सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना शहर के वार्ड-पंद्रह के कायस्वाडा मोहल्ला में रहने वाली एक 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला श्रीमती वीना सिंघल धर्मपत्नी स्वर्गीय लाला जगदीश चंद्र आर्य के आवास पर लूटपाट के बा
द वीना की हत्या वाले मामले में पुलिस ने वीना हत्याकांड की अनसुलझी गुत्थी को सुलझाते हुए एक आरोपी को पकडऩे में कामयाबी पाई है। आरोपी नाबालिग होने के कारण पुलिस उसका नाम-वल्दियत बताने से परहेज कर रही है। पकड़ा गया किशोर शहर के वार्ड-सत्रह में श्रीराम मंदिर के नजदीक बड़ा मोहल्ला, काजीवाड़ा का रहने वाला है। जांच में सामने आया है कि इससे पहले भी लॉकडाउन के दौरान सोहना सीआईए पुलिस ने यहां पर वार्ड-18 के तहत पुरानी सब्जीमंडी के समीप आर्यसमाज विद्यालय के समीप रहने वाले व्यापारी घनश्यामदास पुत्र स्वर्गीय श्री मंगतराम के बंद पड़े मकान में सेंधमारी कर दिन-दहाड़े लाखों रुपए के सोने-चांदी के जेवरात व नकदी चोरी करने वाले मामले में दो आरोपियों को पकड़ा था। उनमें से एक आरोपी वह था, जिसे अब पुलिस ने वीना हत्याकांड में गिरफ्तार किया है और इसी किशोर की निशानदेही पर उस पहले वाले मामले में पुलिस ने साढ़े 4 किलो चांदी के बने जेवरात तथा 10-12 तौले सोना और एक लाख 60 हजार रुपए की नकदी बरामद करने में कामयाबी पाई थी। उस मामले में आरोपी जमानत पर बाहर आ गया तथा अब इस किशोर को बुजुर्ग व विधवा महिला वीना हत्याकांड में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एसीपी क्राईम प्रीतपाल सिंह सांगवान के अनुसार पुलिस ने इस मामले में कई युवकों को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया लेकिन जब एक-एक कड़ी को जोडक़र जांच आगे बढ़ाई तो सच्चाई सामने आने पर पुलिस ने जब उपरोक्त आरोपी से पूछताछ की तो आरोपी ने अपना गुनाह कबूल लिया और बताया कि उसी ने वीना हत्याकांड को अंजाम दिया है। वह उस घर में लूटपाट की नीयत से घुसा था और अलमारी के ताले तोडक़र 30 हजार रुपए व एक मोबाइल लूटकर जब चलने लगा तो वीना ने लूट का विरोध किया। जिस पर उसने वहां पड़े लकड़ी के मोटे डंडे और महिला की छड़ रूपी बैत से पीट-पीटकर उसे लहुलूहान कर दिया और बुजुर्ग महिला को खून में लथपथ व कराहते देख लूटपाट की वारदात को अंजाम देकर भाग निकला। बाद में बुजुर्ग महिला वीना देवी की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। इस मामले में जब संदेह की सुई आरोपी किशोर की तरफ घूमने पर पुलिस ने उसके घर-ठिकानों पर छापेमारी की तो आरोपी घर-ठिकानों से फरार होने के कारण पुलिस के हाथ नही लग पाया लेकिन इसी बीच पुलिस को इस बात की भनक लगी कि आरोपी किशोर सोहना शहर में पुराने अलवर रोड पर निरंकारी कॉलेज के पिछवाड़े एक स्थान पर आने वाला है। सूचना को सही मान पुलिस की टीम बताए गए स्थान पर पहुंच गई और जैसे ही आरोपी वहां से निकलने लगा, पुलिस ने घेराबंदी डाल उसे पकड़ लिया। जब पुलिस ने आरोपी की तलाशी ली तो आरोपी के पास से बिना सिम वाला विवो कंपनी का नीले रंग का एक मोबाइल मिला। पुलिस उसे पकड़ कर थाने में ले आई और जब आरोपी से पूछताछ की तो आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और खुलासा किया कि वारदात के दौरान प्रयुक्त किए गए कपड़े उसने गर्मचश्मा श्री शिवकुंड में स्नान करने से पहले कुंड के पिछवाड़े एक स्थान पर छुपाए हुए है और वारदात के दौरान पहनी हुई जैकेट उसने सोहना की पहाडिय़ों में बने अंसल फार्म के पास छुपाई हुई है। साथ ही पकड़ में आए आरोपी से जो जूते पुलिस ने बरामद किए, उन पर भी खून लगा मिला। जिसे जांच के लिए भिजवाए जाने पर पता चला कि बुजुर्ग महिला वीना देवी के लहुलूहान होने पर जो खून निकला था, वही खून आरोपी के जूतों पर लगा मिला। जिस पर मामले की जांच कर रहे अनुसंधान अधिकारी सबइंस्पेक्टर मनोज कुमार ने आरोपी की निशानदेही पर वारदात के वक्त प्रयुक्त किए गए जैकेट और कपड़े बरामद कर लिए। साथ ही जब आरोपी से पूछताछ की तो सामने आया कि आरोपी ने चोरी किए गए 30 हजार रुपयों में से 20 हजार रुपए अपने लिए नए कपड़े खरीदने और खाने-पीने में खर्च कर दिए और जो मोबाइल उससे बरामद किया गया है, वह मोबाइल उसने बुजुर्ग महिला वीना देवी के पास से ही वारदात के दौरान लूटा था और पकड़ में ना आए, इसलिए उसने उस मोबाइल में लगी सिम को निकाल कर फेंक दिया ताकि पुलिस मोबाइल को सर्विलांस पर लगाकर उसकी लोकेशन ना जान पाए जबकि 10 हजार रुपए की नकदी पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर बरामद कर ली है। पुलिस ने आरोपी को जुवेनाइल अदालत में पेश किया। जिसे अदालत ने बाल सुधार गृह फरीदाबाद भेज दिया है।
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