अनाजमंडी में नालों की नही हो रही सफाई-गंदगी से अटे नाले-मच्छरों का बढ़ा प्रकोप

Khoji NCR
2021-02-05 10:26:41

सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर अनाजमंडी में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे है तो दुकानों के आगे गंदा शौचयुक्त पानी भरा होने से दुकानदार व ग्राहक सभी परेशान है। अनाजमंडी क्षेत्र में पूरा-पूरा दिन बेसहा

ा पशु फसलों व सब्जियों पर मुंह मारते नजर आ रहे है लेकिन मार्किटकमेटी क्षेत्र की तरफ ना विधायक का ध्यान जा रहा है और ना ही संबंधित विभाग के अधिकारियों का। देखने में आ रहा है कि यहां पर अनाजमंडी में गंदे व बरसाती पानी की निकासी के लिए बनाई गई नालियों व नालों की लंबे समय से साफ-सफाई नही हो पाई है। जिससे नाले-नालियां ऊपर तक गंदगी से अटे पड़े है। हालात ये है कि नाले व नालियों में उगे पौधे अब धीरे-धीरे पेड़ बन रहे है। जिससे गंदगी नालों से ऊपर होकर बह रही है और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। लोग मच्छरों के प्रकोप व गंदगी के चलते बुखार व मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे है। लोग जब ज्यादा आवाज उठाते है तो नालों के भीतर से कूड़े को निकाल कर नाले से बाहर सडक़ पर डाल दिया जाता है। जिससे उठ रही बदबू से राहगीर व दुुकानदार सभी परेशान है लेकिन कोई देखने-सुनने वाला नही है और धीरे-धीरे वही कूड़ा वापिस नाले के भीतर चला जाता है। ऐसे में जाहिर है कि जब नाले-नालियां गंदगी से भरे खड़े है तो बरसाती पानी की निकासी ना होने से बरसात का पानी दुकानों व आढ़तों में घुसकर आढ़तियों के जी का जंजाल बनेगा। वैसे भी बरसात के वक्त अनाजमंडी में बरसाती पानी भर जाने से मंडी परिसर झील में तब्दील नजर आता है। देखने वाली बात ये है कि मार्किटकमेटी प्रशासन ने अनाजमंडी क्षेत्र में साफ-सफाई के लिए ठेका छोड़ा हुआ है लेकिन ठेका छोडऩे के बाद मार्किटकमेटी के स्थानीय अधिकारियों का नालों की साफ-सफाई की तरफ तनिक भी ध्यान नही है। लोगों का कहना है कि नाले-नालियों का गंदा पानी अभी तो दुकानों व सडक़ों पर बह रहा है। अगर ऐसे ही हालात रहे तो बरसात के दिनों में सडक़ों पर बह रहा शौचयुक्त पानी बरसाती पानी के साथ मिलकर ओवरफ्लो होकर सडक़ों पर भरेगा या फिर लोगों के घरों-दुकानों में घुसेगा लेकिन समय रहते गंदे पानी की निकासी की तरफ अधिकारी ध्यान ही नही दे रहे है। जिससे लोगों में इनकी कार्यप्रणाली को लेकर रोष देखने को मिल रहा है। मार्किटकमेटी सचिव नरेश कुमार का कहना है कि उनका प्रयास रहेगा कि वह सफाई ठेका लेने वाली एजेंसी से नालों की जल्द से जल्द सफाई कराए ताकि गंदे पानी का नाले-नालियों के जरिए सही से निकास हो सके।

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