पुलिस ने 8 जिंदा गायों से भरा डंपर पकड़ा-गौतस्कर जान बचाकर भागे

Khoji NCR
2021-01-11 10:10:49

सोहना,(उमेश गुप्ता): बीती देर रात बजरंगदल, श्री राजपूत करणी सेना और गौरक्षा के लिए हरियाणा पुलिस में बनाई गई स्पेशल टास्क फोर्स पुलिस टीम ने घेराबंदी डाल जब चोरी से भरकर लाई जा रही गायों से भरे

क हाईवा डंपर को पकडऩा चाहा तो डंपर में सवार गौतस्करों ने अपने को घिरा देख पथराव शुरू कर दिया और डंपर चालक ने डंपर को तेज रफ्तार में दौड़ाना चाहा लेकिन पुलिस और गौरक्षकों की घेराबंदी में अपने को घिरते देख डंपर में सवार गौतस्कर डंपर को रेत में फंसा छोड़ जान बचाकर भागने में कामयाब रहे है। डंपर से जिंदा हालत में 8 गाय बरामद हुई है जबकि गौतस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे। पुलिस का कहना है कि गौतस्करों की पहचान का प्रयास हो रहा है। जैसे ही गौतस्करों की सही से पहचान होगी, उनके खिलाफ गौसंवर्धन एवं गौसंरक्षण कानून के तहत 3/13(1), 8/13(3), 17 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करने में देरी नही की जाएगी। बरामद जिंदा गौधन की हालत ज्यादा खराब देख पशु चिकित्सक को मौके पर बुलाया गया है। पुलिस का कहना है कि घायल गौधन की हालत में सुधार आने पर बरामद गौधन को पुलिस सुरक्षा में गौशाला में भेज जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार बजरंगदल के एक कार्यकर्ता को मुखबिर खास से सूचना हाथ लगी कि गौतस्करी व गौकशी करने वाले लोग सडक़ों पर रात में बेसहारा होने से आवारा घूमने वाली गायों को एक डंपर में भरकर कनीना-रेवाड़ी से बाया तावडू-सोहना घाटी होकर मेवात में गौकशी के लिए ला रहे है। सोहना गौरक्षादल व बजरंगदल से सूचना से रेवाड़ी, धारूहेड़ा, भिवाड़ी, तावडू, सोहना पुलिस और सीआईए टीमों को सूचना से अवगत कराया। जिस पर सोहना गौरक्षादल और बजरंगदल व गौभक्तों ने पुलिस के साथ मिलकर कई जगह पुलिस नाके लगा दिए। इसी बीच पुलिस की एक छापामार टीमें जगह-जगह छुपकर खड़ी हो गई और जैसे ही डंपर पुलिस को देख रेवाड़ी से तावडू की तरफ भागा, विभिन्न थानों की पुलिस टीमें उसके पीछे लग गई। इसी बीच एक पुलिस नाके पर जब सामने से आ रहे उपरोक्त डंपर को देख गौरक्षा के लिए बनाई गई पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स टीम ने डंपर को रूकने का संकेत किया तो डंपर चालक ने डंपर को तेज रफ्तार में दौड़ा लिया। पुलिस डंपर को पकडऩे के लिए उसके पीछे लग गई। इसी बीच सीआईए पुलिस और आसपास लगते पुलिस थानों व सोहना गौरक्षादल, बजरंगदल को गायों से भरा डंपर भागने की सूचना देते हुए नाकेबंदी का आग्रह किया। सूचना मिलते ही सभी थानों की पुलिस और सीआईए पुलिस की टीमें सडक़ पर आ गई और जगह-जगह पुलिस नाके लगा दिए। गौरक्षादल के कार्यकर्ता भी पुलिस को सहयोग देने लगे और एक स्थान पर डंपर का पीछा कर रहे पुलिस और आगे से गौरक्षा दल व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गायों से भरे डंपर को घेरने का प्रयास किया। अपने को पुलिस से घिरा देख डंपर में सवार गौतस्करों ने पथराव शुरू कर दिया लेकिन पुलिस, गौरक्षादल व बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने डंपर का पीछा नही छोड़ा। पुलिस और गौरक्षादल कार्यकर्ताओं को अपने पीछे लगा देख तेज रफ्तार में डंपर दौड़ा रहे डंपर चालक ने चालाकी दिखाई और पक्के सडक़ रास्ते को छोड़ लिंक रास्ते पर डंपर को भगाने लगा लेकिन एक स्थान पर डंपर रेत में फंस गया। इसी बीच पुलिस और अपने बीच कम फासला देख अपने को घिरे पाकर गौतस्कर जान बचाकर चकमा दे भागने में कामयाब रहे। पुलिस ने तुरत-फुरत में के्रन मंगाकर सडक़ किनारे रेत में धंसे डंपर को निकलवाया और तलाशी ली तो उसमें 8 गौवंश मुंह, पैर बांधे बुरी हालत में मिले। डंपर में मिले गौधन की इतनी गंभीर हालत रही कि तुरंत पशु चिकित्सालय से पशु चिकित्सक को बुलाकर उनका उपचार शुरू कराया गया है। पशु चिकित्सक का कहना है कि घायल गायों की हालत ज्यादा गंभीर है। यथा संभव उपचार किया जा रहा है। घायल गायों को जल्द आराम मिलेगा। गौरक्षा के लिए बनी स्पेशल टास्क फोर्स प्रभारी का कहना है कि पुलिस गौतस्करों की पहचान में जुटी है। पहचान होते ही गौतस्करों के खिलाफ गौसंवर्धन एवं गौसंरक्षण कानून के तहत 3/13(1), 8/13(3), 17 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करने में देरी नही की जाएगी। डंपर मालिक की पहचान का प्रयास हो रहा है। गौतस्करी में पकड़े गए डंपर को नए कानून के तहत कब्जा पुलिस में ले लिया है। हालांकि गौकशी और गौतस्करी के अनैतिक धंधे के खिलाफ मुस्लिम समाज के लोग आगे आ रहे है और इस अनैतिक धंधे में लगे लोगों को समाज विरोधी बताते हुए समाज के लोगों से ऐसे तत्वों के बहिष्कार का आग्रह कर रहे है लेकिन कम समय में ज्यादा पैसा कमाकर रातोंरात लखपति बनने के चक्कर में इस धंधे में लगे लोग अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है। क्षेत्र के गौरक्षकों में इस बात को लेकर भी खासा रोष देखने को मिल रहा है कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल सरकार ने गौतस्करी पर प्रभावी तरीके से रोक लगाने के लिए कड़ा कानून बनाया है। फिर भी गौतस्करी प्रभावी तरीके से नही रूक पा रही है। गौतस्करों के हौसले और ज्यादा बुलंद हो रहे है।

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