राजकीय महाविद्यालय कालका में साहित्यिक पाठ की एकाधिक व्याख्या गतिविधि आयोजित।

Khoji NCR
2024-03-05 10:50:09

खोजी/सुभाष कोहली कालका। राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या प्रोमिला मलिक के नेतृत्व में साहित्यिक क्लब शब्द शिल्प के अंतर्गत साहित्यिक पाठ की एकाधिक व्याख्या गतिविधि का आयोजन किया

या। मुंशी प्रेमचंद रचित कफन कहानी पर विद्यार्थियों ने कई दृष्टियों से चर्चा परिचर्चा की। प्राचार्या प्रोमिला मलिक ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मुंशी प्रेमचंद की कहानियों से हमें जिंदगी जीने की सीख मिलती है। कहानी और उपन्यास लिखने वालों में मुंशी प्रेमचंद कोहिनूर हीरा है जिन्हें हर उम्र व वर्ग के लोग पढ़ना पसंद करते हैं। प्रेमचंद रचित कफन कहानी केवल जीवन का ही कफ़न नहीं सिद्ध हुई बल्कि उनके संचित आदर्शों मूल्यों, आस्थाओं और विश्वासों का भी कफ़न सिद्ध हुई। यह मूल्य के खंडहर की कहानी है। उन्होंने कहा कि कफन श्रम के शोषण पर लिखी गई कहानी है। उन्होंने समाज के रीति रिवाज पर चर्चा की कि कैसा बुरा रिवाज है जिसे जीते जी तन ढंकने को चीथड़ा ना मिले उसे मरने पर नया कफन चाहिए। उन्होंने समाज में प्रचलित नशे वृत्ति पर भी चर्चा की। प्रस्तुत चर्चा में अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी और संस्कृत के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। विद्यार्थियों और अध्यापकों की चर्चा परिचर्चा बहुत तार्किक, उद्देश्य पूर्ण, प्रेरणादायक और सुव्यवस्थित रही। प्रस्तुत कार्यक्रम का आयोजन साहित्यिक क्लब शब्द शिल्प की प्रभारी प्रोफेसर पूजा सिंगल, अंग्रेजी विभाग अध्यक्षा प्रोफेसर डॉ मीनू ख्यालिया, प्रोफेसर डॉक्टर गीतांजलि, हिंदी विभाग अध्यक्षा प्रोफेसर डॉ बिंदु, प्रोफेसर डॉक्टर नीरू शर्मा, डॉ गीता डॉ रमाकांत, पंजाबी विभाग के प्रोफेसर जगपाल और संस्कृत विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर प्रदीप वैदिक रिसर्चर के मार्गदर्शन और दिशा निर्देशन में किया गया।

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