सोहना उमेश गुप्ता : यहां पर गांव बादशाहपुर से निकल रही बिजली की 66केवी लाइन में दौड़ रहे करंट की चपेट में आने से एक बाप और उसका बेटा बुरी तरह झुलस गए। दोनों को गंभीर हालत में एक अस्पताल में दाखिल
राया गया है। इससे पहले उन्नीस नवंबर को एक 8 वर्षीय बालिका याशिका करंट लगने से बुरी तरह झुलस गई। मात्र 3 दिन में ही दो हादसे होने से लोगों में बिजलीनिगम के अधिकारियों के प्रति रोष फैल गया है। हाईटेंशन तारों की चपेट में आए पीडि़तों के नाम राकेश और अमनदीप बताए गए है। अमनदीप राकेश का पुत्र है। हादसा उस वक्त हुआ, जब पिता-पुत्र दोनों अपने घर की छत पर कपड़े सुखाने गए। इसी दौरान हाईटेंशन लाइन में दौड़ रहे करंट ने अमनदीप को अपनी चपेट में ले लिया और जब राकेश पुत्र को बचाने के लिए प्रयास करने लगे तो करंट की चपेट में आने से वह भी झुलस गए। तुरंत बिजलीनिगम को सूचना को देकर पहले बिजली सप्लाई बंद कराई गई और फिर बिजली करंट की चपेट में आने से झुलसे दोनों घायलों को तुरंत एक अस्पताल में ले जाया गया। दोनों फिलहाल आईसीयू में उपचाराधीन है। जिनकी हालत काफी गंभीर बताई गई है। हादसा होने के बाद लोग दहशत में आ गए है। लोगों का कहना है कि बिजली आपूर्ति के लिए गांव बादशाहपुर स्थित 220केवी वाले सबस्टेशन से 66केवी वाली लाइन पटेलनगर के ऊपर से जा रही है। लोगों की माने तो इस लाइन को बदलने के लिए 2 वर्ष पहले नगरनिगम ने बिजलीनिगम को 4 करोड़, 10 लाख रुपए खर्चे के तौर पर जमा कराए थे लेकिन बिजलीनिगम लापरवाही बरत रहा है और इस लाइन को हटाने की बजाय टालमटोल कर रहा है। दीपचंद यादव का कहना है कि पहले भी इस लाइन में दौड़ रहे बिजली करंट की चपेट में आने से कई हादसे हो चुके है। लोग अपने घरों की छतों पर भी नही आ-जा पा रहे है लेकिन तीन ही दिनों में एक बालिका और एक पिता-पुत्र के बिजली की 66केवी लाइन में दौड़ रहे करंट की चपेट में आने से लोग दहशत में आ गए है।
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