पूर्व आईपीएस और बीजेपी प्रत्याशी देवाशीष धर को झटका लगा है। चुनाव आयोग ने देवाशीष धर का नामांकन रद्द कर दिया है। बीजेपी ने उन्हें बीरभूम से प्रत्याशी बनाया था। ममता सरकार ने देवाशीष धर को पद
ोड़ने के लिए नो ड्यूज सर्टिफिकेट नहीं दिया था। उधर देवाशीष ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। बीजेपी को इसका अंदेशा पहले से ही था। बीरभूम लोकसभा सीट पर बीजेपी को झटका लगा है। चुनाव आयोग ने बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व आईपीएस देवाशीष धर का नामांकन रद्द कर दिया है। 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी देवाशीष धर ने बीते महीने ही अपने पद से इस्तीफा दिया था। बीजेपी ने उन्हें बीरभूम से चुनावी मैदान में उतारा था। क्यों रद्द हुआ देवाशीष धर का नामांकन? बताया जा रहा है कि ममता सरकार ने देवाशीष धर को पद छोड़ने के लिए नो ड्यूज सर्टिफिकेट नहीं दिया था। इसी वजह से उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है। देवाशीष ने कहा कि वे इसे कोर्ट में चुनौती देंगे, क्योंकि एक और आईपीएस अधिकारी इस्तीफा देकर टीएमसी की टिकट पर मैदान में हैं। उन्हें, ममता सरकार ने नो ड्यूज सर्टिफिकेट दे दिया, लेकिन धर को नहीं मिला। देवाशीष ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। ममता के नहले पर बीजेपी का दहला! दूसरी ओर भाजपा नेतृत्व को पहले से आशंका थी कि ऐसा हो सकता है, क्योंकि ममता बनर्जी ने हाल ही में बीरभूम में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि देवाशीष धर को अभी हमने क्लीयरेंस नहीं दिया है। इसीलिए कल ही भाजपा की ओर से विकल्प के तौर पर एक और प्रत्याशी देवतनु भट्टाचार्य ने नामांकन दाखिल कर दिया था। पूर्व आईपीएस अधिकारी को ममता ने बनाया प्रत्याशी देवाशीष से पहले आईपीएस अधिकारी प्रसून बनर्जी ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया था। वह रायगंज रेंज के आईजी पद पर तैनात थे। प्रसून टीएमसी में शामिल हो गए थे। उन्हें पार्टी ने मालदा उत्तर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है
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