सोहना के कुश्ती दंगल में पहलवानों पर होती रही ईनामों की जबरदस्त बौछारे

Khoji NCR
2021-02-13 10:15:14

सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां स्थानीय खेलस्टेडियम मैदान में प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार भी खलीफा गुरू इन्दर पहलवान की स्मृति में 21वां विशाल कुश्ती दंगल का आयोजन हुआ। दंगल का उदघाटन खेलस्टेडियम

समिति की अध्यक्ष व सर्कल एसडीएम डाक्टर चिनार चहल ने रिबन काटकर किया। देर रात तक चले इस कुश्ती दंगल में विराजमान विभिन्न नामी-गिरामी अखाड़ों और अनेक प्रांतों से पहुंचे पहलवानों ने दंगल में कुश्ती लड़ते वक्त अपने ऐसे-ऐसे दांवपेंच आजमाए कि स्टेडियम मैदान में समापन तक चली यह कुश्तियां दर्शकों के आकर्षण का केन्द्र बनी रही। वहीं आयोजन स्थल पर उपस्थित दंगल प्रेमियों को संभालने में आयोजकों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी। कुश्ती दंगल में सबसे बड़ी कुश्ती 31 हजार से बढ़ते-बढ़ते एक लाख 21 हजार रुपए पर पहुंच गई, जिसके लिए गांव लाखुवास के मूल निवासी और गुरू इंदर अखाड़े के अजय पहलवान और पंजाब पुलिस के चंडीगढ़ लाइन में तैनात कुश्ती खिलाड़ी विक्की पहलवान के बीच हुई। दोनों ही पहलवानों ने एक-दूसरे को चित करने के लिए काफी दांवपेच आजमाए। इस कुश्ती में सोहना इंद्र अखाड़े के अजय पहलवान ने विक्की को चारों खाने चित कर कुश्ती दंगल में अपना परचम लहरा दिया। इसके अलावा कुश्ती दंगल में 51 हजार रुपए वाली कुश्ती मऊ लोकरी, पटौदी के सरूप पहलवान और झज्जर अखाड़े से आए संजय जलालपुरिया पहलवान के बीच हुई लेकिन किसी भी पहलवान ने अपने को दूसरे से कम नही माना। तब दंगल में मौजूद रैफरियों ने दर्शकों की मांग पर दोनों पहलवानों के बीच लड़ी जा रही कुश्ती का समय भी और ज्यादा बढ़ाया लेकिन दोनों में से कोई सा भी पहलवान एक-दूसरे को चित नही कर पाया। जिस पर दर्शकों के आकर्षण का केन्द्र रही दूसरे इनाम वाली यह कुश्ती बराबरी पर छूट गई। इसके अलावा दंगल में 31 हजार रुपए वाली तीसरी कुश्ती रवि पहलवान इंदर अखाड़ा सोहना और लाहड़पुर लीलू अखाड़े से आए राजू पहलवान के बीच हुई। तीसरे नंबर वाली यह कुश्ती भी दोनों पहलवानों के जबरदत दांवपेच आजमाने पर बराबर पर छूट गई। इसके अलावा 31-31 हजार रुपए इनाम वाली दो और कुश्तियां कराई गई, जो दोनों कुश्तियां बराबरी पर छूटी। इन कुश्तियों में मुबारिक पहलवान उदाका और विकास पहलवान सिसाना के बीच मुकाबला हुआ जबकि दूसरी कुश्ती लक्ष्मण पहलवान धतीर और लाहड़पुर लीलू अखाड़ से आए राजू पहलवान के बीच हुई। यह कुश्ती भी बराबरी पर छूट गई। इसके बाद 21 हजार रुपए वाली कुश्ती सोहना इंद्र अखाड़े के प्रवीण पहलवान नंगली और अमित पहलवान झज्जर के बीच हुई, जिसमें नंगली के रहने वाले प्रवीण पहलवान ने अमित पहलवान को कड़ी पटखनी देकर इस कुश्ती को जीत लिया। इसके अलावा 11-11 हजार रुपए के इनाम वाली 10 कुश्तियों में प्रत्येक कुश्ती में दोनों पहलवानों के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। इनमें से 3 कुश्तियां फाइनल रही जबकि 7 कुश्तियां बराबरी पर छूट गई क्योकि इन सातों कुश्तियों में किस्मत आजमाने उतरे पहलवानों के दांवपेच आजमाने के बावजूद कोई सा भी पहलवान दूसरे पहलवान को नही हरा पाया। जिस पर यह कुश्ती भी बराबरी पर छूट गई। इसके अलावा कुश्ती दंगल में 5100-5100 रुपए वाली 20 कुश्तियां हुई, जिनमें से 15 कुश्तियां बराबरी पर छूटी। 3100, 2100 और 1100 रुपए वाली अनेक कुश्तियों समेत दंगल में 65 के करीब छोटी कुश्तियां लड़ते हुए पहलवानों ने जमकर अपने दांवपेंच दिखाते हुए दर्शकों को बार-बार तालियां पीटने को मजबूर कर दिया। वही इस कुश्ती दंगल में उपस्थित दंगल प्रेमियों ने दंगल में पहलवानों की हौसला अफजाई करने के लिए बार-बार इनामों की बौछार कर अंत तक पहलवानों के हौसले को बरकरार बनाए रखा। दंगल में इस कुश्ती आयोजन के संयोजक संजय पहलवान व प्रीतम पहलवान के अनुसार कुश्ती दंगल में मुख्यातिथि रूप में सामाजिक संस्था उन्नति चेरिटेबल ट्रस्ट के सीईओ और भाजपा के वरिष्ठ नेता बलबीर गब्दा और विशिष्ठ अतिथि रूप में पूर्व नगरपार्षद हरीश नंदा राजू तथा वशिष्ठि गोयल, सोहना व्यापारमंडल संघ के चीफ एडवाइजर व अग्रवालसभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश अग्रवाल, सब्जीमंडी खुदरा व्यापारी एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश राजपाल, सब्जीमंडी खुदरा व्यापारी एसोएिशन के प्रधान मोहन सिंह सैनी, वरिष्ठ पत्रकार उमेश गुप्ता आदि समेत इलाके के विभिन्न गांवों से आए प्रमुख लोग मौजूद रहे। दंगल की जबरदस्त कामयाबी पर दंगल के संयोजक संजय पहलवान बेरका ने दंगल में सहयोग देने वालों का आभार जताया है। कुश्ती दंगल के संयोजक पहलवान संजय बेरका और बृजलाल पहलवान ने बताया कि गांव बेरका के रहने वाले गुरू इंदर पहलवान की स्मृति में हर साल गुरू इंद्र अखाड़ा कमेटी क्षेत्रवासियों के सहयोग से खेलस्टेडियम में कुश्ती दंगल का आयोजन करती है, जिसमें दूर-दूर से पहलवान शामिल होते है। कुश्ती दंगल में मौजूद पहलवानों का कहना रहा कि कुश्ती में इज्जत के साथ अब रुपया भी खूब बरस रहा है। इसलिए युवाओं का रूझान इस तरफ तेजी से बढ़ा है। सरकार भी कुश्ती को बढ़ावा देने के लिए अब पूरा ध्यान दे रही है। दूर-दराज से स्थानों से आए पहलवानों ने दंगल आयोजन कमेटी की इस बात के लिए तारीफ की कि देश के प्राचीन खेल कुश्ती दंगल को जीवंत रखने के लिए दंगल आयोजन कमेटी सालाना शहर सोहना के स्टेडियम में दंगल का आयोजन कराती है। जिसमें भारी जनसैलाब उमड़ता है और पहलवानों पर लक्ष्मी की बरसात कर उनकी हौसलाअफजाई करने में दर्शक कोई कंजूसी नही करते है। कुश्ती दंगल के उदघाटन अवसर पर उपस्थितों के बीच मुख्यातिथि पद से बोलते हुए सामाजिक संस्था उन्नति चेरिटेबल ट्रस्ट के सीईओ और भाजपा के वरिष्ठ नेता बलबीर गब्दा तथा विशिष्ठ अतिथियों ने कहा कि सोहना समेत आसपास के क्षेत्र में युवाओं का पहलवानी के प्रति रूझान तेजी से बढ़ रहा है। सोहना के गुरू इंदर अखाड़े में कुश्ती दंगल के लिए कम से कम 10 वर्ष के छोटे पहलवान से लेकर बड़े पहलवान देखने को मिले है। जिससे जाहिर है कि आने वाले वक्त में पहलवानी का भविष्य उज्जवल है और कुश्ती दंगल अब क्रिकेट से कही ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है। सब्जीमंडी खुदरा व्यापारी एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश राजपाल, सोहना व्यापारमंडल के मुख्य सलाहकार व अग्रवाल सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश अग्रवाल, सब्जीमंडी खुदरा व्यापारी एसोएिशन के प्रधान मोहन सिंह सैनी ने कुश्ती दंगल को सबसे प्राचीन खेल बताया और कहा कि खेलना जरूर चाहिए। कुश्ती और अन्य ग्रामीण खेल ना केवल हमारे प्रदेश की पहचान है बल्कि ये हमारी सभ्यता व संस्कृति में रचे बसे है। इस प्रकार के खेलों को हम बढ़ावा देकर न केवल हम हमारी संस्कृति विरासत को कायम रख सकते है बल्कि गांवों में अधिक से अधिक खेल प्रतिभाओं को निखरने का मौका मिलता है। खेल चाहे कोई भी हो, अवश्य खेलने चाहिए क्योकि खेलों से शरीर निरोगी और तंदरूस्त रहता है। इस मौके पर दंगल आयोजन कमेटी की तरफ से मुख्यातिथि तथा मौजूद विशेष अतिथियों व रैफरियों और दूर-दराज से आए आमंत्रितों का फूलमालाएं पहनाकर व सम्मान की प्रतीक पगड़ी बांधकर अभिनंदन किया गया।

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