सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर प्रमुख समाजसेवी मामचंद सैन की धर्मपत्नी श्रीमती माया देवी के निधन पर टूरिज्म काम्पलेक्स पहाड़ी के नीचे देवीलाल रोड पर सर्वजातीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ। इस
मौके पर व्यापारमंडल संघ के अध्यक्ष मनोज बजरंगी, अग्रवालसभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश अग्रवाल, नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन राजकुमार गोयल एडवोकेट, सब्जीमंडी खुदरा व्यापारी एसोसिएशन के प्रधान मोहन सिंह सैनी, पंडित रमेश शास्त्री, कांगे्रस के राज्य प्रवक्ता जितेन्द्र भारद्वाज, मास्टर भगवानदास वशिष्ठ, सौरभ गोयल एडवोकेट, गौरव सिंगला बर्तन वाले, नगरपालिका के पूर्व उपाध्यक्ष बृजभूषण गोयल, अनिल शर्मा, बिरादरी में 387 के चौधरी किशन चंद्र सैन, भिरावटी से चौधरी प्रेमराज सैन, नाईनंगला से चौधरी चतरी, फौजी रामी, नंगली से राजेन्द्र सिंह सैनी, सेवली से चौधरी धोलिया, ओमप्रकाश माठू, मोहन सिंह मोनू, सुंदर सिंह सैन, अनिल कुमार, सचिन कुमार, युवा समाजसेवी मानकचंद सैन, मोहन सैन, सागर सैन, युवा सैन संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं और दाहनिया परिवार व कई पूर्व व मौजूदा नगरपार्षदों और प्रमुखजनों के अलावा विभिन्न स्थानों से आए शोक संदेश के साथ-साथ कोने-कोने से आए समाज के हजारों गणमान्य लोगों ने शिरकत की। राजनैतिक दलों व सामाजिक संस्थाओं से शोक संदेश आए और मौजिजानों ने अपनी शब्दों के द्वारा श्रीमती माया देवी के नारी उत्थान के लिए कार्यो की सराहना करते हुए याद किया। इस मौके पर श्री हरिचंद सैन को सर्वजातीय समाज की ओर से पगडी बांध सामाजिक जिम्मेदारी सौंपी गई। पंडित रमेश शास्त्री के सानिध्य में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा में विभिन्न गांवों से आए पंच-सरपंचों, विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों तथा सोहना व मेवात क्षेत्र के करीब 250 गांवों से आई सरदारी ने जातपात और पार्टीबाजी जैसे संकीर्ण विचारों से ऊपर उठकर हिस्सा लिया। उपस्थितों ने दिवगंत श्रीमती माया देवी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके समाज में किए गए कार्यों को स्मरण किया। श्रद्धांजलि सभा में आसपास लगते क्षेत्रों, दर्जन भर से ज्यादा जिलों व दिल्ली, उत्तरप्रदेश, राजस्थान आदि कई प्रांतों से आए शोक संदेशों को भी उपस्थितों के बीच पढकर सुनाया गया। शोक सभा को प्रेरणा सभा का रूप देते हुए महामंडलेश्वर मनोहर दास शास्त्री ने कहा कि हर इंसान को जीवन जीने की सही कला सीखना होगा। तभी इंसान का जीवन सार्थक बनेगा। स्वर्ग वो है, जिसका परिवार में प्रेम-प्यार एकता समर्पण सहयोग आदर-मान व सम्मान होता है। वही इंसान स्वर्गलोक में जाता है। दिवगंत श्रीमती माया देवी सैन एक सामाजिक व्यक्तित्व की धनी होने के साथ-साथ सही मायने में जमीन से जुड़ी सच्ची महिला समाजसेविका थी, जिन्होने मरते दम तक नारी उत्थान के लिए कार्य किया और शिक्षा, धर्म व अन्य क्षेत्रों में नाम कमाया। महामंडलेश्वर मनोहर दास शास्त्री तथा विभिन्न वक्ताओं व प्रमुख लोगों ने उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए दिवगंत श्रीमती माया देवी सैन के परिजनों से उनके सिद्धांतों पर चलने और उनके सपनों को पूरा करने की प्रेरणा दी। श्रद्धांजलि सभा में बोलते वक्त विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि दिवगंत श्रीमती माया देवी सैन आज हमारे बीच नहीं है लेकिन वह अपने पीछे भरापूरा और साधन सम्पन्न परिवार छोड़ गई है। जो मानव अपने जीवन में समाज के लिए कोई कार्य करता है, समाज उन्हें सदैव याद रखता है। वक्ताओं ने बताया कि दिवगंत श्रीमती माया देवी सैन अपनी जुबान और बात की धनी और परोपकारी महिला समाजसेविका रही। वे सदैव ही धर्मकार्यों में बढ़-चढक़र सहभागिता निभाते हुए शोषितों, दबे-कुचले वर्गो, निर्धनों, जरूरतमंदों की सहायता करने तथा महिला समाज के उत्थान, गौसेवा, नारी शिक्षा को बढ़ावा, पौधारोपण कर हरित क्रांति के प्रति लोगों को जागरूक बनाने, समाज में आपसी प्रेम-प्यार, भाईचारा को बढ़ावा देने के लिये प्रयासरत रही। उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम सभी उनके दिखाए रास्ते का अनुसरण करे।
Comments