सोहना,(उमेश गुप्ता): दिल्ली-अलवर नेशनल हाईवे पर स्थित सोहना-भौंड़सी-बादशाहपुर गांवों में जगह-जगह सर्विस रोडों पर यातायात पुलिस की नाक के नीचे ईंटों से भर ओवरलोड ट्रैक्टर पूरा-पूरा दिन खड़े हो
े तथा पूरा दिन आवाजाही करने से राहगीर परेशान है। लोग यह नही समझ पा रहे कि दोपहिया वाहनों और कार चालकों का किसी ना किसी बहाने चालान काटकर वाहवाही लूटने वाली यातायात पुलिस की निगाह सोहना-भौंड़सी-बादशाहपुर गांवों में जगह-जगह सर्विस रोडों पर पूरा-पूरा दिन खड़ा रहने वाले ईंटों से भरे ओवरलोड ट्रैक्टरों पर क्यो नही जा रही है? कही ऐसा तो नही कि इन ओवरलोड़ ट्रैक्टर चालकों की यातायात पुलिस से मिलीभगत हो और यातायात पुलिस ने इन्हे अपना संरक्षण दे रखा हो। अन्यथा क्या कारण है कि दिन के उजाले में यातायात पुलिस की नाक के नीचे ईंटों से भरे यह ओवरलोड ट्रैक्टर पूरा-पूरा दिन किसकी शह व संरक्षण पर खड़ा करते हुए यातायात नियमों को ठेंगा दिखा रहे है। देखने में आ रहा है कि यहां पर दिल्ली-अलवर नेशनल हाईवे पर स्थित सोहना-भौंड़सी-बादशाहपुर गांवों में जगह-जगह सर्विस रोडों पर कही ईंटों से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियों ने गांव बादशाहपुर, गांव भौंड़सी और शहर सोहना में चुंगी नंबर दो से निरंकारी कॉलेज तक बने सर्विस रोड पर पूरी तरह अपना कब्जा बनाया हुआ है। खेलस्टेडियम तथा बस अड्डे के पास और नूंह रोड पर निरंकारी कॉलेज के इर्द-गिर्द इनका सबसे ज्यादा जमावड़ा लगा होता है। देखने में आ रहा है कि भोर सवेरे से देर रात तक ईंट से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां सर्विस रोड पर जगह-जगह खड़ी नजर आती है। सर्विस रोड पर ईंटों से भरी ओवरलोड़ ट्रैक्टर-ट्रालियां आम जनमानस व दोपहिया वाहन चालकों के लिए भी परेशानी का सबब बनी हुई है। देखने में आ रहा है कि खेती कार्यों में प्रयुक्त होने वाली ट्रैक्टर-ट्रालियों को कमर्शियल प्रयोग में लाने के साथ-साथ क्षमता से अधिक ईंट भरी होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के छोटे संपर्क मार्गों पर आवाजाही के वक्त सडक़ पर अन्य वाहनों को निकलने के लिए जगह ही नहीं रहती है, जिससे हर समय दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।
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