सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना के गांव खरौदा स्थित एशियन पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल प्रांगण में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए वैलेंटाईन डे को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाया जाएगा
विद्यालय प्रबंधन समिति के चेयरमैन सचिन लोहिया ने बताया कि वैलेटाईन डे 14 फरवरी को है। इस दिन विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थी अपने माता-पिता के चरण स्पर्श कर पूजन करेंगे। साथ ही नैतिकता, सच्चाई, ईमानदारी के रास्ते पर चलने की शपथ भी सामूहिक रूप से लेंगे ताकि देश को एक नई दिशा दी जा सके। उन्होंने कहा कि हिंदू हो या इसाई, मुस्लिम हो या सिख किसी भी जाति वर्ग का व्यक्ति यह नही चाहता कि उसके बेटे-बेटी लोफर बने और उसके परिवार का नाम बदनाम करे। उन्होने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ, सुखी और सम्मानित जीवन जीना है तो अहंकार, झूठ, छल-कपट का त्याग करना होगा। संयमी, सदाचारी, बनना होगा। दूसरों की बहन-बेटियों को भी अपनी बहन, बेटी के समान समझना होगा। अपने से बड़ों को सम्मान, अपने परिजनों, अभिभावकों और गुरू का आदर करना होगा। तभी हम विकारों से बचकर अपना उद्धार कर सकते है। विद्यालय प्रबंधन समिति के चेयरमैन सचिन लोहिया ने अमरीका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया के सर्जन व क्लिनिकल असिंस्टेंट प्रोफेसर डाक्टर सुकीम और चिल्ड्रेन्स हास्पिटल ऑफ फिलाडेल्फिया, पेंसिल्वेनिया के एटर्नी एवं इमिग्रेशन स्पेशलिस्ट जेमकीम के शोध पत्रों के हवालों से बताया कि उपरोक्त वैज्ञानिकों ने माता-पिता के पूजन से अच्छी शिक्षा का क्या संबंध विषय पर शोध के दौरान निष्कर्ष निकाला है कि एशियन मूल के विद्यार्थी अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करते है तथा उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए गंभीरता से श्रेष्ठ परिणाम पाने के लिए अध्ययन करते है। यही कारण है कि अमरीका में शिक्षा ग्रहण करने वाले एशियन मूल के विद्यार्थी पढाई में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करते है। उन्होंने बताया कि वैलेंटाईन डे को मातृ-पितृ दिवस रूप में मनाने के लिए विद्यार्थियों में भी खासा उत्साह बना हुआ है।
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