सोहना,(उमेश गुप्ता): स्थानीय नगरपरिषद 35 लाख रुपए की लागत से शहर में जगह-जगह अवरोधक लगा रही है। बावजूद इसके शहर से इंडरी मोड आवाजाही वाले रास्ते पर अवरोधक ना लगाए जाने से राहगीर परेशान है। लोगों
ा कहना है कि इंडरी मोड और उससे पहले नेशनल हाईवे वाले सडक़ मार्ग पर कई स्थानों पर अवरोधक लगाए जाने चाहिए ताकि तेज रफ्तार में दौडऩे वाले वाहनों की गति यहां से आवाजाही करने पर धीमी रह सके और हादसों पर रोक लगने में मदद मिले। स्वयंसेवी संस्था सोहना जागृति मंच के पूर्व उपाध्यक्ष डाक्टर सुरेश कालड़ा व सामाजिक कार्यकर्ता विजेन्द्र सैनी, यादव समाज के युवा नेता रोहताश यादव, पूर्व नगरपार्षद रमन जांगड़ा, संदीप यादव सैंडी एडवोकेट ने सोहना शहर के भीतर इंडरी मोड पर मौत का पर्याय बने चौराहे पर अवरोधक व रैड लाइट लगाए जाने की मांग की है। बता दें कि इंडरी मोड बहुत ही व्यस्ततम सडक़ मार्ग है। यहां से एक सडक़ अग्रसेन पार्क के लिए, दूसरी बाईपास के लिए, तीसरी नूंह के लिए व चौथी इंडरी के लिए जाती है। इतना महत्त्वपूर्ण चौराहा होने और आए दिन इस चौराहे के इर्द-गिर्द सडक़ हादसे घटित होने पर भी यहां स्पीड ब्रेकर नहीं बना हुआ है। यहीं कारण है कि दिन-रात चलने वाले इस व्यस्ततम चौराहे से लोग विशेषकर वृद्धजन और स्कूली बच्चे अपनी जान हथेली पर रखकर आते जाते है। इस चौराहे पर रैड लाइट ना होने व सडक़ पर स्पीड बे्रकर ना लगाए जाने से यहां आए दिन हादसे घटित हो रहे है। यहां कई दर्जन सडक़ हादसे हो चुके है। इन हादसों में दर्जन भर से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके है जबकि 70 से भी ज्यादा लोग घायल हुए है। जिस कारण यह चौराहा जानलेवा बन गया है। जागरूक लोगों ने जनहित में प्रशासन का ध्यान इस तरफ आकर्षित करते हुए अविलंब इस चौराहे पर रैड लाइट लगाए जाने और चौराहे के आसपास लगते सभी सडक़ मार्गों पर स्पीड बे्रकर लगाए जाने की मांग की है।
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