सोहना,(उमेश गुप्ता): कोरोनाकाल में भी गौकशी व गौतस्करी रूकने का नाम नही ले रही है। इतना ही नही गौतस्कर गौधन की तस्करी के दौरान पुलिस को चकमा देने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर रहे है। इस बात का खुलास
ा यहां पर बीती रात उस वक्त हुआ, जब सीआईए पुलिस टीम ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर बीती देर रात जिंदा गायों को पिकअप में भरकर लाए जाते वक्त जब एक स्थान पर नाकेबंदी के दौरान एक पिकअप को पकड़ा तो पिकअप में मोटे-रस्सों से मुंह-पैर बांधकर 5 जिंदा गौधन पड़े मिले। पुलिस का कहना है कि 2 गौतस्करों को मौके से पकडऩे में पुलिस ने कामयाबी पाई है। जिनका सही नाम-पता फिलहाल ज्ञात नही हो पाया है। पकड़ में आए गौतस्करों के अन्य साथी रात के अंधेरे का फायदा उठाकर गौतस्कर पुलिस को चकमा दे भागने में कामयाब रहे है। भाग निकले गौतस्करों की पहचान के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। पिकअप मालिक की भी पहचान जल्द होने वाली है ताकि गौतस्करों और गौकशी करने वाले लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया जा सके और उन्हे जल्द पकड़ा जा सके। पुलिस ने गौधन से भरी पिकअप को कब्जे में ले लिया है और जिंदा हालत में मिले गौधन को पैर-मुंह बंधन मुक्त कर पुलिस निगरानी में गौशाला में सुरक्षित रूप से गौशाला भेजा है। बताया गया है कि गौतस्कर इन गौधन को काटने की नीयत से ले जा रहे थे कि सीआईए पुलिस टीम को भनक लगने पर सीआईए पुलिस निरीक्षक इंस्पेक्टर मनोज कुमार की टीम इनके पीछे लग गई। सीआईए पुलिस की शिकायत पर रोजकामेव थाना पुलिस ने भादस की आवश्यक धाराओं के तहत अज्ञात गौतस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जिंदा हालत में मिली गायों को नजदीक की गौशाला में पुलिस निगरानी में सुरक्षित रूप में भेजा गया है। पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीआईए पुलिस में कार्यरत इंस्पेक्टर मनोज फौगाट को मुखबिर खास से सूचना हाथ लगी कि एक स्थान पर गौधन को एक पिकअप में भरकर गौकशी के लिए राजस्थान की तरफ से किशनगढ़-भिवाड़ी होकर मेवात की तरफ लाया जाने वाला है। जिस पर सीआईए पुलिस टीम ने कई स्थानों पर पुलिस नाके लगा दिए। इसी बीच जैसे ही पिकअप एक पुलिस नाके से निकलने लगी, नाके पर मौजूद सीआईए पुलिस टीम ने पिकअप चालक को पिकअप रोकने का संकेत किया तो पिकअप चालक ने नाके पर सीआईए पुलिस को देख पिकअप को तेज रफ्तार में दौड़ा लिया। सीआईए पुलिस भी पिकअप को पकडऩे के लिए पीछा करने लगी। इसी बीच गौतस्करों के पिकअप में गौधन को भरकर गौकशी के लिए ले जाने की सूचना गौभक्तों को लग गई। गौभक्तों ने ग्रामीणों और सीआईए पुलिस के सहयोग से कई जगह नाके लगा दिए। पीछा कर रही सीआईए पुलिस और आगे गौभक्तों ने गौधन से भरे पिकअप को पकडऩे के लिए लोहे के नुकीले जाल पिकअप के आगे डाल दिए। जिससे पिकअप के 2 टायर फट गए लेकिन फिर भी पिकअप चालक पिकअप को रिम ही रिम पर दौड़ाता रहा लेकिन सीआईए पुलिस और गौभक्तों ने हार नही मानी और पिकअप का पीछा करते रहे। गौभक्तों ने पिकअप को घेरने के लिए ग्रामीणों को सूचना दी। पुलिस ने बरामद गौधन को नजदीक की गौशाला में पुलिस निगरानी में भिजवा दिया है। सीआईए पुलिस का कहना है कि गौतस्करों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। गौर करने वाली बात ये है कि गौतस्कर गौकशी और गौतस्करी जैसा घृणित कार्य करने से बाज नही आ रहे है। देखने वाली बात ये है कि पहले भी मेवात के बड़े गांव बिछोर में गौकशी व गौतस्करी पर रोक लगाने के लिए हिंदू-मुस्लिम समुदाय की विशाल पंचायत इकबाल जैलदार की अध्यक्षता में हुई थी। जिसमें मौजूद सरदारी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि गौतस्करी करने वाले व्यक्ति पर पंचायत 31 हजार रुपए का जुर्माना और गौहत्या करने वाले 52 हजार रुपए का जुर्माना लगाने के साथ-साथ ऐसे घृणित व अनैतिक धंधे में संलिप्त व्यक्ति की सूचना पंचायत को देने वाले व्यक्ति को पंचायत की तरफ से नकद रूप में 11 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा और जो व्यक्ति गौकशी व गौतस्करी करेगा, पंचायत उस पर सामाजिक तौर पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ पुलिस में मामला दर्ज कराएगी। पूरे गांव में कोई भी व्यक्ति उस व्यक्ति की किसी भी तरह से कोई भी मदद नही करेगा क्योकि इस्लाम में भी गाय को पवित्र व गाय के दूध को शिफा यानि अमृत माना गया है। साथ ही इस्लाम का हवाला देते हुए पंचायत में वक्ताओं ने कहा कि उनके नबी ने फरमाया है कि जिस कार्य से पड़ोसी को दर्द पहुंचता है, ऐसा कोई भी कार्य हराम है। इसलिए गौकशी व गौतस्करी करने वाले लोगों के खिलाफ पंचायत कड़ा रूख अख्तियार करेगी। जिसके लिए पंचायत में 15 लोगों पर आधारित एक कमेटी भी बनाई लेकिन पंचायती फैसले के बावजूद आए दिन गौकशी के लिए लाया जा रहा गौधन पुलिस बरामद कर रही है। गौतस्करों की पहचान कर पुलिस उनके खिलाफ मामले दर्ज कर रही है लेकिन पंचायत इन गौतस्करों के खिलाफ कोई भी ठोस कदम नही अमल में ला रही है। जिससे गौतस्करों के हौसले बढ़ रहे है। पिकअप में भरे जिंदा गौधन की बरामदगी से जाहिर है कि गौतस्कर अपनी नापाक हरकतों से बाज नही आ रहे है। पंचायती फैसले को ठेंगा दिखा रहे है निर्धारित कानून की अवहेलना कर अपने स्वार्थों के लिए पूरी कौम को बदनाम करने का प्रयास कर रहे है। हालांकि गौकशी और गौतस्करी के अनैतिक धंधे के खिलाफ मुस्लिम समाज के लोग आगे आ रहे है और इस अनैतिक धंधे में लगे लोगों को समाज विरोधी बताते हुए समाज के लोगों से ऐसे तत्वों के बहिष्कार का आग्रह कर रहे है लेकिन कम समय में ज्यादा पैसा कमाकर रातोंरात लखपति बनने के चक्कर में इस धंधे में लगे लोग अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है। लोगों का कहना है कि हालांकि गौकशी और गौतस्करी के अनैतिक धंधे के खिलाफ मुस्लिम समाज के लोग आगे आ रहे है और इस अनैतिक धंधे में लगे लोगों को समाज विरोधी बताते हुए समाज के लोगों से ऐसे तत्वों के बहिष्कार का आग्रह कर रहे है लेकिन कम समय में ज्यादा पैसा कमाकर रातोंरात लखपति बनने के चक्कर में इस धंधे में लगे लोग अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है। क्षेत्र के गौभक्तों में इस बात को लेकर भी खासा रोष देखने को मिल रहा है कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल सरकार ने गौतस्करी पर प्रभावी तरीके से रोक लगाने के लिए कड़ा कानून बनाया है। फिर भी गौतस्करी प्रभावी तरीके से नही रूक पा रही है। गौतस्करों के हौसले और ज्यादा बुलंद हो रहे है।
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