भ्रष्टाचार के आरोप में सिंगार गांव के प्राईमरी स्कूल के हेड टीचर को किया निलंबित।

Khoji NCR
2021-01-08 12:17:19

कमेटी की जांच के बाद विभाग ने की कार्रवाई। पुन्हाना, कृष्ण आर्य स्कूल के विद्यार्थियों की वर्दी, स्कूल के कमरों आदि में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे सिंगार गांव के प्राईमरी स्कूल के

हेड टीचर ईदरीश खान पर विभाग ने कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया है। अध्यापक पर भ्रष्टाचार के आरोप के साथ साथ मामले की जांच कर रही जांच कमेटी के साथ बदसलूकी व अधिकारियों के आदेशों की पालना ना करने पर कार्रवाई हुई। अध्यापक पर भ्रष्टाचार के आरोप करीब दो साल पहले गांव के ही एक समाजसेवी ने लगाये थे। जिसकी जांच के बाद विभाग ने कार्रवाई की है। आपकों बता दें कि सिंगार गांव के स्कूल में करीब दो वर्ष पहले गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा प्राईमरी स्कूल के हेड टीचर इदरीश के खिलाफ स्कूल के कमरो के निर्माण में हेराफेरी कर गबन, स्कूल के विधार्थियों की वर्दी व स्टेशनरी के सामान का वितरण नहीं करना व मिड डे मिल में फर्जी बच्चेंं दाखिल कर मिड डे मिल के राशन में हेरा फेरी करने की शिकायत उपमंडल अधिकारी पुन्हाना, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी नूंह, उपायुक्त नूंह सहित सीएम विडों में देकर कार्यवाही की मंाग की थी। शिकायत पर पुन्हाना के उपमंडल अधिकारी ने शिकायत पर खंड शिक्षा अधिकारी से जवाब मांगा। इसके बाद शिकायत निदेशक मौलिक शिक्षा अधिकारी हरियाणा के पास भेजी गई। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा अध्यापक के खिलाफ जांच कराई गई। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा पांच सदस्यीय टीम द्वारा पूरे मामले की जांच की गई। जांच कमेटी द्वारा जांच में बार बार उक्त अध्यापक को बुलाया गया लेकिन उक्त अध्यापक ने जांच में किसी प्रकार को कोई सहयोग नहीं किया। बल्कि जांच कमेटी में नियुक्त अधिकारियों के साथ बदस्कूली तथा स्कूल हेड के साथ भी गाली गलौच की बात सामने आई है। जांच कमेटी ने जांच में अध्यापक पर लगाये गये अधिक्तर आरोपों को सही पाया और कार्यवाही के लिये उच्च अधिकारियों से सिफारिश की। इस मामले में इससे पहले भी उपायुक्त के आदेश पर उपमंडल अधिकारी द्वारा जांच करने पर अध्यापक के खिलाफ कार्यवाही की गई थी। भ्रष्टाचार के आरोप पर जांच कमेटी द्वारा की गई जांच के बाद विभाग द्वारा अध्यापक को निलंबित कर दिया है। अध्यापक पर हुई कार्यवाही के बाद शिकायतकर्ता ने प्रशाासन पर विश्वास जताते हुये इसे न्याय कि जीत बताया है। स्टेशनरी व वर्दी से वचिंत रहे बच्चों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। शिकायतकर्ता ने बताया कि मिड डे मील की जांच विजिलेंस द्वारा की जा रही है। जिसमें अध्यापक ने फर्जी बच्चों का दाखिला दिखाकर मिड डे मिल में गबन कर रखा है।

Comments


Upcoming News