बसंतपंचमी पर अबूझ मुर्हत में बजेगी शहनाइयां-बैंड-बाजे, डीजे, घोडा-बुग्गी, गाडिय़ों, हलवाइयों की बनी मौज

Khoji NCR
2021-02-13 10:16:02

सोहना,(उमेश गुप्ता): कोरोनाकाल में यहां पर सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने में बरती जा रही लापरवाही और बसंतपंचमी पर अबूझ मुर्हत में होने वाले विवाहों के शुरू होने से पहले यहां बाजारों में गांव-देहा

से सामान खरीदने आए लोगों की भारी भीड़ रही। मंगलवार, 16 फरवरी को बसंतपंचमी अबूझ साया है। ऐसे में बसंतपंचमी पर होने वाले विवाह आयोजनों को लेकर बैंड-बाजे, डीजे, घोडा-बुग्गी, कैंटरिंग, होटल, गाडिय़ों, हलवाइयों की मौज बन आई है। पंडित वेदप्रकाश शास्त्री, चमनपुरी गोस्वामी, रमेश शास्त्री का कहना है कि फरवरी महीने में बसंतपंचमी पर एक ही दिन विवाह मुर्हुत है। इस दिन सोहना विधानसभा क्षेत्र में करीब 400 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। उन्होने बताया कि बसंतपंचमी के बाद एक महीने के लिए शादियों पर ब्रेक लग जाएगा। फिर 15 मार्च के बाद शहनाईयां गूंजनी शुरू होगी। बसंतपंचमी पर विवाह के लिए एक ही दिन का मुर्हुत होने से सभी की चांदी बन आई है। बसंतपंचमी वाले दिन विवाह-शादियों के चलते यहां पर गुलजार हुए बाजारों में भी दोबारा से भारी भीड़ व खासी रौनक बन गई है। यहां पर धर्मशालाएं और समारोह स्थल सजने लगे है। इस बार कोरोनाकाल के चलते लोग कोविड-19 से बचाव के लिए लागू नियमों की पालना करने की बजाय अभी भी लापरवाह नजर आ रहे है। देखने में आ रहा है कि बाजारों व दुकानों पर ना तो सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखा जा रहा है, ना ही दुकानदार व ग्राहक अपने हाथों को सैनेटाइज कर रहे है। फेसमास्क लगाने से भी परहेज बरत रहे है जबकि विवाह-शादियों का सीजन शुरू होने के चलते बाजार में लोगों की भारी भीड़ व आवाजाही हो गई है। इस बार कोरोनाकाल के दृष्टिगत लोग निमंत्रण पत्र छपवाने की बजाय वाटसअप के माध्यम से ही अपने रिश्तेदारों व परिचितों को सोशल मीडिया के माध्यम से निमंत्रण भेज रहे है। आसमान में घना कोहरा और बरसात के आसारों को देख यही सोचकर लडक़ी व लडक़े वाले परेशान हो रहे है और कह रहे है कि अब शादी तय हो गई है। विवाह का मुहुर्त निकाल लिया गया है। ऐसे में वे भगवान से यह प्रार्थना कर रहे है कि कैसे भी यह शादी खुशी-खुशी बिना किसी व्यवधान के हो जाए। सोहना जोन के एसीपी संदीप मलिक का कहना है कि शादी समारोहों में बैकेंट हालों, धर्मशालाओं, वाटिकाओं और विभिन्न आयोजन स्थलों पर नजर रखने के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गई है। यह टीमें किसी भी समारोह स्थल पर औचक निरीक्षण कर इस बात का जायजा लेंगी कि आयोजन स्थल पर कोविड-19 के नियमों की अवहेलना तो नही हो रही है। यदि समारोह स्थल पर किसी भी तरह के नियमों की अनदेखी सामने आई तो समारोह स्थल के मालिक के साथ-साथ आयोजक समेत दोनों के खिलाफ पुलिस में कोविड-19 महामारी से बचाव की बजाय लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस थाने में मामला दर्ज किया जाएगा। साथ ही जिस स्थान पर समारोह आयोजन हो रहा है, उसे भी पूरी तरह सील कर दिया जाएगा। देखने में आ रहा है कि अपने पुत्र-पुत्रियों की शादियों की बसंतपंचमी वाले दिन अबूझ साए के चलते 16 फरवरी वाली तारीख तय होते ही लोगों ने वाहनों, डीजे, हलवाइयों, धर्मशालाओं, फार्महाउसों व घोड़ी आदि की बुकिंग शुरू कर दी है। घरों में भी शादी समारोह आयोजनों की तैयारियों के चलते रंगाई-पुताई का काम जोरों पर चल रहा है। पंडितों रमेश शास्त्री, सुंदरलाल शास्त्री, चमनपुरी गोस्वामी, वेदप्रकाश शास्त्री, लोकेश भारद्वाज, अनिल शर्मा कोकी पंडित आदि के अनुसार बसंतपंचमी पर कई सैकड़ों जोड़े परिणय सूत्र में बधेंगे। गौरतलब हो कि शादियों के चलते शादियों के निमित विवाह वाले परिवारों ने पहले ही ज्वैलरी, इलैक्ट्रॉनिक्स व फर्नीचर की खरीद शुरू कर दी थी। सोना-चांदी की कीमतें तेज होने से लोग परेशान है। दुल्हनों की बरी व दूल्हे के सगे संबंधियों के जरीयुक्त खीन खाफ के वेश के लिए भी कपड़ों की खरीद शुरू हो गई है। कई घरों में बाकायदा दर्जी को बिठाकर कपड़ों की सिलाई की जा रही है। रेडीमेड वस्त्रों की खरीद तो ऐन सावे के दिन तक जारी रहने की संभावना है। बाजार को उम्मीद है कि बसंतपंचमी वाले दिन अबूझ साए में होने वाली शादियों को लेकर जबरदस्त रौनक देखने को मिलेगी। बसंतपंचमी पर होने वाले विवाहों के लिए पहले ही बुकिंग का दौर शुरू हो गया है। पंडित, हलवाई व मैरिज हाल तथा धर्मशालाएं करीब-करीब बुक हो चुकी है। विवाह वाले घरों में जीमण के लिए मंडी से थोक में गेंहू, चने व हरिया की बोरियां उठने लगी है तो दूध-पनीर आदि की एडवांस बुकिंग भी जोरों पर है। इधर बैंड बाजा व घोड़ी वाले एक ही दिन में 8 से 10 शादियों की बुकिंग कर लेते है। इस वजह से कई बार बारात की रवानगी नियत समय से घंटों देरी से हो पाती है। इस बार भी बसंतपंचमी वाले अबूझ साए से पहले ही इनकी एडवांस बुकिंग हो रखी है। स्मार्टफोन का प्रचलन बढऩे से विवाह-शादियों में फोटो खिचवाने और वीडियो रील बनवाने का काम बहुत कम हो गया है।

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