गौशाला कार्यक्रम में गायों के लिए दान और भूसा, गुड़, खल आदि सामग्री देने के लिए दानियों के बीच मची होड़ सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना खंड के गांव सिलानी स्थित श्री रामकृष्ण कामधेनु गौशाला का साला
ना उत्सव एवं गौभक्त सम्मान समारोह और गौसेवा रागिनी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ गायों की पूजा-अर्चना और तिलयुक्त आटे के पेड़े और गुड़ खिलाकर किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के परिवहन एवं खनन मंत्री मूलचंद शर्मा की तरफ से 11 लाख रुपए, सोहना हलका से भाजपा विधायक संजय सिंह की तरफ से 11 लाख रुपए, क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी व जिलापार्षद पूनम भामला के प्रतिनिधि चौधरी धर्मपाल जोहलाका की तरफ से 5 लाख 51 हजार रुपए, वशिष्ठ गोयल की तरफ से 2 लाख रुपए, योगेश शर्मा की तरफ से एक लाख रुपए, सोहना सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष ओमप्रकाश तंवर सिलानिया की तरफ से 51 हजार रुपए तथा गांव बालूदा में रहने वाले परम गौभक्त मंजीत सिंह की तरफ से 500 मन भूसा समेत आमंत्रित गौभक्तों ने अपने-अपने ऐच्छिक कोष से गौशाला को यथासंभव आर्थिक सहयोग गौशाला कार्यों के लिए देने का ऐलान किया। गौशाला प्रबंधन समिति की तरफ से बोलते हुए कई पदाधिकारियों ने उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि शहरों में ऐसी बहुत सी गाय है, जो बेसहारा है। उनके रहने-चारे का प्रबंध नही है। ऐसी गायों को सुरक्षित रूप से गौशाला में पहुंचाने के लिए हमें आगे आना चाहिए और गौशालाओं में अधिक से अधिक सहयोग देना चाहिए ताकि हम उन्हे सुरक्षित रूप से गौशाला में पहुंचा सके। इसके अलावा 11 हजार तथा 5100 और अपने सामथ्र्यनुसार दान देने वालों की भी होड़ सी लगी रही। कुछ ही देर में गौशाला के लिए 50 लाख रुपए इकटठा हो गया। बताया गया है कि इस गौशाला में बेसहारा-बूढ़ी आदि गायों को सुरक्षित रखने का इंतजाम रहता है। मौजूदा वक्त में गौशाला में 1500 से ज्यादा गाय पल रही है। इस अवसर पर उपस्थित गौप्रेमियों के बीच बोलते हुए विभिन्न वक्ताओं ने गौमाता के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए सर्वजातीय समाज से गौपालन को बढ़ावा देने, गौसेवा के लिए तन-मन-धन से निस्वार्थ भावपूर्वक सेवा करने में अग्रणी रहने और विशेषकर मातृशक्ति से प्रतिदिन भोजन बनाते वक्त सर्वप्रथम गौग्रास निकालने का भी आह्वान किया। उन्होने गौसेवा को सबसे बड़ी सेवा बतलाया और भविष्य में भी सदैव गौशाला के कार्यों में अग्रणी रहने का विश्वास दिलाया। कार्यक्रम में उपस्थित गऊप्रेमियों के बीच गौ माता के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए मौजूद संत-महात्माओं व विभिन्न प्रमुख गौप्रेमियों ने बताया कि गाय में सभी देवी-देवताओं का वास होने के बदौलत ही गाय को देवों से भी ऊपर माना गया है। उन्होने गाय को लक्ष्मी माता की जनक और समस्त प्राणियों को सुख देने वाली बतलाते हुए कहा कि गायों का समुदाय जिस स्थान पर बैठकर निर्भयतापूर्वक सांस लेता है, वहां का वातावरण स्वयंमेव शुभ, शुद्ध एवं पापविहीन, जीवनरक्षक और मंगलकारी हो जाता है। वही गाय के पंचगव्य दूध, दही, माखन, गौमूत्र, गोबर के प्रयोग से मनुष्य को सुख-समृद्धि, शांति के अलावा शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, सामाजिक विकास, तरक्की उन्नति होती है और नित्य प्रतिदिन सेवन से प्राणी के शरीर की लाईजाज से लाईजाज बिमारियां शनै: शनै: दूर हो मनुष्य काया निरोगी बन जाती है। इस अवसर पर गौशाला में भंडारे का भी आयोजन हुआ और गौ भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।
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