जगमग योजना में शामिल गांवों में बिजली चोरी रोकने के पुख्ता इंतजामों के बावजूद 19 स्थानों पर बिजली चोरी होते रंगे हाथों पकड़ में आई-निगम ने कई लाखों रुपए का लगाया भारी-भरकम जुर्माना सोहना मंडल
ें 60 लाख रुपए और सबअर्बन मंडल में 40 लाख रुपए की बिजली चोरी पकड़ी सोहना,(उमेश गुप्ता): क्षेत्र में चल रही शीतलहर और पड़ रही कड़ाके की ठंड में जब लोग अपने घरों में रजाईयों में दुबके सर्दी से बचाव कर रहे थे, आज उस वक्त बिजलीनिगम के अधिकारियों पर गठित छापामार टीमें उपभोक्ताओं के घरों पर बिजली चोरी पकडऩे के लिए छापेमारी करती नजर आई। देखने वाली बात ये रही कि जिन गांवों को जगमग योजना के तहत बिजली आपूर्ति योजना में शामिल किया गया है, उन गांवों में भी बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकड़ में आई है। दक्षिणी हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम की टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी के दौरान एक करोड़ रुपए की बिजली चोरी होते पकड़ी है। जिन स्थानों पर बिजली की चोरी पकड़ में आई है, उन पर एक करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। बिजलीनिगम के अधीक्षण अभियंता जोगिन्द्र सिंह हुडडा की माने तो हैरानी वाली बात ये है कि छापेमारी के दौरान यह तथ्य निकलकर सामने आए है कि जिन गांवों को बिजलीनिगम द्वारा जगमग योजना के तहत 24 घंटे बिजली आपूर्ति दी जा रही है, उन्ही गांवों में बिजली की ज्यादा चोरी पकड़ में आई है तो छापेमारी अभियान के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि कुछ घरों में तो बिजली के मीटर ही नही लगे थे और उन्हे घरों में बिजली जमकर उपयोग में लाई जा रही थी जबकि कई उपभोक्ता अपने यहां लगे बिजलीमीटरों को बाईपास कर बिजली चोरी करते पकड़ में आए। बिजलीनिगम में अधीक्षण अभियंता जोगिन्द्र सिंह हुडडा के अनुसार बिजली चोरी पकडऩे के लिए बनाई गई छापामार टीमों ने सोहना मंडल के बादशाहपुर उपमंडल में 7 स्थानों पर छापेमारी में 15 किलोवाट लोड की बिजली चोरी पकड़ में आई है, जिन पर 4 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है जबकि सोहना उपमंडल में 9.4 लाख रुपए की बिजली चोरी पकड़ में आई है और सोहना डिवीजन के तहत लगने वाले तावडू उपमंडल में 2.4 लाख की बिजली चोरी पकड़ में आई है। बिजलीनिगम के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो बिजली चोरी पकडऩे में निगम का मारूति उपमंडल सबसे अव्वल रहा है जबकि सोहना रोड उपमंडल में सबसे कम बिजली चोरी पकड़ में आई है। जगमग योजना के तहत बिजली आपूर्ति की जाने वाले गांव में भी 19 उपभोक्ताओं को बिजली चोरी करते पकड़ा गया है। देखने वाली बात ये है कि जगमग योजना वाले इन गांवों में बिजलीनिगम ने बिजली चोरी ना होने देने के लिए सभी मुकम्मल इंतजाम किए है। बावजूद इसके लोगों ने चोरी का रास्ता निकाल लिया है। छापेमारी में यह भी सामने आया है कि बिजलीनिगम के मीटर उतारे जाने के बाद भी कई लोगों ने बिना मीटर के ही बिजली चलाने के लिए बिजली चोरी वाला रास्ता अपना लिया। बिजलीनिगम के अधीक्षण अभियंता जोगिन्द्र सिंह हुडडा की माने तो छापेमारी अभियान के दौरान सबअर्बन मंडल में 40 लाख रुपए की और सोहना मंडल में 60 लाख रुपए की बिजली चोरी पकड़ में आई है। मारूति उपमंडल में सबसे ज्यादा बिजली चोरी पकड़ में आई है। यहां 8 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी में 50 किलोवाट से ज्यादा बिजली चोरी पकड़े जाने पर आरोपियों पर 23.71 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है जबकि डीएलएफ सिटी उपमंडल में बिजली चोरी करते पकड़ में आए 12 उपभोक्ताओं पर 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। साउथ सिटी उपमंडल में बिजली चोरी करते पकड़ में आए 4 लोगों पर 7 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। बादशाहपुर उपमंडल में 7 स्थानों पर 15 किलोवाट बिजली चोरी पकड़ में आने पर 4 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। ध्यान योग्य ये है कि पहले भी बिजली निगम की छापेमारी के दौरान कई पीजी हाउसों में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकड़ी गई थी। इन पीजी हाउसों में बिजली मीटर को बाईपास करके बिजली चोरी की जा रही थी तो कई लोग घरेलू कनेक्शन होने के बावजूद बिजली का वाणिज्यिक उपयोग करते पकड़ में आए थे। बिजलीनिगम के अधीक्षण अभियंता जोगिन्द्र सिंह हुडडा का कहना है कि उपरोक्त स्थानों पर बिजली चोरी की शिकायतें मिल रही थी। वैसे भी सर्दी का मौसम शुरू होते ही बिजली चोरी बढ़ जाती है। ऐसे में बिजली निगम ने बिजली चोरी पकडऩे के लिए तेजी से अभियान चलाने का फैसला किया। बिजलीनिगम के अधीक्षण अभियंता जोगिन्द्र सिंह हुडडा ने बताया कि बिजली चोरी के मामले में किसी को नही छोड़ा जा रहा है। अभियान आगे और तेजी से चलेगा। बिजली निगम के अधिकारी, कर्मचारी बिजली चोरी पकडऩे के लिए लगाए गए है। दिन के साथ-साथ अब पूरी-पूरी रात विभिन्न गांवों में छापेमारी की जाएगी ताकि रात के वक्त सीधे कटिया लगाकर चोरी करने वाले लोगों को रंगे हाथों पकड़ा जा सके। उन्होने दावा जताया कि जिन-जिन स्थानों पर छापेमारी की गई, वहां-वहां बिजली चोरी पकड़ में आने से लाइनलॉस में कमी आई है। निगम के राजस्व में भी बढ़ोतरी हुई है। बिजलीनिगम के अधीक्षण अभियंता जोगिन्द्र सिंह हुडडा ने हमारे प्रतिनिधि उमेश गुप्ता को बताया कि बिजली निगम ने क्षेत्र में बिजली चोरी पकडऩे और छापेमारी के दौरान पकड़ में आने पर बिजली चोरी का सबूत सुरक्षित रखने के लिए फोटो के साथ-साथ वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। बिजलीनिगम के अधीक्षण अभियंता जोगिन्द्र सिंह हुडडा का कहना है कि सर्कल में बिजली चोरी पकडऩे के लिए अभियान तेजी से जारी है। बिजली चोरी के मामले में चाहे कोई कितनी बड़ी सिफारिश करा ले, कोई रियायत नही बरती जाएगी। निगम के विजिलेंस टीम के छापेमारी अभियान चलाने से पीजी हाउस संचालकों, बडे-बड़े होटलों, रेस्तराओं, आलीशान भवनों, तेल इस्पेलरों, आटा चक्की और ढाबे आदि चलाने वाले लोगों के बीच खासा हडक़ंप का माहौल है।
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