सुभाष कोहली कालका। सरकार के दबाव में तहसील कार्यालय में तहसीलदार और नायब तहसीलदार की कार्यप्रणाली से क्षेत्र के लोग परेशान है, लेकिन सरकार लोगों की परवाह छोड़कर मनमर्जी से काम कर रही है। यह आ
ोप कालका विधायक प्रदीप चौधरी ने लोगों की शिकायतें मिलने के बाद तहसील भवन में पहुंचने पर लगाए। विधायक ने समस्या को लेकर उपायुक्त मुकेश आहूजा से बात कर समस्या का अति शीघ्रता से समाधान करने की बात कही। लोगों के साथ चर्चा के बाद प्रशासन को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया है। यदि उसके बाद भी समस्या का समाधान नही किया गया, तो फिर गांधी चौंक पर प्रदर्शन किया जाएगा। विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि लोग रोज कागजी कामों के लिए जब कालका तहसील भवन पहुंचते हैं तो फिर उनके हाथ निराशा ही लगती है। क्योंकि तहसीलदार और नायब तहसीलदार के लंबी छुट्टी पर जाने की लोगों को सूचना मिलती है। खासकर छात्रों को डोमिसाइल का सर्टिफिकेट, कास्ट सर्टिफिकेट, एफिडेविट, सर्टिफाइड, जमाबंदी और निशानदेही मार्क करने सम्बधी काम प्रभावित हो रहे है। परंतु वहां पर तहसीलदार व नायब तहसीलदार छुट्टी पर चले जाने के बाद लोगों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है। विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि लोगों की रजिस्ट्री भी नहीं हो रही है, इसके कारण भी लोगों को दिक़्क़ते आ रही है। प्रदीप चौधरी ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी इस प्रकार की समस्याओं को लेकर लोगों को प्रताड़ित करने का काम न करें। प्रशासनिक अधिकारियों का यह दायित्व बनता है कि वह लोगों की समस्याओं का अति शीघ्र समाधान करें, यदि इस प्रकार से जनता परेशान होती रही तो वह सही नहीं है।
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