मत्स्य पालन करने वाले किसानों को मिलेगी सभी जरूरी सुविधाएं : कृषि मंत्री जेपी दलाल

Khoji NCR
2020-11-21 11:18:25

सोहना में प्रदेशस्तरीय मत्स्य किसान सम्मेलन आयोजित-प्रदेश के हर जिले और ब्लॉक से किसानों ने लिया बढ़-चढक़र हिस्सा उमेश गुप्ता सोहना : विश्व मत्स्य दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को यहां पर पशुप

ालन एवं मत्स्य विभाग की तरफ से आयोजित राज्यस्तरीय मत्स्य किसान सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन और डेयरी मत्स्य पालनमंत्री इंजीनियर जयप्रकाश दलाल मुख्यातिथि रूप में मौजूद रहे। इस राज्यस्तरीय सम्मेलन में प्रदेश के सभी ब्लॉक व जिलों से मत्स्य पालन करने वाले किसानों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया और मत्स्य पालन में आ रही समस्याओं से प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन और डेयरी मत्स्य पालनमंत्री इंजीनियर जयप्रकाश दलाल को अवगत कराया। इस मौके पर मत्स्य पालन को बढ़ावा देने और किसानों के हित में केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा आधुनिक तकनीकों पर आधारित मत्स्य पालन संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई और विभाग की तरफ से विभिन्न जिलों से चयनित किए गए 22 मत्स्य पालन करने वाले प्रगतिशील किसानों के साथ-साथ विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने पर जिला मत्स्य अधिकारी धमेन्द्र सिंह परमार व कई अन्य विभागीय अधिकारियों को प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन और डेयरी मत्स्य पालनमंत्री इंजीनियर जयप्रकाश दलाल ने प्रशंसापत्र के साथ-साथ स्मृतिचिन्ह देकर व दोशाला ओढ़ाकर सम्मानित किया। राज्यस्तरीय मत्स्य किसान सम्मेलन में सोहना हलका से विधायक संजय सिंह छोकर व सर्कल एसडीएम डाक्टर चिनार चहल तथा विभाग में डायरेक्टर प्रेम सिंह मलिक समेत विभिन्न जिलों से आए जिला और खंड मत्स्य अधिकारी भी मौजूद रहे। मौजूद मत्स्य किसानों के बीच मुख्य वक्ता रूप में बोलते हुए प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन और डेयरी मत्स्य पालनमंत्री इंजीनियर जयप्रकाश दलाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने खेती व किसानी को बढ़ावा देने के लिए विशेष कदम उठाए है। साथ ही देश में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना चलाई है ताकि देश व प्रदेश में इस योजना के तहत मछली उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए अच्छे ढंग से मत्स्य प्रबंधन और नियामक ढांचा तैयार कर मत्स्य पालन करने वाले किसान आधुनिक टेक्नोलोजी से लाभान्वित हो सके। उन्होने बताया कि मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है और कई योजनाओं पर भारी अनुदान दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि मीठे पानी में भारतीय नस्ल वाली कतला, राहु, मृगल और विदेशी नस्ल की सिल्वर कार्प, ग्रासकार्प, कोमन कार्प मछलियां पाली जा सकती है तो खारे पानी में सफेद झींगा पालन आसानी से होता है। मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए सामान्य वर्ग को 40 प्रतिशत अनुदान तो महिला वर्ग एवं अनुसूचित जाति वर्ग के मत्स्य पालक किसान को 60 प्रतिशत अनुदान मुहैया कराया जा रहा है। प्रदेश के कृषि एवं किस

Comments


Upcoming News