सोहना,(उमेश गुप्ता): आतंकियों के सीआरपीएफ काफिले पर फिदायीन हमले की दूसरी पुण्यतिथि पर रविवार को महिलाओं ने शहीद जवानों को दो मिनट का मौन रखकर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सामाजिक संस
्था उन्नति चेरिटेबल ट्रस्ट की चेयरपर्सन बबीता यादव का कहना है कि अब वह वक्त आ गया है कि भारत को दोबारा से पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक कर उसे मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। नगरपरिषद चेयरपर्सन विभा खटाना का कहना है कि शांति दूत बनने से काम नही चलेगा। दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब देकर निपटा जा सकता है। नगरपार्षद श्रीमती कुसुम गोयल का कहना है कि जम्मू कश्मीर में हो रहे आतंकी हमले पाकिस्तानी सेना की शह पर हो रहे है। हम जब तक सब्र करेंगे, पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतें करता रहेगा। नापाक हरकतों को रोकने के लिए भारतीय सेना को खुली छूट दी जानी चाहिए। अग्रवाल महिला समाज अध्यक्ष श्रीमती मीनाक्षी अग्रवाल का कहना है कि पाकिस्तान के खिलाफ अब बयानबाजी की बजाय देश की जनता ठोस कार्रवाई चाहती है। 125 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में आतंकी खुलकर खेल रहे है। फिदायीन हमला कर हमारे जवानों की जान ले रहे है। पाकिस्तान हमारे स्वाभिमान को ललकार रहा है और चुनौती दे रहा है। भारतीय सेना कही से भी कम नही है। भारतीय सेना को कुछ दिन के लिए खुली छूट दे देनी चाहिए। अपनी सेना पराक्रम दिखाकर लाहौर और रावलपिंडी पर कब्जा करके ही दम लेगी। पाकिस्तान को उसकी औकात पता चल जाएगी। सोहनाढाणी गांव में रहने वाली नंबरदारनी कविता सैनी धर्मपत्नी नंबरदार जितेन्द्र सैनी अब सरकार से जानना चाहती है कि आखिर कब तक अपने देश के जवान ऐसे ही शहीद होते रहेंगे। जवानों का मनोबल गिरना किसी भी राष्ट्र के लिए खतरनाक होता है। यह किसी युद्ध में मिली हार से भी बड़ी हार होती है। इसलिए जरूरी है कि सरकार भारतीय सेना को जवाबी कार्रवाई के लिए खुली छूट दे ताकि दुश्मन के गढ़ में घुसकर हमारी सेना पाकिस्तानी सेना को नाको चने चबवाकर उसी की मांद में जाकर मारकर आए। नगरपार्षद श्रीमती कमलेश नंदा तथा पंजाबी महासंघ के प्रधान व पूर्व नगरपार्षद हरीश नंदा का कहना है कि पाकिस्तान आज भारतीय सेना के साथ अमानवीय हरकत की हिम्मत इसलिए कर रहा है क्योकि उस पर चीन और आतंकियों का हाथ है लेकिन अब भारत चीन और पाकिस्तान से तनिक भी दबने वाला नही है। यदि चीन-पाकिस्तान और आतंकियों में जरा भी हिम्मत है तो वह भारत से आमने-सामने मुकाबला करके दिखाए। सोहना के नयागांव में रहने वाली जिलापार्षद मीनाक्षी भड़ाना और गांव लोहसिलानी में रहने वाली जिलापार्षद श्रीमती प्रीति चौहान और पूर्व जिलापार्षद पूनम भामला का कहना है कि आज जरूरत इस बात की है कि पाकिस्तान को जैसे का तैसे की तर्ज पर जवाब दिया जाए और एक सैनिक की शहदात के बदले पाकिस्तानी सेना के 5 हजार सैनिकों को ढेर कर उनके सिर काटकर लाकर देश के प्रमुख स्थानों पर चौराहों के बीच लटकाए जाए ताकि पाकिस्तान भविष्य में कभी भी भारतीय सेना पर फिदायीन हमला करवाना तो दूर सोच भी ना पाए। नगरपार्षद श्रीमती रेखा रावत का कहना है कि आतंक व बुराई की इस लड़ाई में पूरा देश एकजुट है। हमारे वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नही जाएगा। जरूरत इस बात की है कि केन्द्र सरकार सैनिकों को खुली छूट दे ताकि भारतीय सेना पाकिस्तान को उसकी औकात बता सके। नगरपार्षद श्रीमती वेदकला शर्मा का कहना है कि मैं जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए कायराना हमले से बहुत दुखी है। हमारे शहीद जवानों की शहादत हर्गिज बेकार नही जाएगी। इसका बदला जल्द ही लिया जाएगा। आज पूरा देश गुस्से में है और पाकिस्तान सरकार की शह पर हुए कायराना हमले की निंदा कर रहा है लेकिन पाकिस्तान को यह नही भूलना चाहिए कि भारतीय सेना विश्व की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में से एक है और जरूरत पड़ी तो भारतीय सेना इस बार पाकिस्तान में घुस लाहौर और रावलपिंडी पर भारतीय झंडा लहराकर पाकिस्तानी सेना को चुन-चुनकर मारेगी। नगरपालिका की पूर्व चेयरपर्सन संगम गुप्ता पत्नी उमेश गुप्ता तथा रोशनी भारद्वाज, अर्चना राघव, ग्रामपंचायत दौहला की पूर्व सरपंच सीमा राघव, रायसीना में रहने वाली शिक्षाविद कैलाश देवी, निर्मला देवी, किरण यादव, रितेश देवी सैनी, नगरपार्षद प्रोमिला देवी, सोहना ब्लाक समिति चेयरपर्सन भारती दायमा आदि जागरूक महिलाओं का कहना है कि भारत को चाहिए कि पाकिस्तान पर बार-बार सर्जिकल स्ट्राइक करे ताकि पाकिस्तान की कमर पूरी तरह टूट जाए और नापाक इरादे छोड़ सही रास्ते पर आने के लिए मजबूर हो जाए। सरकार ऐसी योजना बनाए कि पाकिस्तान को दोबारा से 4 टुकड़ों में बांट दिया जाए। भारत को दुनिया क्या कहेगी, वाली चिंता छोडक़र राष्ट्र हित को सर्वोपरि रख इस्त्राइल वाली कूटनीति अपनानी होगी और पूरी दूनिया से अलग-थलग करने के लिए आतंकी राष्ट्र घोषित करने के लिए सभी देशों को लामबंद करना चाहिए। मंजू राजपाल व नमिता गुप्ता का कहना है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा पहले भी भारतीय सैनिकों के सिर काटे गए लेकिन उस वक्त केन्द्र सरकार की तरफ से उस वक्त भी कोई ठोस कार्रवाई नही की गई। जिससे पाकिस्तान का हौसला बढ़ गया। सरकार को अब सख्त कदम उठाकर पाकिस्तान को करारा जवाब देना चाहिए और 44 के बदले पाकिस्तानी सेना के 4400 सैनिकों को ढेर कर दिखाना चाहिए कि भारतीय सेना किसी भी तरह कमजोर नही है। दीपा सिंगला, बबीता सैनी, उर्मिला यादव, मोनिका धारीवाल, रितेश देवी सैनी, प्रीति जाटनी, बृजेश गुर्जरी, किरण यादव, रजनी भारद्वाज, मनीषा झा, कमला डागर, गांव किरंज में रहने वाली सुनीता यादव आदि महिलाओं का कहना है कि पाकिस्तानी फौज के बार-बार भारतीय सैनिकों पर हमला होने से देश के लोगों का सब्र जवाब दे रहा है। हमेशा शांति के पक्षधर रहे भारत को यह समझना चाहिए शांति इंसानों के साथ स्थापित की जाती है। हैवानों के साथ शांति का दूर-दूर तक कोई मेल नही है। प्यार और शांति की भाषा पाकिस्तान नही जानता है। उसे जब तक उसी की भाषा में मुंहतोड़ जवाब नही मिलेगा, तब तक पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नही आएगा। अब वह वक्त आ गया है कि भारत की पीठ में छुरा घोंपने और आतंक फैला रहे पाकिस्तान को खत्म करने के लिए पाकिस्तान पर चढ़ाई की जाए और जिस तरह इंदिरा गांधी ने कूटनीतिक चाल चल पाकिस्तान के टुकड़े कर बंगलादेश पैदा किया था, उसी तर्ज पर पाकिस्तान के कई टुकड़े कर और देश पैदा किए जाए और इस्त्राइल की नीति पर चलते हुए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए।
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