सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना नगरपरिषद के वार्ड-तेरह में महिलाओं की एक बैठक महिला समाजसेविका सीमा डागर एडवोकट की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मौजूद महिलाओं ने बताया कि शहरी क्षेत्र में पेयजल आपूर
ति करने वाली लाइन से बीते कई दिनों से हो रही पेयजल आपूर्ति वाली लाइन से कभी बदबूदार तो कभी पेयजल आपूर्ति करने वाली लाइन से काई लगा चिकना, मटमैला पानी तो कभी मिटटी युक्त गंदा पानी की सप्लाई हो रही है। जिससे संबंधित कर्मचारी से लेकर जलआभियांत्रिकी विभाग के सबडिवीजन और सोहना डिवीजन अधिकारियों से लेकर विधायक के दरबार तक में गुहार लगा ली लेकिन फिर भी स्वच्छ पानी की सप्लाई नही हो पा रही है। हालात ये है कि ना तो महिलाएं घरेलू कामकाज कर पा रही है। ना चौका-बर्तन हो रहा है और ना ही कपड़े धो पा रही है तथा ना ही नहा पा रहे है। गलती से कोई इस पानी को पी ले तो लोगों के दस्त लग रहे है। लोगों में एलर्जी फैल रही है। सीमा डागर एडवोकेट ने बताया कि महिलाओं की बैठक में मौजूद महिलाओं ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया है कि यदि जलआभियांत्रिकी विभाग ने जल्द स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सेवा बहाल ना की तो महिलाएं इकटठा होकर जलआभियांत्रिकी विभाग के सबडिवीजन व डिवीजन कार्यालय में बैठने वाले अधिकारियों का घेराव कर विरोध प्रदर्शन करते हुए उन्हे चूडिय़ां भेट कर खाली मटके फोडक़र अपने विरोध का इजहार करेगी। जरूरत पड़ी तो एसडीएम कार्यालय पर भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। सीमा डागर एडवोकेट का कहना है कि बीते कई दिनों से हो रही पेयजल आपूर्ति वाली लाइन से कभी बदबूदार तो कभी पेयजल आपूर्ति करने वाली लाइन से काई लगा चिकना, मटमैला पानी तो कभी मिटटी युक्त गंदा पानी की सप्लाई से वह परेशान आ गई है। बदबू से भरा झागयुक्त पानी उनकी नाक में दम बनाए हुए है। यह पानी ना पीने के काम में आ रहा है। ना बर्तन धोने, ना कपड़े धोने के काम में आ रहा है। झाग भरे इस पानी से सीवरेज की बदबू आ रही है और घर में सफाई के दौरान फर्श पर चिकनाई बनने से पैर रिपटने का अंदेशा बनते देख उनकी जान पर खतरा मंडरा रहा है। सीमा डागर के साथ मौजूद महिलाओं ने आरोप लगाया कि वह जलआभियांत्रिकी विभाग के स्थानीय कर्मचारियों के ध्यान में यह मामला ला रहे है लेकिन उनकी शिकायत का निवारण नही किया जा रहा है। अधिकारी से कर्मचारी तक सभी टरकाने वाली नीति अपना रहे है और डयूटी वक्त में भी कार्यालय से प्राय: गायब रहते है। उनका यह भी कहना रहा कि प्यास बुझाने के लिए टैंकरों से पानी मंगवाकर प्यास बुझा रहे है। सीमा डागर एडवोकेट व उनके साथ मौजूद महिलाओं ने आरोप लगाया कि जलआभियांत्रिकी विभाग के सोहना सब डिवीजन में तैनात एसडीओ ना तो डयूटी वक्त में मौजूद होते है और ना ही रात में यहां पर ठहराव करते है। जिस कारण निचले कर्मचारियों और अधिकारियों की मनमर्जी चल रही है। पूरे शहर में कई दिनों से ऐसे बदबूदार पानी की सप्लाई हो रही है, जैसे सीवरेज लाइन से शौच व गंदगी वाला पानी वाटर सप्लाई की लाइन से सप्लाई हो रहा हो। ऐसे में सभी परेशान है। घरेलू कामकाज नही हो पा रहे है लेकिन कही-कोई देखने-सुनने वाला नही है। उन्होने बताया कि ना तो जलआभियांत्रिकी विभाग के स्थानीय अधिकारी जनता को ना तो स्वच्छ पानी उपलब्ध करा पा रहे है और ना ही रात के वक्त यहां ठहराव करते है। सीमा डागर एडवोकेट ने बताया कि कई दिनों से पूरे शहरी क्षेत्र में गंदे व बदबूदार पानी की सप्लाई से हर व्यक्ति व महिला, बच्चे सभी बुरी तरह परेशान है। वे जल्द ही मुख्यमंत्री सिंगल विंडो में शिकायत दर्ज कराकर वर्षों से यहां कुंडली मारे बैठे अधिकारियों-कर्मचारियों को अन्यत्र तबादला किए जाने की गुहार लगाएगी। सीमा डागर एडवोकेट की माने तो स्वच्छ पानी की आपूर्ति ना होने के कारण पानी पीना तो दूर घरेलू काम भी नही हो पा रहे है। पहले शहर में टयूबवैलों से पानी की सप्लाई होती थी। तब एक साथ सभी वार्डों में ऐसी समस्या सामने नही आई लेकिन जब से नहरी पानी की सप्लाई शुरू की गई है तो कभी रेत का पानी तो कभी बदबूदार पानी तो कभी गदला पानी आता है। महिलाओं ने ये भी आरोप लगाया कि शहरी क्षेत्र में बिना फिल्टर किए दूषित नहरी पानी को सीधे ही सप्लाई किया जा रहा है। जिससे लोगों के बीमार पडऩे का अंदेशा बन रहा है। लोग खुजली, एलर्जी, चर्म रोग की चपेट में आ रहे है।
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