तार थमने का नाम नही ले रही है। जिससे आए दिन सडक़ हादसे हो रहे है। ताजा मामला खंड के गांव सिलानी का है, जहां तेज रफ्तार में ब
लगाम दौड़ रहे एक वाहन ने अपने आगे जा रही मोटरसाइकिल को टक्कर मार चपेट में ले लिया। हादसे में मोटरसाइकिल चालक व उसके पीछे बैठी महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। दोनों घायलों को अस्पताल लाए जाने पर घायल महिला ने घावों की पीड़ा ना सहते हुए दम तोड़ दिया है। मृतक महिला की पहचान जयवती धर्मपत्नी श्री राजेन्द्रप्रसाद निवासी गांव सिलानी तथा उधम सिंह निवासी गांव सिलानीन के रूप में हुई है। हादसे के बाद वाहन चालक वाहन समेत निकल भागने में कामयाब हो गया है। हादसे की सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस घटनास्थल से भाग निकले वाहन चालक व वाहन की पहचान के लिए जी तोड़ प्रयास कर रही है और घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरे भी खोज रही है ताकि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर वाहन व उसके चालक की पहचान कर उसे जल्द पकड़ा जा सके। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने मृतक के पुत्र विवेक तंवर की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मृतक का शव पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस का कहना है कि अज्ञान वाहन चालक को मय वाहन पुलिस जल्द गिरफ्तार करेगी। एसीपी क्राईम प्रीतपाल सिंह सांगवान के अनुसार विवेक तंवर पुत्र राजेन्द्रप्रसाद निवासी गांव सिलानी ने सोहना देहात पुलिस थाने में दी गई शिकायत में बताया है कि वह उपरोक्त पते का रहने वाला है। उनकी मां 71 वर्षीय जयवती किसी काम से पास के गांव नंगला में गई थी। जिन्हे उधम सिंह अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर घर लेकर आ रहा था। जैसे ही उधम सिंह मोटरसाइकिल पर उसकी वृद्ध मां को लेकर घर के समीप पहुंचा, तभी अचानक गांव के रास्ते पर तेज रफ्तार में एक वाहन दौड़ा आया और मोटरसाइकिल में टक्कर मार उन्हे अपनी चपेट में ले लिया। हादसे को देख राहगीर इकटठा हो गए और हादसे की सूचना तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में दी। मौके पर आई पुलिस ने दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने वृद्धा को मृत घोषित कर दिया जबकि मोटरसाइकिल सवार उधम सिंह को डाक्टरों ने बड़े अस्पताल के लिए रैफर कर दिया, जो अभी भी अस्पताल में उपचाराधीन है। सोहना देहात पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर उमेश कुमार का कहना है कि पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। हादसे के बाद वाहन चालक वाहन समेत भागने में कामयाब हो गया। पुलिस का कहना है कि अज्ञात वाहन चालक की पहचान कर उसे मय वाहन जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। देखने वाली बात ये है कि सोहना क्षेत्र में भी पहाड ऊपर और पहाड नीचे ओवरलोड और तेज रफ्तार में दौडऩे वाले वाहनों पर यातायात पुलिस लगाम लगाने में विफल साबित हो रही है। जिससे आए दिन हादसे हो रहे है। इन हादसों में किसी मां का लाल अकाल मौत का ग्रास बन रहा है तो किसी सुहागिन का सुहाग खत्म होने से मांग का सिंदूर उजड़ रहा है। किसी बच्चे के सिर से बाप का साया उठ रहा है तो कोई हाथ-पैर टूटने पर अपंग होकर रह जाता है। ध्यान योग्य यह है कि सोहना से गुरूग्राम और सोहना से बल्लबगढ़-फरीदाबाद सडक़ मार्ग पर रात के वक्त सबसे ज्यादा डंपर चलते है। जिनके पास ना कोई पूरे कागजात होते है। ना चालकों पर लाइसेंस होता है। नौसिखिया और कम उम्र के बच्चे निर्धारित कायदे-कानूनों को ठेंगा दिखाते हुए तेज रफ्तार में बेलगाम ओवरलोड डंपरों को दौड़ाकर क्षेत्र में यमदूत के रूप में पहचान बनाए हुए है। इससे पहले भी ओवरलोड डंपर सोहना शहर के बाईपास गोल सर्कल पर यातायात नियंत्रित करने के लिए बनाई गई ट्रैफिक पुलिस चौकी पर पलट कर 2 बार ट्रैफिक पुलिस चौकी को क्षतिग्रस्त कर चुके है। दोनों बार क्षतिग्रस्त पुलिस चौकी को दोबारा से बनवाया गया लेकिन उसके बाद भी यातायात पुलिस प्रशासन बेलगाम दौड़ रहे इन ओवरलोड वाहनों विशेषकर लंबे-लंबे ट्रोलाओं, कैंटरों और डंपरों पर रोक नही लगा पा रहा है। ऐसे में लोगों के बीच यातायात पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है और लोग यह नही समझ पा रहे है कि यातायात पुलिस प्रशासन पत्थरों के तोडऩे पर सुप्रीम कोर्ट की बंदिश के बावजूद चोरी से पत्थर तोडक़र भरकर चलने वाले इन ओवरलोड वाहनों खासकर डंपरों पर रोक क्यो नही लगा पा रहा है। कही यह डंपर चालक यातायात पुलिस के लिए कमाऊ पूत तो नही है। बीते दिन भी यहां पर गांव ग्वालपहाड़ी में खुद प्रदेश के खनन एवं परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने जिला परिवहन अधिकारी को मौके पर बुलाकर 11 ओवरलोड डंपरों को पकड़ा और भारी-भरकम जुर्माना लगाया था। उससे पहले भी प्रदेश के खनन मंत्री मूलचंद शर्मा खुद गृहमंत्री अनिल विज को पत्र लिखकर यह आरोप लगा चुके है कि पुलिस की शह पर खनन माफिया और डंपर माफिया सक्रिय है। पुलिस खनन माफिया और डंपर माफिया के गठजोड़ को रोका जाए। बावजूद इसके यह गठजोड़ रूकने का नाम नही ले रहा है। क्षेत्र के जागरूक लोगों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि हादसे को अंजाम देने वाले वाहन चालक की पहचान कर वाहन को चालक समेत जल्द पकड़ा जाए और राजकोष अथवा रैडक्रास के माध्यम से मृतक के परिजनों को कम से कम 30 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और मृतक के एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए।
Comments