सोहना,(उमेश गुप्ता): एक ओर जहां देश में पर्यावरण दूषित हो रहा है और धार्मिक आस्था से जुड़ी गंगा-यमुना भी प्रदूषित हो रही है, वही दूसरी ओर धार्मिक स्थल के रूप में विश्व विख्यात गर्मचश्मा श्रीशिव
ुंड का महत्व और बढ़ गया है, जिसकी विशेष महता प्राकृतिक गंधक युक्त गर्म जल है। वैज्ञानिकों के शोध करने पर खुलासा हुआ है कि सोहना के गर्मचश्मा श्रीशिवकुंड में स्नान करने से चर्म रोग के साथ-साथ कई असाध्य रोग भी ठीक हुए है। वही गंधक युक्त पानी चर्म रोगियों के लिए तो रामबाण का काम कर रहा है। बता दें कि यहां पर सर्दी के मौसम में मकरसंक्रांति पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ आती है और देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केन्द्र बनने से गर्मचश्मा श्री शिवकुंड के प्रति लोगों का दिन-प्रतिदिन रूझान बढ़ता जा रहा है। यहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु ना केवल गर्म जल में स्नान कर अपने आपको पवित्र व धन्य मानते है बल्कि मंदिरों में पूजा अर्चना कर मन्नते भी मांगते है। किवंदती है कि यहां पूजा करने से मनोवांछित फल भी मिलते है। वैसे भी इस कुंड की मान्यता देश ही नही बल्कि विदेश में भी प्रख्यात है। ध्यान योग्य यह है देश की राजनीति की धुरी रहे पूर्व उपप्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल यहां स्नान करने आया करते थे। दिवंगत चौधरी देवीलाल चाहे प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अथवा देश के उपप्रधानमंत्री महीने में 20 दिन उनका पडाव सोहना में ही रहता था। यहां तक कि अपने मुख्यमंत्री काल में वह चंडीगढ़ कम और सोहना में ज्यादा रहते थे। उनका सपना था कि इस धार्मिक स्थल शिवकुंड को एक विश्व विख्यात पर्यटक स्थल के रूप में चमकाया जाए। जिसके लिए उन्होंने प्रयास भी किया। पहाडियों को काटकर काम्पलेक्स के नीचे से श्री शिवकुंड स्थल के लिए सडक़ का निर्माण कराया। इस सडक़ को लोग आज भी चौधरी देवीलाल सडक़ के नाम से पुकारते है। इतना ही नही उनकी इच्छा थी कि सोहना काम्पलेक्स से श्री शिवकुंड गर्मचश्मा तक वैष्णो देवी की तर्ज पर लिफ्ट की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए लेकिन उनका निधन से यह योजना आज भी अधर में लटकी है। बताते चले कि यहां पर गंगा स्नान पर्व हो या मकरसंक्रांति अथवा बैसाखी का त्यौहार, यहां ऐतिहासिक सरोवर गर्मचश्मा श्रीशिवकुंड प्रांगण में जुडऩे वाले मेला लोगों का मन बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेते है। दिल्ली, नोएडा, राजस्थान, यूपी, हरियाणा, उतरांचल, मध्यप्रदेश से स्नान करने आए राजेश मंगला, महावीर अग्रवाल, जगदीश प्रसाद, पुनीत कुमार, राखी देवी, याश,ु पुनीत मंगला, मधु देवी आदि ने बताया कि वे सभी तीर्थों पर घूम चुके है लेकिन सोहना का धार्मिक स्थल प्राकृतिक गंधक युक्त गर्म सरोवर में स्नान करने में एक अदभुत ही आनंद मिलता है और उनके परिवार में कई लोग ऐसे भी थे, जिन्हे चर्म रोग था। इस सरोवर में स्नान करने से उनके कष्ट भी दूर हो गए। तभी से उनकी इस विश्व विख्यात सरोवर के प्रति आस्था और ज्यादा बढ़ गई है। गर्मचश्मा श्री शिवकुंड प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अनुराग राणा, पूर्व अध्यक्ष शिवकुमार व योगेश राणा, राजेश राघव आदि ने बताया कि यहां गर्मचश्मा श्री शिवकुंड पर पर्यटकों के ठहरने, स्नान करने के लिए शिवकुंड कमेटी की ओर से विशेष प्रबंध रहता है, खासकर पर्व व मेले के आयोजन पर विशेष इंतजाम किए जाते है। यहां आने वाले पर्यटकों के लिए कुंड के साथ-साथ शहर के भीतर अनेक धर्मशाला बनी हुई है। यहां आने वाले श्रद्धालु स्नान के उपरांत पूजा पाठ कर यहां की सुप्रसिद्ध जलेबी का स्वाद लेना नही भूलते।
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