सोहना,(उमेश गुप्ता): हरियाणा युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व राज्य प्रवक्ता मनीष खटाना के अनुसार कांग्रेस पार्टी 15 जनवरी को काले कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन में राजभवन का घेराव करे
ी। उन्होने कहा कि सरकार काले कानून खत्म करने की बजाय लगातार बातचीत का ढोंग कर किसानों को तारीख पर तारीख दे रही है। 45 दिन से लाखों अन्नदाता दिल्ली की सीमाओं पर काले कानून खत्म करने की गुहार लगा रहे हैं। ठंड-बारिश में 60 से अधिक किसानों ने अपना बलिदान दे दिया है। आज हम सभी का कर्तव्य बनता है कि हम किसान-मजदूर की आवाज हर स्तर पर मजबूती से उठाएं। कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी शुरुआत से ही किसानों और मजदूरों की आवाज उठा रही है। संसद में कांग्रेस द्वारा इन कानूनों का विरोध किया गया। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा व पंजाब में इन काले कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर यात्रा निकाली। कांग्रेस पार्टी लगातार सडक़ से लेकर हर स्तर पर संघर्ष कर रही है। राहुल गांधी ने इन कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ लोगों के हस्ताक्षर राष्ट्रपति को सौंपे। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व राज्य प्रवक्ता मनीष खटाना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ इस मुश्किल घड़ी में हर स्तर पर खड़ी हुई है और उनकी हर संभव मदद कर रही है। आज हमारा अन्नदाता इस भीषण ठंड में खुली सडक़ों पर बैठा हुआ है और लगातार संघर्ष कर रहा है लेकिन भाजपा सरकार तानाशाही पर उतारू है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार यह तीनों काले कानून तुरंत प्रभाव से निरस्त करे और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बनाए। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व राज्य प्रवक्ता मनीष खटाना ने कहा कि सरकार बातचीत के नाम पर सिर्फ किसानों को बरगला रही है। शुरुआत से ही सरकार की नीयत में खोट रहा है। अब भी यह सरकार बातचीत के नाम पर सिर्फ दिखावा कर रही है। उन्होने कहा कि भाजपा सरकार को सिर्फ अपने कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों की ही चिंता है। किसान लगातार अपने प्राणों की आहुति दे रहे है लेकिन सरकार को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है। सरकार तानाशाही पर उतारू है। उन्होने कहा कि इस सरकार के द्वारा किसानों पर लगातार दमनपूर्वक कार्रवाई की जा रही है। उनके क्षेत्र रेवाड़ी में भी आंदोलनरत किसानों पर बर्बरतापूर्वक कार्रवाई की गई। भाजपा सरकार लगातार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। सरकार हठधर्मिता अपनाए हुए है। इस सरकार का लोकतंत्र में कोई विश्वास नहीं है। सरकार जिद छोडक़र यह कृषि विरोधी काले कानून तुरंत प्रभाव से वापस करे।
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