पीएम मोदी ने गुलमर्ग खेलो इंडिया विंटर गेम्स का किया शुभारंभ, कहा-देश के हर जिले में होगा खेलो इंडिया सेंटर

Khoji NCR
2021-02-26 09:01:35

श्रीनगर,: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कश्मीर के गुलमर्ग में खेलो इंडिया विंटर गेम्स का वर्चुअल मोड से उद्घाटन किया। इसमें देश भर के विभिन्न राज्यों से 1200 से अधिक खिलाड़ी भाग ले र

े हैं। प्रधानमंत्री ने उद्घाटन के बाद खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि खेलों इंडिया के तहत हर जिले में एक सेंटर विकसित किया जाएगा। यही नहीं खेलों में उच्च शिक्षा के संस्थान और खेल विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जाएगी। उन्होंने इन खेलों में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को आत्मनिर्भर भारत का ब्रांड अम्बेस्डर करार दिया। गुलमर्ग में आयोजित दूसरे खेलो इंडिया नेशनल विंटर गेम्स का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह जम्मू-कश्मीर को विंटर गेम्स में भारत का एक प्रमुख केंद्र स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने देश भर से आए खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस बार अधिकांश राज्यों से इस प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या लगभग दो गुना हो गई है। यह साफ दर्शाता है कि किस कदर विंटर गेम्स के प्रति खिलाड़ियों का रूझान बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इन खेलों में भाग लेने का अनुभव खिलाड़ियों को विंटर ओलंपिक्स में भाग लेने में भी मदद करेगा। मोदी ने कहा कि खेलो इंडिया अभियान से ओलंपिक पोडियम ले जाने की मंशा से ही यह अभियान शुरू किया गया है। जम्मू और कश्मीर में खेलों इंडिया के तहत दो सेंटर आॅफ एक्सिलेंस स्थापित हैं। ऐसे सेंटर देशभर में हर जिले में खोले जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते हुए मोदी ने कहा कि पिछले साल विंटर गेम्स में जम्मू-कश्मीर की टीम ने पहले की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन किया। अब देश भर के कई राज्य विंटर गेम्स की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। विंटर गेम्स का अनुभव भारत के गौरव को बढ़ाने के काम आएगा। गुलमर्ग में हो रहे ये खेल दिखाते हैं कि जम्मू-कश्मीर शांति और खुशहाल के लिए कितना तत्पर है। यह गेम्स जम्मू-कश्मीर में खेल गतिविधियों को और बढ़ावा देगा। इन खेलों से जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। कोरोना के कारण जो दिक्कतें आई थी अब वे भी धीरे-धीरे कम हो रही है। मोदी ने कहा कि खेल हर किसी व्यक्ति की जीवनशैली को घटाता है। विश्व में कोई देश सिर्फ आर्थिक और सामरिक शक्ति से ही आगे नहीं बढ़ता है बल्कि कई ऐेसे क्षेत्र हैं जिनका अहम महत्व है। इनमें एक खेल भी है। खेल आज देश की शक्ति का परिचायक है। खेलों में भाग लेकर खिलाड़ी विश्व भर में अपनी पहचान बनाते हैं इसलिए इसे मात्र प्रतिस्पर्धा और मेडल लेने तक ही नहीं कहा जा सकता। इसका एक वैश्विक रूप है। बीते वर्षाें में देश में खेलों इंडिया से लेकर ओलंपिक तक हम एक नई दिशा के साथ आगे बढ़ रहे हैं। सरकार स्पोर्टस प्रोफेशनल की भी सेवाएं भी ले रही है। खिलाड़ियों के चयन को लेकर पारदर्शिता बरती जा रही है। इन खिलाड़ियों ने देश का सम्मान बढ़ाया है। उनका भी सम्मान किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति में भी खेलों को भी काफी महत्व दिया गया है। अब खेल पाठ्यक्रम का अहम हिस्सा है। विद्यार्थियों के लिए यह एक बड़ी क्रांति है। देश में अब स्पोर्टस विश्व विद्यालय खोले जा रहे हैं। स्पोर्टस साइंस और स्पोर्टस मैनेजमेंट को स्कूलों तक कैसे ले जाना है इस पर भी विचार किया जा रहा है। जब आप खेलों इंडिया प्रतिस्पर्धा में अपने प्रतिभा दिखाएंगे तो यह सोचें कि यह मात्र खेल नहीं है बल्कि यह आत्मनिर्भरता की ओर एक प्रमुख कदम है। जब भी आप मैदान में उतरें भूमि को अपने मन और आत्मा में हमेशा रखें। इससे आपका खेल ही नहीं व्यक्तित्व भी निखर जाएगा। जब आप मैदान में उतरते हैं तो आप अकेले नहीं सवा सो लोग आपके साथ होते हैं। उन्होंने खेलों इंडिया में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय खेल मंत्री समेत सभी आयोजकों का आभार जताया।

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