गौतस्करी में प्रयुक्त हो रही इनोवा जिंदा गौधन समेत पकड़ी-चार गाय बरामद

Khoji NCR
2021-01-27 10:12:01

सोहना,(उमेश गुप्ता): कोरोनाकाल में भी गौतस्कर गायों की तस्करी के दौरान पुलिस को चकमा देने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर रहे है। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ, जब बीती देर रात मुखबिर से मिली सूचना के आ

ार पर पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान एक इनोवा को पकड़ा तो इनोवा के भीतर मोटे-रस्सों से मुंह, पैर बांधकर एक-दूसरे के ऊपर 4 गाय बेहोशी की हालत में पड़ी मिली। पुलिस ने गायों से भरी इनोवा को कब्जे में ले लिया है जबकि गौतस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे है। जिनकी पहचान का प्रयास पुलिस कर रही है। सूत्रों की माने तो जांच में सामने आया है कि आरोपी अपने साथियों के साथ मिलकर लंबे समय से गौतस्करी का धंधा कर रहे है लेकिन गौतस्करी के धंधे में इनोवा प्रयुक्त किए जाने से किसी को उन पर शक नही होता था। जिससे वह इनोवा में जिंदा गौधन को भरकर गौकशी के लिए राजस्थान ले जाते थे। पुलिस अधिकारी मनोज कादियान का कहना है कि पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि गौतस्कर गिरोह कितने समय से इस अनैतिक कार्य को कर रहा है और उसके गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल है, कहां-कहां के रहने वाले है ताकि उनके नाम-पते जानकर पुलिस उन्हे भी जल्द पकड़ सके। फिलहाल पुलिस द्वारा पकड़ में आए गौधन को पुलिस निगरानी में नजदीक की गौशाला में सुरक्षित रूप में ले जाया गया है। इनोवा को कब्जा पुलिस में ले लिया गया है और गौतस्करों के खिलाफ गौसंरक्षण एवं गौसंवर्धन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा पुलिस में कार्यरत पुलिस अधिकारी मनोज कादियान को मुखबिर खास से सूचना हाथ लगी कि एक इनोवा में गौतस्कर जिंदा गायों को भरकर गौकशी के लिए ले जाने वाले है। यदि अभी नाकेबंदी की जाए तो गौतस्करों को इनोवा में भरी जिंदा गायों समेत रंगे हाथों पकड़ा जा सकता है। सूचना को सही मान पुलिस अधिकारी मनोज कादियान की अगुवाई में एक स्थान पर पुलिस नाका लगा दिया। इसी बीच इनोवा में जिंदा गौधन को भरकर गौकशी के लिए ले जाए जाने की भनक गौभक्तों को लग गई। गौभक्तों ने ग्रामीणों और पुलिस के सहयोग से कई जगह नाके लगा दिए। इसी बीच पुलिस अधिकारी मनोज कादियान की अगुवाई वाली पुलिस टीम ने जब सामने से आ रही इनोवा चालक को इनोवा रोकने के लिए संकेत किया तो इनोवा चालक ने पुलिस टीम को सामने देख इनोवा को रोकने की बजाय उसे और तेज गति से दौड़ा लिया। जिस पर पुलिस टीम ने पीछा कर इनोवा को पकडऩे के लिए लोहे के नुकीले जाल इनोवा के आगे डाल दिए। जिससे इनोवा के ड्राईवर साईड वाले 2 टायर फट गए लेकिन फिर भी इनोवा चालक इनोवा को रिम ही रिम पर दौड़ाता रहा लेकिन पुलिस टीम ने हार नही मानी और इनोवा का पीछा करती रही। गौभक्तों ने इनोवा को घेरने के लिए अगले गांव के ग्रामीणों को सूचना दी। आगे ग्रामीणों और पीछे पुलिस टीम से अपने को घिरा देख गौतस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर खेतों में कूदकर भागने में कामयाब रहे लेकिन पुलिस ने इनोवा को अपने कब्जे में लेकर जब इनोवा की तलाशी ली तो उसमें 4 दुबली-पुतली गाय मोटे-मोटे रस्सों से बंधे हुए जिंदा हालत में गफलत में मिली। पुलिस ने तुरंत पशु चिकित्सक को बुलाया और मरणासन्न हालत में मिली गायों का उपचार कराकर नजदीक की गौशाला में पुलिस निगरानी में भिजवा दिया है। गौर करने वाली बात ये है कि गौतस्कर गौकशी और गौतस्करी जैसा घृणित कार्य करने से बाज नही आ रहे है। देखने वाली बात ये है कि पहले भी मेवात के बड़े गांव बिछोर में गौकशी व गौ तस्करी पर रोक लगाने के लिए हिंदू-मुस्लिम समुदाय की विशाल पंचायत हुई थी। जिसमें मौजूद सरदारी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि गौतस्करी करने वाले व्यक्ति पर पंचायत 31 हजार रुपए का जुर्माना और गौहत्या करने वाले 52 हजार रुपए का जुर्माना लगाने के साथ-साथ ऐसे घृणित व अनैतिक धंधे में संलिप्त व्यक्ति की सूचना पंचायत को देने वाले व्यक्ति को पंचायत की तरफ से नकद रूप में 11 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा और जो व्यक्ति गौकशी व गौतस्करी करेगा, पंचायत उस पर सामाजिक तौर पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ पुलिस में मामला दर्ज कराएगी। मेवात के किसी भी गांव में कोई भी व्यक्ति उस व्यक्ति की किसी भी तरह से कोई भी मदद नही करेगा क्योकि इस्लाम में भी गाय को पवित्र व गाय के दूध को शिफा यानि अमृत माना गया है। साथ ही इस्लाम का हवाला देते हुए पंचायत में वक्ताओं ने कहा कि उनके नबी ने फरमाया है कि जिस कार्य से पड़ोसी को दर्द पहुंचता है, ऐसा कोई भी कार्य हराम है। इसलिए गौकशी व गौतस्करी करने वाले लोगों के खिलाफ पंचायत कड़ा रूख अख्तियार करेगी। जिसके लिए पंचायत में 15 लोगों पर आधारित एक कमेटी भी बनाई लेकिन पंचायती फैसले के बावजूद आए दिन गौकशी के लिए लाया जा रहा गौधन पुलिस बरामद कर रही है। गौतस्करों की पहचान कर पुलिस उनके खिलाफ मामले दर्ज कर रही है लेकिन पंचायत इन गौतस्करों के खिलाफ कोई भी ठोस कदम नही अमल में ला रही है। जिससे गौतस्करों के हौसले बढ़ रहे है इनोवा गाड़ी में गौधन की बरामदगी से जाहिर है कि गौ तस्कर अपनी नापाक हरकतों से बाज नही आ रहे है। पंचायती फैसले को ठेंगा दिखा रहे है निर्धारित कानून की अवहेलना कर अपने स्वार्थों के लिए पूरी कौम को बदनाम करने का प्रयास कर रहे है। हालांकि गौकशी और गौतस्करी के अनैतिक धंधे के खिलाफ मुस्लिम समाज के लोग आगे आ रहे है और इस अनैतिक धंधे में लगे लोगों को समाज विरोधी बताते हुए समाज के लोगों से ऐसे तत्वों के बहिष्कार का आग्रह कर रहे है लेकिन कम समय में ज्यादा पैसा कमाकर रातोंरात लखपति बनने के चक्कर में इस धंधे में लगे लोग अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है। लोगों का कहना है कि हालांकि गौकशी और गौतस्करी के अनैतिक धंधे के खिलाफ मुस्लिम समाज के लोग आगे आ रहे है और इस अनैतिक धंधे में लगे लोगों को समाज विरोधी बताते हुए समाज के लोगों से ऐसे तत्वों के बहिष्कार का आग्रह कर रहे है लेकिन कम समय में ज्यादा पैसा कमाकर रातोंरात लखपति बनने के चक्कर में इस धंधे में लगे लोग अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है। क्षेत्र के गौरक्षकों में इस बात को लेकर भी खासा रोष देखने को मिल रहा है कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल सरकार ने गौ तस्करी पर प्रभावी तरीके से रोक लगाने के लिए कड़ा कानून बनाया है। फिर भी गौ तस्करी प्रभावी तरीके से नही रूक पा रही है। गौतस्करों के हौसले और ज्यादा बुलंद हो रहे है। प्रदेश में गौतस्करी और गौकशी रोकने के लिए गठित किए गए विशेष पुलिस दस्ते की कमान संभालने वाले एडीजीपी विकास अरोड़ा ने गौरक्षकों को भरोसा दिलाया कि समाज में विघटन पैदा करने वाली ऐसी किसी भी हरकत को बर्दाश्त नही किया जाएगा। कानून अपना काम करेगा। उन्होने बताया कि पुलिस ने गौ तस्करी रोकने के लिए जगह-जगह पुलिस नाके लगाए है। गौतस्करी की वारदातों में कमी आई है। पुलिस के आला अधिकारी खुद भी रात के वक्त पुलिस नाकों पर तैनात पुलिस की कार्यप्रणाली जांच रहे है। उन्होने गौरक्षादल के सदस्यों को यह भी भरोसा दिलाया कि शासन-प्रशासन गौरक्षा के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है।

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