-ट्रांसफार्मर खंभे से नीचे गिरने पर बिजली गुल-दूसर डंपर एक कार्यालय में जा घुसा सोहना,(उमेश गुप्ता): अरावली पर्वत की श्रंखलाओं से घिरे क्षेत्र में कोहरा जमकर कहर ढा रहा है। घने कोहरे में आ
ज भोर सवेरे 2 डंपर एक-दूसरे से टकरा गए। हादसे में कई लोग घायल हुए है। सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और जनसहयोग से सभी घायलों को सोहना अस्पताल में ले जाया गया है और क्षतिग्रस्त डंपरों को सडक़ मार्ग से हटाकर सडक़ मार्ग को सुचारू रूप से चालू कराने में पुलिस ने कामयाबी पाई है। समाचार लिखे जाने तक घायलों के सही नाम-पते ज्ञात नही हो पाए है। हादसों की सूचना पाकर पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई। सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया और मामले की जांच में जुटी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोहना से पलवल आवाजाही वाले सडक़ मार्ग पर गांव सांचौली के समीप यह सडक़ हादसा भोर सवेरे उस वक्त हुआ, जब घने कोहरे की वजह से 2 डंपर आमने-सामने टकरा गए। इनमें से एक डंपर हादसे के बाद सडक़ किनारे हाईटेंशन लाइन के पोल से जा टकराया। जिससे ट्रांसफार्मर नीचे गिर गया जबकि दूसरा डंपर सडक़ किनारे बने एक बिल्डिंग मैटेरियल के कार्यालय में जा घुसा। हादसे में डंपर चालकों समेत कई घायल हुए है। जिन्हे उपचार के लिए नजदीक के चिकित्सालय में ले जाया गया है। हादसे की सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी है। हादसे में बिजली का खंभा टूटने और उस खंभे पर रखी बिजली आपूर्ति करने वाला ट्रांसफार्मर नीचे गिरने से आसपास एरिया की बिजली गुल हो गई है। इसके अलावा गांव खेड़ाखलीलपुर के पुल से थोड़ा आगे एक ट्राला का टायर पंचर होने पर ट्राला सडक़ किनारे खड़ा था। तभी दूसरी तरफ से तेज रफ्तार में दौड़े आ रहे एक बड़े कंटेनर ने ट्राला में टक्कर मार दी। हादसे में परिचालक घायल हुआ है। देखने में आ रहा है कि इलाके में घने कोहरे के चलते सडक़ों पर वाहन बहुत ही धीमी गति से दिन में लाइट जलाकर चल रहे है। शाम ढलते-ढलते तो इतना घना कोहरा बन जाता है कि दृश्यता शुन्य तक पहुंच जाती है। सुबह 8 बजे तक भी कोहरे का ज्यादा असर होता है। यह सडक़ हादसा गांव आकेडा चौकी के पास उस वक्त हुआ, जब घने कोहरे व धुंध के चलते दृश्यता 15 मीटर से भी कम थी। जिससे एक के बाद एक कर 4 डंपरों की आपस में भिडंत हो गई। हादसे की जांच में सामने आया है कि एक डंपर चलते-चलते अचानक पंचर होकर खड़ा हो गया कि तभी पीछे से आ रहे 3 डंपर चालकों को धुंध के कारण खड़ा डंपर दिखाई नही दिया और वह उससे टकराते चले गए। चारों डंपरों में पत्थर भरे हुए थे, जो डंपरों के पलटने से सडक़ पर बिखर गए और सडक़ मार्ग अवरूद्ध होने से एक तरफ की आवाजाही रूकने पर पहले निकलने के चक्कर में वाहनों के आड़े-तिरछे खड़े हो जाने से दोनों तरफ के वाहनों की आवाजाही रूकने पर वाहन जाम लगने पर उसमें फंस गए। हालांकि नजदीक की पुलिस चौकी से पहुंचे पुलिस जवानों ने लगे जाम को खुलवाने का अथक प्रयास किया लेकिन कामयाबी नही मिली। जिस पर और पुलिस जवान भेजकर जैसे-तैसे यातायात को सुचारू बनाकर अवरूद्ध सडक़ मार्ग को खुलवाया गया और खराब डंपरों को के्रेन की मदद से सडक़ से हटवाया गया है। मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसे की वजह तेज धुंध के साथ-साथ डंपरों के आगे-पीछे रिफलेक्शन पटिटयों का ना होना है। अगर डंपरों के आगे-पीछे अंधेरे व कोहरे में चमकने वाली रिफलेक्शन पटटी होती तो हादसे को टाला जा सकता था। सोहना व्यापारमंडल संघ के प्रधान मनोज बजरंगी, नगरपरिषदपार्षद राजीव यादव बालूदिया, कांग्रेस नेता पहलवान सतबीर खटाना दमदमिया और इनेलो के वरिष्ठ क्षेत्रीय नेता व पूर्व जिलापार्षद रोहताश खटाना लोहटकी का कहना है कि यातायात पुलिस को चालान काटने तक सीमित नही रहना चाहिए बल्कि घने कोहरे व अंधेरे में होने वाले हादसों से बचाव के लिए वाहन चालकों को जागरूक बनाने के लिए विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाने की पहल करनी चाहिए और वाहन चालकों को इस बात के लिए जागरूक बनाना चाहिए कि वाहन छोटा हो या बड़ा, सभी 4 पहिया वाहन चालक अपने-अपने वाहनों में आगे-पीछे घने कोहरे व अंधेरे में होने वाले हादसों से बचाव के लिए रिफलेक्शन पटिटयों को अपनी मौजूदगी में लगवाए और कही भी सडक़ हादसा होने पर तुरंत क्रेन के जरिए क्षतिग्रस्त वाहन को सडक़ से हटाने को तरजीह दी जाए ताकि आम जनमानस को परेशानियां ना झेलनी पड़ी।
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