सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना एरिया के भौंड़सी स्थित जिला मार्डन कारागार में मोबाइल मिलने वाला सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। प्रदेश की सबसे सुरक्षित कही जाने वाली भौंड़सी जेल आए दिन तलाशी के
दौरान मोबाइल मिलने से सुर्खियों में आ गई है। यहां पर जेल प्रशासन ने आज अचानक चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान एक बार फिर एक मोबाइल फोन लावारिस हालत में मिला है। मोबाइल में सिमकार्ड और बैटरी भी लगी हुई है जबकि मोबाइल पर आईएमईआई नंबर मिटा मिला है। तलाशी के वक्त यह मोबाइल लावारिस हालत में जेल के ब्लॉक नंबर ए वन के बाथरूम में मिला। ध्यान योग्य ये है कि नया साल शुरू होते ही नए साल के पहले महीने में भौंड़सी जेल से यह पहला मोबाइल बरामद हुआ है। इससे पहले भी भौंड़सी जेल में वक्त-वक्त पर कभी कैदियों से तो कभी लावारिस हालत में मोबाइल तलाशी में बरामद होते रहे। देखने वाली बात ये है कि भौंड़सी जेल के भीतर बंद कैदियों तक गैर कानूनी वस्तु ना पहुंचे, इसके लिए जेल प्रशासन ने ठोस व्यवस्था कर रखी है। बावजूद इसके कभी कैदियों के पास तो कभी जेल में बैरकों की छत पर तो कभी दीवारों के पास लावारिस हालत में मोबाइल मिलने से जाहिर है कि जेल में मोबाइलों का चलन थमने का नाम नही ले रहा है। एसीपी क्राईम प्रीतपाल सिंह के अनुसार भौंड़सी जेल उपाधीक्षक जब आज अपनी टीम के साथ जेल की बैरक के बाहर तलाशी अभियान चलाने लगे, इसी दौरान जेल परिसर में बैरक नंबर ए वन के बाथरूम के भीतर से लावारिस हालत में मोबाइल और उस मोबाइल के भीतर सिम व बैटरी लावारिस हालत में बरामद हुई जबकि इस मोबाइल पर आईएमईआई नंबर मिटा मिला है। गौर करने वाली बात ये है कि पहले भी काफी बार जब जेल में अचानक तलाशी अभियान चलाया गया तो कई कैदियों के पास से स्मार्टफोन बरामद हुए। उस वक्त पकड़ में आने वाले कैदियों ने पूछताछ में खुलासा किया था कि वह बरामद स्मार्टफोन मोबाइल का इस्तेमाल करते थे। साथ ही भौंड़सी जेल में बंद होने के बावजूद वह पकड़ में आए स्मार्टफोन के जरिए बाहरी दुनिया में अपने चहेतों से वाटसअप कॉलिंग के साथ-साथ फेसबुक भी प्रयोग करते थे। जिससे भौंड़सी जेल में मोबाइल पर बंदिश के जेल प्रशासन के दावों की पोल पहले भी वक्त-वक्त पर खुलती रही है। एसीपी काईम प्रीतपाल सिंह का कहना है कि इस मामले में जेल प्रशासन की शिकायत पर भौंड़सी पुलिस ने फिलहाल अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। काबिले गौर यह कि अब से पहले भी वक्त-वक्त पर भौंड़सी स्थित यह जिला मार्डन जेल कभी जेल में बंद अपराधियों के जेल में बैठे-बैठे धमकी भरे फोन व अवैध वसूली की मांग तो कभी नशीले पदार्थों और सिम व मोबाइल फोनों की बरामदगी, कैदियों के बीच गैंगवार, कभी जेल बैरक के समीप विदेशी रिवाल्वर मिलने, जेल के भीतर बंद कैदी के अपने साथी के साथ ही कुकर्म करने, एक कैदी के दूसरे कैदी को अंगीठी मारकर हत्या करने, जेल वार्डनों के बीच आपस में टकराव, कभी जेल वार्डन को जेल के भीतर गांजा ले जाते रंगे हाथों पकड़े जाने तो कभी जेल में अपने वर्चस्व को लेकर कैदियों के दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष जैसे कारनामों के चलते भौंड़सी जिला जेल अपने शुरूआती दिनों से आज तक वक्त-वक्त पर अखबारों की सुर्खिया बनती रही है। भौंड़सी पुलिस थाना प्रभारी का कहना है कि पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी है ताकि इस बात का खुलासा हो सके कि जेल में यह मोबाइल फोन किसने, कब और किन कैदियों तक पहुंचाने के लिए यह प्रयास किया। उन्होने बताया कि भौंड़सी पुलिस थाने में पुलिस ने जेल प्रशासन की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच में जुटी है।
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