इस्लामाबाद, । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान श्रीलंका दौरे पर जाने वाले हैं। इस दौरान उन्हें यहां के संसद को संबोधित करना था, जिसे अब रद कर दिया गया है। पाकिस्तानी मीडिया डॉन न्यूज ने इस
ी जानकारी दी है। श्रीलंकाई सरकार के इस कदम को भारत के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के तौर पर देखा जा रहा है। माना जा रहा था कि इमरान अपने भाषण के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाएंगे, जिससे भारत नाराज हो सकता है। ऐसे में यह कार्यक्रम रद कर दिया गया। गौरतलब है कि पाकिस्तान को जब भी मौका मिलता है वह कश्मीर पर छाती पीटने से बाज नहीं आता। अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले के बाद से उसकी बौखलाहट और बढ़ गई। बार-बार वह इस मुद्दे को वैश्विक पटल पर उठाने की कोशिश करता है, लेकिन उसकी बात कोई नहीं सुनता। इमरान खान 22 फरवरी से दो दिवसीय यात्रा पर कोलंबो की यात्रा करने वाले हैं। वह 24 फरवरी को श्रीलंका की संसद को संबोधित करने वाले थे। पाकिस्तान के आग्रह पर इसका आयोजन होना था। इस दौरान वह श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंद्रा कपाकासा से भी मुलाकात करेंगे और एक निवेशक सम्मेलन में भाग लेंगे। श्रीलंकाई मीडिया ने इमरान खान के संबोधन को रद करने के पीछे विभिन्न कारणों का हवाला दिया है। श्रीलंका के दैनिक एक्सप्रेस ने विदेश सचिव जयनाथ कोलंबेज के हवाले से कहा कि स्पीकर महिंदा यापा अबेदेना ने कोरोना के मद्देनजर इस कार्यक्रम को रद करने का अनुरोध किया था। हालांकि, इसी अखबार ने अज्ञात सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि श्रीलंकाई सरकार में कुछ लोग नहीं चाहते थे कि इमरान के भाषण का आयोजन हो। उन्हें डर था कि ऐसा करने से भारत के साथ संबंध खराब हो सकते हैं। गौरतलब है कि कोलंबो बंदरगाह के ईस्टर्न कंटेनर टर्मिनल (ईसीटी) को लेकर डील रद होने से भारत के साथ उसके संबंध बिगड़े हैं, ऐसे में वह ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहता, जिससे संबंधों में खटास और बढ़े।
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