अनुशासित जीवन जीएं कामयाबी पाएं : योगिद्र सिंह नेहरा

Khoji NCR
2021-03-01 08:06:06

जीवन में 50 साल से अधिक पहनी वर्दी अब हुए सेवनिविरत जीवन में हमेशा अनुशासन अपनाएं रखें, इससे कामयाबी और संतोष प्राप्त होता है। यह उद्गार हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक योगिन्द्र सिंह नेहरा ने

आज उनके सम्मान में आयोजित विदाई समारोह में व्यक्त किए। वे सेना और पुलिस की 36 साल से अधिक सेवा के बाद रविवार को सेवानिवृत हुए। उन्होंने छात्र जीवन से ही वर्दी पहनकर सदैव अनुशासित और सत्यनिष्ठा से अपने कर्तव्य का निर्वहन किया। नेहरा ने कहा कि उनके जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व रहा है। छात्र जीवन में वर्दी पहने का अवसर प्राप्त हुआ। राष्ट्रीय इंडियन मिल्ट्री कालेज देहरादून में सबसे पहले वर्दी पहनी थी उसके बाद एनडीए, आइएमए, भारतीय सेना और इसके बाद पुलिस विभाग में वर्दी और अनुशासन साथ रहा। उन्होंने कहा कि वे सेना में 5 और पुलिस विभाग में 31 साल से अधिक के सेवाकाल के बाद आज संतुष्ट भाव से सेवानिवृत हो रहे हैं। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि सच्चाई का मार्ग कठिन नहीं है केवल उस मार्ग पर चलने वाले को ईमानदारी और मजबूती के साथ आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने पुलिस विभाग में कामयाबी का श्रेय अपने साथ कार्य करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को देते हुए कहा की टीम भावना से कार्य करने से मुश्किल भी आसान हो जाती है। पुलिस विभाग ने उन्हें जनता की सेवा का महान अवसर प्रदान किया। इस अवसर का लाभ अगर निडरता और सच्चाई से कार्य करते हुए उठाया जाए तो विभाग एवं समाज दोनों से ही भरपूर प्रेम व सम्मान प्राप्त होता है। उन्होंने आह्वान किया कि हमेशा सच्चा करने और कुछ अच्छा करने के प्रयास में लगे रहें। जहां और जिस स्थिति में हो वहां कुछ अच्छाई में बढ़ोतरी करें। इस अवसर पर हरियाणा सशस्त्र पुलिस के महानिरीक्षक हरदीप सिंह दून ने उन्हें स्मृति-चिन्ह भेंट किया। योगिद्र सिंह नेहरा को परंपरा का निर्वाह करते हुए फूलों से सुसज्जित खुली जिप्सी में पुष्पवर्षा करते सम्मान पूर्वक विदा किया। इस परंपरा अनुसार कर्मचारी व अधिकारी सेवानिवृत हो रहे अधिकारी की गाड़ी को इंजन बंद कर रस्से की सहायता से खींचते हुए उन्हें जीवन की दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं देते हैं। इससे पूर्व हरियाणा सशस्त्र पुलिस के महानिरीक्षक हरदीप सिंह दून ने योगिन्द्र सिंह नेहरा की प्रशंसा करते हुए बताया कि वे एक ही बैच के हैं दोनों ने पुलिस उप अधीक्षक के रूप में पुलिस सेवा आरंभ की थी। उन्होंने कहा कि योगिन्द्र सिंह नेहरा अनुशासन और अपने कर्तव्य के प्रति सदैव गंभीर रहे हैं और इनके पुलिस सेवा में योगदान अनुकरणीय रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण बंद हुए पुलिस प्रशिक्षण को इन्होंने पूरी सफलता के साथ दोबारा आरंभ किया और शानदार दीक्षांत समारोह के माध्यम से हजारों प्रशिक्षणार्थियों जनसेवा में समर्पित किया। मधुबन परिसर में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने में इनके प्रयासों की सराहना यहां के सभी कर्मचारी और अधिकारी करते हैं। समारोह में अकादमी के पुलिस उप महानिरीक्षक डा. अरूण सिंह ने कहा कि योगिद्र सिंह नेहरा को संपूर्ण व्यक्तित्व का धनी हैं। ऐतिहासिक परंपराओं, पुरानी इमारतों के संरक्षण के साथ-साथ लुप्त होती कलाओं और पहनावे को पुर्नजीवित करने में इनकी गहरी रूचि है। इस अवसर पर एचएपी के आदेशक किरतपाल सिंह, आदेशक अशोक भारद्वाज, आदेशक कृष्ण कुमार, अकादमी के पुलिस अधीक्षक राजेश कालिया एवं अकादमी तथा एचएपी के पुलिस उप अधीक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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