सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना में दिल्ली-मुुंबई हाईवे का निर्माण कर रही एपको इंटरप्राइजिज कंपनी के साइट मैनेजर रोहित शर्मा हत्याकांड मामले में पकड़े गए आरोपी भीम सिंह राघव पुत्र डूंगर सिंह राघव
निवासी गांव हिलालपुर, थाना रोजकामेव, जिला नूंह मेवात को पुलिस ने रिमांड अवधि पूरी होने पर अदालत में पेश किया और बताया कि आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि रोहित शर्मा की हत्या करने के लिए उसने अवैध हथियार उत्तरप्रदेश में एक स्थान से खरीदा था। साथ ही आरोपी की निशानदेही पर रोहित शर्मा की हत्या में प्रयुक्त किया गया हथियार भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस ने अदालत में बताया कि आरोपी ने कई अहम खुलासे किए और बताया कि पहले भी वह कई मामलों में आरोपित रह चुका है। आरोपी से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उसने अपने गांव के सरपंच पर गोली चलाई थी, जिसमें सरपंच बाल-बाल बचा था। चोरी की गई वारदात में वह शामिल रह चुका है और अवैध पिस्टल रखता था। साथ ही आरोपी ने यह भी खुलासा किया कि इस कंपनी के मैनेजर रोहित शर्मा की हत्या उसने रंजिश के चलते की थी क्योकि रोहित शर्मा और उसके बीच करीब दस दिन पहले साइट से सरिए की चोरी को लेकर झगड़ा हुआ था। उसे लोहे की प्लेट उठाते रोहित ने देख लिया। जिस पर नौबत मारपीट तक पहुंच गई। उस वक्त रोहित ने उसे लोहे का सरिया मार दिया था। इसी का बदला लेने के लिए उसने रोहित की रंजिश के चलते गोली मारकर हत्या कर दी। जिसके लिए उसने हथियार खरीदा था और वारदात वाली रात वह साइट पर जाकर रोहित शर्मा का इंतजार कर रहा था। जैसे ही वह बाहर आया, उसने उसके सीने में गोली दाग दी और वारदात को अंजाम देने के बाद अपने घर आकर सो गया। उसे इस बात का तनिक भी आभास नही था कि कार नंबर के आधार पर पुलिस उस तक पहुंच जाएगी और वारदात के 8 घंटे बाद ही उसे घर के भीतर सोते हुए पकड़ लेगी। मैनेजर रोहित शर्मा की हत्या के बाद उसके घर का चिराग बुझ गया है। रोहित शर्मा अपनी बुजुर्ग मां के इकलौते बेटे थे। रोहित शर्मा की हत्या से उनकी पत्नी के माथे का सिंदूर और ढाई वर्षीय बिटिया के ऊपर से पिता का साया उठ गया है। पिता के मौत के बाद रोहित शर्मा ही अपने घर से सैकड़ों मील दूर आकर नौकरी करते हुए अपने परिवार की गुजर-बसर कर रहे थे। रोहित शर्मा के घर में अब कमाने वाला कोई नही रहा है। उनकी बुजुर्ग मां की आंखें पथरा सी गई है। रोहित शर्मा की मां रोहित की मौत के बाद बार-बार बेहोश हो जाती है और कहती है कि कभी 15 दिन में तो कभी महीने में एक बार आकर उनका हालचाल जानने वाला रोहित अब इस दुनिया में नही रहा। उन्हे ये सपने में भी गुमान नही रहा कि साइट पर चोरी से रोकने पर कोई व्यक्ति उसके बेटे की गोली मारकर जान ले लेगा। ध्यान योग्य ये है कि सोहना-पलवल सडक़ मार्ग पर बन रहे मुंबई हाईवे का निर्माण करने वाली एपको इंफ्राटेक कंपनी ने सोहना के गांव सांचौली के समीप अपना प्लांट लगाया हुआ है। इस प्लांट में रोहित शर्मा बतौर मैनेजर काम करते थे। कई दिन पहले किसी व्यक्ति ने प्लांट मैनेजर रोहित शर्मा को गोली मार दी। जिस पर एपको इंफ्राटेक कंपनी में प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कार्यरत अजय विक्रम सिंह ने तुरंत कंपनी अधिकारियों और पुलिस को मामले से अवगत कराया और बताया कि वारदात वाली रात करीब पौने बारह बजे कोई अंजान युवक आई-20 कार में सवार होकर कंपनी केे प्लांट पर आया। जब वहां मौजूद रोहित शर्मा ने उस अंजान व्यक्ति से रात में प्लांट पर आने का कारण जानना चाहा तो उसने रोहित शर्मा को निशाने पर लेकर गोली चला दी। गोली लगने से रोहित शर्मा घायल हो गए। इसी दौरान गोली चलाने वाला व्यक्ति गाड़ी में बैठकर भागने में कामयाब हो गया। जिसकी सूचना उन्होने तुरंत कंपनी अधिकारियों व पुलिस कंट्रोल रूम में दी और गोली लगने से घायल रोहित शर्मा को तुरंत एक बड़े अस्पताल में ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने रोहित शर्मा को मृत घोषित कर दिया। रोहित शर्मा हत्याकांड में हत्यारे की पहचान कर उसे जल्द पकडऩे के लिए पुलिस कमिश्नर केके राव ने करीब आधा दर्जन भर स्पेशल पुलिस टीमें गठित कर आरोपी की पहचान कर उसे जल्द से जल्द पकड़े जाने के निर्देश दिए। पुलिस की सक्रियता काम आई और सोहना सीआईए पुलिस टीम ने बताई गई कार नंबर के आधार पर रोहित शर्मा हत्याकांड को अंजाम देने वाले अनजान युवक की पहचान कर उसे चंद घंटों में ही गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई। पकड़ में आए आरोपी की पहचान भीम सिंह राघव पुत्र डूंगर सिंह राघव निवासी गांव हिलालपुर, थाना रोजकामेव, जिला नूंह मेवात के रूप में हुई। पुलिस ने जब पकड़ में आए आरोपी को पुलिस थाने लाकर कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी ने खुलासा किया कि वह पहले टैक्सी चलाने का काम करता था लेकिन लॉकडाउन में उसका कामधंधा चौपट हो गया। जिसके बाद वह चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगा। बीती तेईस फरवरी की रात वह सोहना-पलवल सडक़ मार्ग पर बन रहे मुंबई हाईवे का निर्माण करने वाली एपको इंफ्राटेक कंपनी के गांव सांचौली के पास बने प्लांट पर चोरी करने की नीयत से गया था लेकिन देर रात में भी वहां मौजूद कंपनी के मैनेजर ने उसको लोहे का सामान उठाते देख लिया। जिस पर उसने गुस्से में आकर मैनेजर को सबक सिखाने के लिए उस पर गोली चला दी। गोली मैनेजर को लगने से उसकी मौत हो गई। एसीपी क्राईम प्रीतपाल सिंह सांगवान का कहना है कि आरोपी को पुलिस ने अदालत में पेश किया। जिसे अदालत ने भौंड़सी जेल भेज दिया है।
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