कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद राधिका खेड़ा (Radhika Kheda) ने पार्टी के छत्तीसगढ़ और कई शीर्ष नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस कार्यालय में उनके साथ र्दुव
्यवहार किया गया और अपशब्द कहे गए। राधिका ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को लेकर और कई नेताओं पर संगीन आरोप लगाए। कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद राधिका खेड़ा ने पार्टी के छत्तीसगढ़ और कई शीर्ष नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस कार्यालय में उनके साथ र्दुव्यवहार किया गया और अपशब्द कहे गए। भूपेश बघेल ने उन्हें छत्तीसगढ़ से खदेड़ दिया। राधिका ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को लेकर और कई नेताओं पर संगीन आरोप लगाए। साथ ही कहा कि शिकायत के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिला। मेरे कमरे का दरवाजा खटखटाते थे राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया प्रभारी सुशील आनंद शुक्ला ने मुझे शराब की पेशकश की और वह 5-6 पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मेरे कमरे का दरवाजा खटखटाते थे। ये बात मैंने सचिन पायलट, दीपक बैज और जयराम रमेश, पवन खेड़ा को सूचित किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। मुझे बाद में एहसास हुआ कि मुझे नजरअंदाज कर दिया गया, क्योंकि मैं पार्टी की हिंदू विरोधी विचारधारा का पालन नहीं करती थी। मल्लिकार्जुन खरगे को भेजा त्याग पत्र पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे त्याग पत्र में राधिका ने विभिन्न पदों समेत पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। राधिका खेड़ा ने यह भी दावा किया कि अयोध्या राम मंदिर जाने के बाद से ही पार्टी में उनका विरोध शुरू हो गया था और बाद में अभद्रता भी की गई। उन्होंने रायपुर में पार्टी दफ्तर में उनके साथ हुई बदसलूकी का हवाला देते हुए कहा कि माता कौशल्या के मायके (छत्तीसगढ़) में बेटी सुरक्षित नहीं है। राधिका ने रविवार को अपने त्याग पत्र में कहा कि राम की भक्त और एक महिला होने के नाते वह बुरी तरह आहत हैं। पार्टी में रामलला के दर्शन करने वाले नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।
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