सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना नगरपरिषद के वार्ड-पांच के तहत तिरपत कॉलोनी में माता भगवती जागरण का शुभारंभ बाबा साईनाथ के परम भक्त बाबा जगन्नाथ गोदारा ने ज्योति प्रज्वलित करके किया। इस मौके पर विश
ष आमंत्रित रूप में उपस्थित सोहना व्यापारमंडल के चीफ एडवाइजर उमेश अग्रवाल, इंजीनियर मुकेश कुमार, हन्नी गोदारा आदि प्रमुख लोगों के अलावा छत्तीस बिरादरी, सर्वजातीय समाज, विभिन्न स्वयंसेवी, धार्मिक संघों के प्रतिनिधि तथा कई राजनीतिक पार्टियों के स्थानीय नेता भी उपस्थित रहे। जगराते में महामाई का गुणगान करने वाली महंत चमनपुरी गोसाई एंड पार्टी के गायक कलाकारों ने अपने मधुर कंठ से श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डुबोते हुए इस कदर झूमने पर मजबूर कर दिया कि बच्चे तो बच्चे महिलाएं और पुरूष भी पंडाल में महामाई के दरबार के समक्ष घंटों मदमस्त हो नृत्य करते रहे। जगराते में श्री शिव तांडव, बजरंग बली हनुमान, माता शेरा वाली, श्री साई बाबा, श्री कृष्ण-सुदामा, काली माई की झाकी, गौमाता आदि झांकियों की भव्यता देखते ही बनती थी। इस मौके पर उपस्थितों के बीच बोलते हुए बाबा साईनाथ के परम भक्त बाबा जगन्नाथ गोदारा ने कहा कि संत-महात्माओं की संगति इंसान के जीवन को महान बनाती है। सच्चे श्रद्धा व भाव से किया गया दान ही जीवन में काम आता है। धार्मिक आस्था रखते हुए इंसान को आपस में प्रेम-प्यार, भाईचारा, मानवता की सीख देता है। इसलिए हम उस प्रभु को कभी नहीं भूलना चाहिए। उसके दिखाये रास्ते पर चलते हुए हमें एक-दूसरे का आदर करना चाहिये। किसी का कोई भी कर्म हो, कोई भी क्षेत्र हो लेकिन उस सबसे पहले इंसान में इंसानियत जरूरी है और वो इंसानियत तभी संभव है, जब हम भगवान की शरण में जाये और अपने अंदर सदगुण बनाये। इस मौके पर विक्की गोदारा, हन्नी गोदारा, मुकेश कुमार ने कहा कि 84 करोड़ योनि के बाद मनुष्य जीवन मिलता है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में सदैव सच्चाई के रास्ते पर चल परोपकार और सेवा की भावना दिल में रखनी चाहिए और प्रतिदिन प्रभु का स्मरण करना चाहिए क्योंकि प्रभु भक्ति में लीन इंसान का जीवन सफल होता है। उन्होंने अहंकार, ईष्र्या, क्रोध, कड़वे बोल, बड़बोलेपन को इंसान का सबसे बड़ा शत्रु बताते हुए कहा कि परोपकार और सेवा भावना से इंसान में इंसानियत आती है। जीवन जीने का अदभुत आनंद आता है। भगवान की शरण में जाने से इंसान का जीवन अपने आप सुधर जाता है।
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