सोहना,(उमेश गुप्ता): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों को गंदगी ना फैलाने और स्वच्छता को बढ़ावा देने का संकल्प दिखा रहे है तो सोहना में नगरपरिषद प्रशासन की लापरवाही से जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे
है। कही कूड़े के ढेरों मे आग लगाकर प्रदूषण को बढ़ावा दिया जा रहा है। देखने वाली बात ये है कि नगरपरिषद प्रशासन की तरफ से शहर में शिव चौक पर कूड़ा ना जाने को लेकर बोर्ड भी लगाया गया है। बावजूद इसके यहां पर लोगों के साथ-साथ परिषद के सफाई कर्मचारी भी हाथ ठेलियों में कूड़ा भरकर यहां डालते हुए नगरपरिषद प्रशासन के लगाए गए कूड़ा ना डालने वाले बोर्ड की अवहेलना कर परिषद प्रशासन के अधिकारियों के दिए गए आदेशों को ठेंगा दिखाने से बाज नही आ रहे है। लोगों का कहना है कि नगरपरिषद में सफाई कर्मचारियों की लंबी-चौड़ी फौज होने के बावजूद शहर में जगह-जगह गंदगी की भरमार है। शहर के बाजार में सुबह के वक्त नगरपरिषद उपाध्यक्ष पंकज सिंगला के प्रतिष्ठान के समीप बने श्री शिव चौक पर कूड़े का जमावड़ा और कूड़े के ऊपर गायों व कुत्ते को कूड़े को इधर-उधर सडक़ पर फैलाते देखने का नजारा मिला। जिसे हमारे पत्रकार ने अपने कैमरे में कैद कर नगरपरिषद प्रशासन के सफाई दावों की पोल खोलने और सच्चाई को सामने लाने का प्रयास किया है। देखने में आ रहा है कि शहर में लेबर चौक, शिव चौक, महाराजा अग्रसेन पार्क के सामने, खेलस्टेडियम के बाहर, राजीव गांधी पार्क को आवाजाही वाले सडक़ समेत विभिन्न चौक-चौराहों और गली-मोहल्लों में सडक़ के बीचोबीच पड़ा कूड़ा स्वच्छता अभियान को पलीता लगाते नजर आता है। ऐसा ही नजारा शहर के वार्ड-14 में मोहल्ला भूरपाड़ा, वार्ड-16 और 15, वार्ड-5 की शिव कॉलोनी तथा बालूदा रोड, वार्ड-6 की अंबेडकर कॉलोनी, वार्ड-8 के पलवल रोड आदि समेत विभिन्न स्थानों पर देखने को मिल रहा है। सफाई कर्मचारियों की अनदेखी के चलते गंदगी का साम्राज्य बना हुआ है। देखने में आ रहा है कि शहर में जगह-जगह विभिन्न वार्डों, गली, मोहल्लों, नई बसी कॉलोनियों में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे पड़े है। सुबह से शाम तक आवारा पशु गंदगी पर मुंह मारते नजर आते है। गंदगी के कारण आसपास के लोगों का रहना दुश्वार हो गया है। गंदे और बरसाती पानी की निकासी के लिए सडक़ किनारे बनाई गई अधिकांश नालिया हमेशा ओवर फ्लो रहती है। गंदगी के कारण बीमारी फैलने का डर बना हुआ है। अग्रवाल युवा नेता सैंकी सिंगला, युवा समाजसेवी मुकेश राजपाल, मुकेश शर्मा एडवोकेट, मुकेश गर्ग एडवोकेट आदि जागरूक लोगों व शहरवासियों का कहना है कि गंदगी से उठने वाली बदबू के कारण उनका चलना-फिरना मुश्किल होता जा रहा है। ताज्जुब तो यह है कि नगरपरिषद के पास पुराने व स्थाई रूप में लगे सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ ठेका प्रणाली के माध्यम से लगाए गए सफाई कर्मचारियों की लंबी-चौड़ी फौज है। सफाई कर्मचारियों को हाथ रेहडिय़ां भी मुहैया कराई गई है। पर्याप्त संसाधन भी है। आर्थिक दृष्टि से नगरपरिषद मालामाल भी है। फिर भी शहर साफ रहने की बजाय गंदगी से भरपूर है। लोगों को नारकीय जीवन बिताना पड़ रहा है। नगरपरिषद के कार्यकारी अधिकारी संदीप मलिक का कहना है कि सफाई कर्मचारी तैनात है। फिर भी सफाई की समस्या है तो वह स्वयं मौका मुआयना कर हालातों का जायजा लेंगे। सफाई व्यवस्था में और सुधार लाया जाएगा।
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