सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर श्री सनातन धर्मसभा के तत्वाधान में श्रीराममंदिर प्रांगण में संकीर्तन सुंदरकांड पाठ का आयोजन हुआ। इस मौके पर पंडित रमाकांत एंड पार्टी सुंदरकांड पाठ व संकीर्तन मे
श्रद्धालुओं के बीच ज्ञान की गंगा बहाते हुए श्रद्धालुओं को श्रीराम संकीर्तन पर झूमने पर मजबूर कर दिया। इस धार्मिक उत्सव में राजकुमार सेठी, जवाहरलाल संदूजा, चन्द्रभान रतड़ा, कृष्ण मुखी, यशपाल वर्मानी, श्रवण जुनेजा, वेदप्रकाश धवन, विपिन मल्होत्रा, लवली जुनेजा, नवीन जुनेजा, दीपक बाली, मोहित बजाज, तिलक जुनेजा, तन्नू कामरा, विमलेश गोस्वामी, बंटी गाबा, राहुल पपरेजा आदि प्रमुखजनों समेत समाज के तमाम बुजुर्ग श्री सनातन धर्मसभा राममंदिर से जुड़े तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ता, मातृशक्ति व अग्रवालसभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश अग्रवाल समेत आदि समेत आमंत्रित लोग विशेष रूप से मौजूद रहे। इस मौके पर बोलते हुए श्री सनातन धर्मसभा के प्रधान डाक्टर नरेश पाहूजा तथा प्रचारमंत्री विनीत रतड़ा ने कहा कि श्रीराम जी की धर्मनगरी अयोध्या में श्रीराम जी का भव्य मंदिर निर्माण रामभक्तों और पूरे देश के लिए सौभाग्य की बात है। उन्होने कहा कि हमारे भगवान श्रीराम जी ने समाज को जीने को तरीका सिखाया कि किस तरह हम मर्यादाओं में रहकर जीवन को खुशहाली और सुखमय तरीके से जी सकते है। अयोध्या में बनने वाला श्रीराममंदिर पूरे देश के लिए गौरव की बात है। यह मंदिर देश का सबसे बड़ा और ऐतिहासिक भव्य मंदिर होगा। जिससे करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी होगी। उन्होने कहा कि अच्छी बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युग में श्रीराम के भक्तों का इंतजार मंदिर निर्माण शुरू होने से खत्म होने वाला है। श्री सनातन धर्मसभा के प्रधान डाक्टर नरेश पाहूजा तथा प्रचारमंत्री विनीत रतड़ा ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए शुरू हुए धन संचय अभियान के तहत श्री सनातन धर्म रामसभा (रजि.) राममंदिर, सोहना ने एक लाख, 11 हजार 111 रुपए की धनराशि राममंदिर के निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या में देने का संकल्प किया है। उन्होने बताया कि श्री सनातन धर्म रामसभा कमेटी के प्रचारमंत्री व रामभक्त विनीत रतड़ा ने बताया कि यह धनराशि सभा सदस्यों द्वारा एकत्रित करने का अभियान चलाया हुआ था ताकि सभा की जमापूंजी पर अतिरिक्त भार ना पड़े, जो आज पूरा हो गया है। उन्होने बताया कि निधि राशि एकत्रितकरण के लिए सभा के पूर्व प्रधान बिमलेश गोस्वामी, उपप्रधान राजकुमार सेठी, विनीत रतड़ा, विपिन मल्होत्रा, तिलकराज डुडेजा, तरुण कामरा व पंडित हेमन्त वशिष्ठ की देखरेख में कमेटी बनाई गई थी। सभा के अध्यक्ष डाक्टर नरेश पाहूजा व रामभक्त विनीत रतड़ा ने लोगों को बताया कि यह उस मंदिर के लिए किया गया दान है, जिसके लिए 78 बार युद्ध हो चुके है। लाखों हिन्दुओं ने बलिदान दिया है। इसकी 10 रुपए की रसीद को आप फ्रेम में जड़वाकर अपने पूजा घर में रख सकते है ताकि दो-चार पीढिय़ों के बाद आपके घर के लोग गर्व से कहेंगे कि हमारे परदादा ने भी श्रीराम मंदिर के लिए दान दिया था। इसकी रसीद हमारे घर में आज भी है। अगर आपके नाती-पोते किसी के घर जाएंगे, उनके ड्राइंगरूम में इन पर्चियों की फोटो फ्रेम टंगी होगी तो आपकी आने वाली पीढिय़ां यह तो नही कहेंगी कि हमारे परदादा ने 492 वर्ष बाद बनने वाले मंदिर के लिए कुछ नही दिया था। उनको भी कुछ करना तो जरूर चाहिए था सभा के अध्यक्ष डाक्टर नरेश पाहूजा व रामभक्त विनीत रतड़ा की माने तो कल संसार भर से लोग उस अद्वितीय मंदिर को देखने आएंगे। वहां दानपात्र में 10 रुपए भी डालेंगे लेकिन मंदिर बनाने के लिए देना और मंदिर बनने के बाद दान देना दो बातें है। जब आप अयोध्या जी जाएंगे तो आपको उस अद्वितीय मंदिर को देखकर अपने उस निर्णय पर कितना गर्व होगा, जब आपने 10 रुपए की रसीद कटवाई थी। संघ अगर चाहता तो दो-चार दिनों में देश-विदेश से हजारों करोड़ रुपए इस मंदिर के लिए जमा कर लेता लेकिन ऐसा ना करके इसने हर हिन्दू को एक अमूल्य अवसर दिया है कि वे भी अपना अंशदान कर सके। समर्पण निधि की पर्चियां आपके क्षेत्र में काटने अगर कोई नही पहुंचा तो कौन काट रहा है। ये रसीद बुक किसके पास है, ये आपको स्वयं पता भी करना पड़े तो अवश्य कीजिए। ये संघ के स्वयंसेवकों-विहिप के पदाधिकारियों के पास अवश्य मिलेंगी। ये अमूल्य रसीदें है। इनको ढूंढिए नहीं तो इस ऐतिहासिक अवसर को गंवाने के बाद कल आपको कितना पछतावा होगा।
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