सोहना,(उमेश गुप्ता): तेज रफ्तार में दौड़ रहे बेलगाम वाहनों की रफ्तार थमने का नाम नही ले रही है। जिससे आए दिन सडक़ हादसे हो रहे है। ताजा मामला गांव धुलावट के पास का है, मोटरसाइकिल पर फेरी लगाने वाल
ा 27 वर्षीय महेन्द्र फेरी लगाने के लिए केएमपी एक्सप्रेस-वे से सोहना की तरफ आ रहा था। जब वह गांव धुलावट के समीप पहुंचा, तभी एक तेज रफ्तार में बेलगाम दौड़े आ रहे कंटेनर ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में महेन्द्र की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। महेन्द्र वार्ड-दो तावडू का रहने वाला बताया गया है। पुलिस ने इस मामले में मृतक के भाई सतीश की शिकायत पर कंटेनर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मृतक का शव पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस का कहना है कि कंटेनर चालक को मय कंटेनर पुलिस जल्द गिरफ्तार करेगी जबकि दूसरा सडक़ हादसा सोहना हलका में कलवाड़ी के पास उस वक्त हुआ, जब तेज रफ्तार में बेलगाम दौड़े आ रहे एक वाहन ने एक मोटरसाइकिल सवार को चपेट में लेकर मोटरसाइकिल सवार कुचल दिया। हादसा इतना भयानक था कि टक्कर के बाद मोटसाइकिल सवार मोटरसाइकिल से उछलकर नीचे आ गिरा और उसका हैल्मेट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घायल युवक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में दिए जाने पर पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई लेकिन इसी दौरान हादसे के बाद वाहन चालक सडक़ पर वाहनों की ज्यादा आवाजाही का फायदा उठाकर घटनास्थल से वाहन समेत भागने में कामयाब रहा है लेकिन मौके के हालातों और टायरों के निशानों से जाहिर हो रहा है कि इस हादसे को किसी बड़े वाहन ने अंजाम दिया है। हादसे की सूचना पाकर पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई और आवाजाही वाले सभी रास्तों की नाकेबंदी कर दी ताकि हादसे को अंजाम देने वाले वाहन चालक और वाहन की पहचान कर उसे जल्द पकड़ा जा सके। मृतक की पहचान अशोक कुमार मूल निवासी गोयला डेरी, नजफगढ़, दिल्ली के रूप में हुई है। पुलिस ने मृतक का शव कब्जा पुलिस में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया है और हादसे की सूचना मृतक के परिजनों को दी। इस मामले में पुलिस ने फिलहाल इस मामले में मृतक के साले राजेश कुमार निवासी पालमविहार कॉलोनी, दिल्ली की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ आवश्यक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुटी है। पुलिस का कहना है कि अज्ञात वाहन चालक की पहचान कर उसे मय वाहन जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेश कुमार निवासी पालमविहार कॉलोनी, दिल्ली की तरफ से पुलिस को दी गई शिकायत में बताया है कि वह उपरोक्त पते का रहने वाला है। उसका जीजा अशोक कुमार मूल निवासी गोयला डेरी, नजफगढ़, दिल्ली बीती देर शाम जब मोटरसाइकिल पर डयूटी से घर लौट रहे थे, तभी तेज रफ्तार में बेलगाम दौड़े आ रहे किसी अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल में टक्कर मार उन्हे अपनी चपेट में ले लिया। हादसे को देख राहगीर इकटठा हो गए और हादसे की सूचना तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में दी। मौके पर आई पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर हादसे की सूचना मृतक अशोक के परिजनों को दी। अशोक की मौत की सूचना परिजनों को लगी तो घर में कोहराम मच गया। परिजन तुरंत घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। हादसे के बाद वाहन चालक वाहन समेत भागने में कामयाब हो गया। पुलिस का कहना है कि अज्ञात वाहन चालक की पहचान कर उसे मय वाहन जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। देखने वाली बात ये है कि सोहना क्षेत्र में भी पहाड ऊपर और पहाड नीचे ओवरलोड और तेज रफ्तार में दौडऩे वाले वाहनों पर यातायात पुलिस लगाम लगाने में विफल साबित हो रही है। जिससे आए दिन हादसे हो रहे है। इन हादसों में किसी मां का लाल अकाल मौत का ग्रास बन रहा है तो किसी सुहागिन का सुहाग खत्म होने से मांग का सिंदूर उजड़ रहा है। किसी बच्चे के सिर से बाप का साया उठ रहा है तो कोई हाथ-पैर टूटने पर अपंग होकर रह जाता है। ध्यान योग्य यह है कि सोहना से गुरूग्राम और सोहना से बल्लबगढ़-फरीदाबाद सडक़ मार्ग पर रात के वक्त सबसे ज्यादा डंपर चलते है। जिनके पास ना कोई पूरे कागजात होते है। ना चालकों पर लाइसेंस होता है। नौसिखिया और कम उम्र के बच्चे निर्धारित कायदे-कानूनों को ठेंगा दिखाते हुए तेज रफ्तार में बेलगाम ओवरलोड डंपरों को दौड़ाकर क्षेत्र में यमदूत के रूप में पहचान बनाए हुए है। इससे पहले भी ओवरलोड डंपर सोहना शहर के बाईपास गोल सर्कल पर यातायात नियंत्रित करने के लिए बनाई गई ट्रैफिक पुलिस चौकी पर पलट कर 2 बार ट्रैफिक पुलिस चौकी को क्षतिग्रस्त कर चुके है। दोनों बार क्षतिग्रस्त पुलिस चौकी को दोबारा से बनवाया गया लेकिन उसके बाद भी यातायात पुलिस प्रशासन बेलगाम दौड़ रहे इन ओवरलोड वाहनों विशेषकर लंबे-लंबे ट्रोलाओं, कैंटरों और डंपरों पर रोक नही लगा पा रहा है। ऐसे में लोगों के बीच यातायात पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है और लोग यह नही समझ पा रहे है कि यातायात पुलिस प्रशासन पत्थरों के तोडऩे पर सुप्रीम कोर्ट की बंदिश के बावजूद चोरी से पत्थर तोडक़र भरकर चलने वाले इन ओवरलोड वाहनों खासकर डंपरों पर रोक क्यो नही लगा पा रहा है। कही यह डंपर चालक यातायात पुलिस के लिए कमाऊ पूत तो नही है। बीते दिन भी यहां पर गांव ग्वालपहाड़ी में खुद प्रदेश के खनन एवं परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने जिला परिवहन अधिकारी को मौके पर बुलाकर 11 ओवरलोड डंपरों को पकड़ा और भारी-भरकम जुर्माना लगाया था। उससे पहले भी प्रदेश के खनन मंत्री मूलचंद शर्मा खुद गृहमंत्री अनिल विज को पत्र लिखकर यह आरोप लगा चुके है कि पुलिस की शह पर खनन माफिया और डंपर माफिया सक्रिय है। पुलिस खनन माफिया और डंपर माफिया के गठजोड़ को रोका जाए। बावजूद इसके यह गठजोड़ रूकने का नाम नही ले रहा है। क्षेत्र के जागरूक लोगों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि हादसे को अंजाम देने वाले वाहन चालक की पहचान कर वाहन को चालक समेत जल्द पकड़ा जाए और राजकोष अथवा रैडक्रास के माध्यम से मृतक के परिजनों को कम से कम 30 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और मृतक के एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए।
Comments