सोहना में हुए मनोज डागर हत्याकांड में वाहन और हथियार समेत 2 गिरफ्तार

Khoji NCR
2021-01-21 12:31:34

सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना के गांव अलीपुर ग्रामपंचायत की महिला सरपंच ममता डागर के पति मनोज डागर हत्याकांड मामले में बृहस्पतिवार को सीआईए पुलिस ने हत्याकांड में प्रयुक्त किए गए वाहनों को खुर्

द-बुर्द व नष्ट करने के आरोप में 2 और आरोपियों को पकडऩे में कामयाबी पाई है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान 33 वर्षीय शाहिद अली पुत्र दीन मोहम्मद निवासी ईदगाह कॉलोनी, सेक्टर छह, फरीदाबाद और 26 वर्षीय शहजाद उर्फ मोनू पुत्र लालू मूल निवासी गांव घरौंडा, थाना छायसा, जिला फरीदाबाद के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 3 देशी कटटा, एक पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, एक मोबाइल, एक वाईफाई डोंगल और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों को पुलिस जल्द अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी। एसीपी प्रीतपाल सिंह सांगवान के अनुसार सीआईए पुलिस अब आरोपियों से यह जानने में जुटी है कि उन्होने और कहां-कहां पर, कब-कब, कौन-कौन सी आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया है ताकि और भी अनसुलझी वारदातों को सुलझाने में मदद मिले। उन्होने बताया कि बीते वर्ष में पंद्रह जुलाई को सोहना सिटी पुलिस थाने के समीप हुए मनोज डागर हत्याकांड में पुलिस इससे पहले सात आरोपियों को हथियारों के जखीरे समेत पकडऩे में कामयाब रही है। कई दिनों पहले गिरफ्तार किए गए गैंगस्टर अशोक राठी गैंग के तीन बदमाशों 20 वर्षीय भारत पुत्र संजय मूल निवासी गांव टूमोला, थाना कोशीकला, जिला मथुरा, उत्तरप्रदेश हालआबाद गांव वजीरपुर, 27 वर्षीय मोहित पुत्र बीर सिंह मूल निवासी श्याम कॉलोनी, रामबाग मोहल्ला, बल्लबगढ़, जिला फरीदाबाद, 24 वर्षीय पुनीत पुत्र धनराज निवासी गांव हाजीपुरपातली, थाना फरूखनगर हालआबाद गांव पचगांव ने अदालत से 6 दिन के लिए पूछताछ पर लाए जाने के दौरान सीआईए द्वारा की जा रही पूछताछ के दौरान अहम खुलासे के बाद उपरोक्त दोनों आरोपियों को आज अलग-अलग ठिकानों से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों की माने तो पूछताछ में बदमाशों ने खुलासा किया कि सोहना के गांव अलीपुर के रहने वाले गैंगस्टर अशोक राठी की हत्या के बदले की आग उनके दिलों में धधक रही थी। अशोक राठी की हत्या के बदले में उसी की गांव के सरपंच ममता डागर के पति मनोज डागर की हत्या की गई। एसीपी प्रीतपाल सिंह सांगवान का कहना है कि इससे पहले पूछताछ के लिए रिमांड पर लाए गए भारत, मोहित व पुनीत ने खुलासा किया कि उन्हे अब उत्तरप्रदेश व हरियाणा में उन्हे कई स्थानों पर 7 लोगों की हत्या करनी थी। उन लोगों की हत्या करने के लिए वह हथियार खरीद कर लाए थे। एसीपी क्राईम प्रीतपाल सिंह सांगवान की माने तो पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पकड़ में आए तीनों आरोपी गैंगस्टर अशोक राठी गैंग के गुर्गे रहे है और गैंगस्टर अशोक राठी की हत्या के बाद वह उसके छोटे भाई के साथ काम कर रहे थे जबकि आज 2 आरोपी पकड़ में आए है, उन पर मनोज डागर हत्याकांड में प्रयुक्त किए गए वाहनों को खुर्द-बुर्द व नष्ट करने के आरोप पूछताछ के दौरान खुलासे में सामने आए है। उन्होने बताया कि हरियाणा पुलिस ने इससे पहले जो तीन आरोपी पकड़े, उनमें से भारत व मोहित पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था और मनोज डागर हत्याकांड मामले में एसआईटी बनाई गई थी। एसआईटी की बदौलत ही पुलिस इन आरोपियों को हथियारों समेत पकडऩे में कामयाब रही है। उस वक्त आरोपियों के पास से कुल 5 पिस्टल, 4 देशी कटटा, 36 जिंदा कारतूस, 2 मोबाइल, एक वाईफाई डोंगल आदि बरामद किए, जिसमें से मोहित के पास से 3 पिस्टल, 3 देशी कटटे, 30 जिंदा कारतूस, 2 मोबाइल, एक वाईफाई डोंगल और धनराज के पास से 2 पिस्टल, एक देशी कटटा, 6 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। आरोपियों में से 2 भारत व मोहित की गिरफ्तारी पर हरियाणा पुलिस ने एक-एक लाख का इनाम घोषित किया हुआ है। आरोपी मोहित पुत्र बीर सिंह के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लड़ाई-झगड़ा व अवैध हथियार रखने के आरोप में और अन्य मामलों में मिलेनियम सिटी गुरूग्राम, फरीदाबाद जिलों में कई मामले दर्ज है। पूछताछ के दौरान यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपी मोहित ने वर्ष-2014 में सोहना के गांव अलीपुर के रहने वाले अपने गिरोह के सरगना व गैंगस्टर अशोक राठी को गांव बालूदा के रहने वाले सूर्यांश होटल के मालिक मुकेश यादव की हत्या वाले मामले में गिरफ्तार होने पर गैंगस्टर अशोक राठी को सोहना के समीप पुलिस कस्टड़ी से उस वक्त भगाया था, जब उत्तरप्रदेश पुलिस अशोक राठी को अदालत में पेश करने के लिए ले जा रही थी। मोहित ने सोहना के पास पहुंचने पर उत्तरप्रदेश पुलिस को गनप्वाइंट पर लेकर उसके कब्जे से अशोक राठी को छुड़वाकर भगाया था। इसके अलावा आरोपी मोहित ने अपनी ही कॉलोनी में रहने वाले भालू नाम के युवक पर हत्या की नीयत से गोली चलाई। उस मामले में भी वह अब तक वांछित चल रहा था और अगले सप्ताह में बल्लबगढ़ उपमंडल में किसी व्यक्ति की हत्या करने वाला था लेकिन आज पहले ही पुलिस के हाथ लग गया जबकि तीसरा आरोपी पुनीत पुत्र धनराज गैंगस्टर अशोक राठी के मुख्य सदस्य पुष्कर का भाई बताया गया है। पुष्कर हाल-फिलहाल हत्या के एक मामले में जेल में बंद है और जेल के भीतर से ही बैठे-बैठे पुष्कर अपने भाई पुनीत व उपरोक्त आरोपियों के माध्यम से अपने गिरोह में नए-नए युवकों को जोडक़र उनसे हत्या व आपराधिक वारदातों को अंजाम दिलवाता है।

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