सोहना,(उमेश गुप्ता): मुख्यमंत्री उडऩदस्ते की टीम का जलवा आज उस वक्त देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री उडनदस्ते में कार्यरत एसीपी की अगुवाई वाली 2 छापामार टीमें आज अचानक सडक़ पर आ गई और विभिन्न सडक़ मा
र्गों पर घेरा डाल निजी बसों की जांच-पड़ताल शुरू कर दी। मुख्यमंत्री उडनदस्ते की टीम को शुरूआती दौर में उस वक्त कामयाबी हाथ लगी, जब टीम ने सडक़ों पर बेरोकटोक दौड़ रही 17 बसों को बिना परमिट के दौड़ते पकड़ लिया। जब मुख्यमंत्री उडनदस्ते में कार्यरत एसीपी ने पकड़ में आए बस चालकों से बसों के कागजात दिखाने को कहा तो जांच में खुलासा हुआ कि जो बस उन्होने पकड़ी है, वह बिना कागजातों के ही सडक़ों पर बेरोकटोक दौड़ रही है। जिस पर उन्होने 14 बसों पर जुर्माना लगाकर चालान काटते हुए 8.50 लाख रुपए का अर्थदंड लगा दिया और 3 बसों के पास किसी भी तरह के कागजात ना मिलने पर उन्हे मौके पर ही जब्त कर लिया। जाहिर है कि बिना परिवहन टैक्स अदा किए पकड़ में आए राजस्व का चूना सरकार को लगा रही थी। बिना परमिट दौडऩे वाली इन बसों के पकड़े जाने से क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की कार्यप्रणाली संदेहे के घेरे में आ रही है। जागरूक लोगों का कहना है कि इस बात की जांच गहराई से होनी चाहिए कि आरटीए की मुस्तैदी के बावजूद यह बसें बिना परमिट और जरूरी कागजातों के परिवहन टैक्स की चोरी कर कैसे शासन-प्रशासन की नाक के नीचे पूरा दिन व रात बेरोकटोक चलती रही। देखने वाली बात ये रही कि जैसे ही मुख्यमंत्री उडनदस्ते की टीम के 3 बसों को जब्त किए जाने तथा 14 बसों का चालान काटे जाने की भनक अन्य निजी बस मालिकों को लगी तो उनमें हडक़ंप मच गया और पूरा-पूरा दिन शहर पुलिस थाने की नाक के नीचे तथा बाईपास चौक पर यातायात पुलिस चौकी के इर्द-गिर्द बीच सडक़ पर खड़ी होकर सवारियां भरने वाली यह बसें आज दिन भर ढूंढे से भी नजर नही आई। काबिले गौर यह है कि बीते वर्ष भी दिसंबर महीने में जब मुख्यमंत्री उडनदस्ते की छापामार टीम ने सोहना रूट पर दौड़ रही बिना परमिट वाली कई बसें पकड़ी तो उस वक्त भी अजीबो-गरीब खुलासे हुए थे और उस वक्त सामने आया कि हरियाणा राज्य परिवहन यानि रोडवेज के क्षेत्र और जिले में कार्यरत अधिकारी बिना परमिट कागजातों अथवा निर्धारित रूट से अलग हटकर चलने वाली निजी बसों पर कार्रवाई करने की बजाय भाईचारा ज्यादा निभा रहे है। जिससे सरकार को जमकर चूना लग रहा है। क्षेत्र के लोगों के दिमाग में अब बार-बार यही कौंध रहा है कि प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा पहले भी 2 बार सोहना में ओवरलोड डंपरों और कई अवैध रूप से सवारियां लेकर दौड़ रही बस पकड़ चुके है। इस बार भी अभियान चलाने के पहले ही दिन मुख्यमंत्री उडऩदस्ते ने बिना कागजातों के चल रही जो 17 बसें पकड़ी है, उससे जाहिर है कि निजी बस मालिक निर्धारित यातायात नियमों को ठेंगा दिखाकर मनमर्जी बरत रहे है। लोगों में अब यह चर्चाएं आम चल रही है कि यहां पर स्थानीय और जिले में कार्यरत रोडवेज अधिकारियों को सडक़ों पर अ
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