सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर आसमान छूते सब्जियों के भाव अब काफी नीचे आने से महिलाओं के चेहरों पर रौनक वापस लौटने लगी है। सब्जियों के दाम गिरने से मंडी में सब्जी खरीदने वाले ग्राहक भी काफी खुश नज
र आते है। बता दें कि स्थानीय सब्जीमंडी में जो आलू पहले 30 रुपए किलो बिक रहा था, वहीं आलू अब 6 से 8 रुपए किलो बिक रहा है। महंगाई के वक्त में 60 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर अब 8 से 10 रुपए किलो के बीच बिक रहा है। गाजर 4 से 6 रुपए प्रति किलो बिक रही है। यहीं नहीं हरी मिर्च, नींबू, लहसून के दामों में भी काफी गिरावट देखी जा रही है। किसी वक्त में 80 रुपए प्रति किलो बिकने वाली फूल गोभी अब यहां पर 10 रुपए की 2 से 3 किलो तथा पत्ता गोभी 10 रुपए की 3 से 4 किलो तक बिक रही है। पालक 3 रुपए किलो, मेथी 5 से 6 रुपए किलो, बधवा 3 से 5 रुपए किलो, सरसो का साग 5 रुपए किलो, मटर 18 से 20 रुपए किलो, धनिया 4 से 5 रुपए प्रति किलो और लहसून 50 से 60 रुपए प्रति किलो, मूली 2 रुपए किलो बिक रही है। केवल मात्र अरबी, भिंडी आदि को छोडक़र अन्य सब्जियों का भी यहीं हाल है। गृहणियों रितेश सैनी, रेखा रानी, सरला देवी, दीपा सिंगला, मनीषा गुप्ता, कैलाशो यादव, मंजू राजपाल, रजनी चौहान, रजनी भारद्वाज, बबीता सैनी, बृजेश गुर्जरी, प्रीति जाटनी, पूनम रानी, निर्मल शर्मा, बबीता शर्मा, बीरवती खटाना, रितेश देवी सैनी आदि का कहना है कि सब्जियों के दामों में आई गिरावट ने उनके चेहरे की खुशी वापिस लौटा दी है जबकि पहले दो वक्त के लिए सब्जी खरीदने और पकाने से पहले कई बार सोचना पड़ता था और बढ़ती महंगाई के कारण उन्होंने एक वक्त सब्जी बनाना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया कि अब वह बच्चों को सलाद के रूप में टमाटर के साथ-साथ मूली और गाजर भी दे रही है और हरा धनिया भी 4 से 5 रुपए किलो के बीच होने के कारण वह सब्जियों में अदरक और हरी मिर्च के साथ-साथ हरे धनिया का भी खूब इस्तेमाल कर रही है। वही सब्जी विक्रेता मुकेश राजपाल, दीवान सैनी, श्रीराम सैनी, अजीत कुमार, शाकाल, महेन्द्र, उमेश सैनी, नंबरदार लल्लू सैनी, भागीरथ सैनी आदि दुकानदारों का कहना है कि सब्जियों के दामों में गिरावट के चलते मंडी में ग्राहकों की भीड़ बढ़ गई है। ग्राहक भी अपनी पसंदीदा सब्जी जमकर खरीद रहे है। मंडी के भीतर लहसून, नींबू, हरी मिर्च बेचने वाले मुकेश राजपाल मुखी जी का कहना है कि सब्जी के दाम कम होने से उनकी जमकर दुकानदारी हो रही है। मंडी में सब्जी खरीदने आने वाली महिलाएं और लोग भी खुश नजर आते है।
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