सोहना,(उमेश गुप्ता): बीती देर रात चोरी के पत्थरों से भरे एक ओवरलोड डंपर को पकडऩे के लिए एक छापामार टीम डंपर के पीछे लग गई। हालांकि डंपर चालक ने चालाकी दिखाते हुए पहले अपना पीछा कर रही छापमार टीम
ो चकमा देने और भागने का प्रयास किया लेकिन जब उसने देखा कि छापामार टीम उसका पीछा नही छोड़ रही है तो डंपर चालक ने चालाकी दिखाई और छापामार टीम को पीछा करते देख वापिस डंपर को सोहना शहर में ले आया तथा शहर में बालूदा रोड आवाजाही वाली सडक़ पर आबादी क्षेत्र के भीतर पत्थरों से भरे डंपर को घुसाकर बिजली आपूर्ति करने वाली लाइन तोड़ दी और सडक़ के बीचोबीच डंपर में भरे पत्थरों को डालकर डंपर को भगा ले गया। जैसे ही डंपर का पीछा कर रही टीम वहां आई, सडक़ पर पत्थरों को पड़ा देख भाग रहे डंपर का पीछा नही कर पाई और वापिस लौट गई। समाचार लिखे जाने तक डंपर से डाले गए पत्थर सडक़ पर पड़े है। गनीमत ये रही कि रात में सडक़ पर आवाजाही नही थी। अन्यथा कोई भी बड़ा हादसा बन सकता था। बिजली के खंभों पर लगी बिजली आपूर्ति बनाने वाली लाइन टूटने से प्रभावित क्षेत्र में बिजली आपूर्ति गुल हो गई। हाड़ कंपकंपा देने वाली ठंड और बर्फीली हवाओं के बीच जब पूरी रात लाइट नही आई तो परेशान लोग बुधवार की सुबह अपने घरों से बाहर निकल आए। लोगों ने पाया कि सडक़ पर जगह-जगह भारी-भरकम मोटे पहाड़ी पत्थर बिखरे पड़े है। बिजली के खंभों पर बिजली आपूर्ति बनाने के लिए लगाई गई लाइन टूटने पर सडक़ पर गिरी हुई है। जागरूक लोगों ने तुरंत ही पुलिस कंट्रोल रूम और बिजलीनिगम में हादसे की सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और जांच में जुटी है। बिजलीनिगम को भी हादसे से अवगत कराकर सडक़ पर गिरी बिजली तारों को खंभों पर लगवाकर बिजली आपूर्ति किए बहाल किए जाने का लोग आग्रह कर रहे है। लोगों का साफ कहना है कि यदि प्रभावित क्षेत्र में बिजली आपूर्ति सेवा जल्द बहाल नही की गई तो वह बिजलीनिगम कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर अधिकारियों का घेराव करेंगे। इधर पत्थरों से भरे ओवरलोड डंपर के छापामार टीम की पकड़ में आने से बचने के लिए डंपर को आबादी क्षेत्र में लाकर बिजली के खंभे पर लगी लाइन तोडऩे तथा डंपर में भरे चोरी के पत्थरों को बीच सडक़ पर ही गिराकर डंपर को भगा ले जाने वाला मामला शहर पुलिस थाना तथा देहात पुलिस थाना प्रभारी के संज्ञान में लाए जाने पर पुलिस ने अपने को पूरे मामले से अनभिज्ञ बताया और कहा कि ऐसा कोई मामला फिलहाल उनकी जानकारी में नही है। यदि कोई शिकायत आई तो शिकायत के आधार पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। नाम व पहचान गुप्त रखे जाने की शर्त पर कई युवकों ने बताया कि बीती देर रात सोहना घाटी वाले रास्ते से चौरी के पत्थरों से भरा एक ओवरलोड डंपर सोहना शहर के सडक़ मार्ग पर दौड़ता देख एक छापामार टीम डंपर के पीछे लग गई। छापामार टीम संभवतया खनन विभाग की रही होगी। एक वाहन में सवार छापामार टीम चोरी से भरे ओवरलोड डंपर को पकडऩे के लिए उसके पीछे लग गई। डंपर चालक पहले तो छापामार टीम को चकमा देने के लिए काफी देर तक एक से दूसरी सडक़ पर तेज रफ्तार में बेलगाम दौडक़र छापामार टीम को छकाता रहा। जब डंपर चालक ने देखा कि पीछा कर रही टीम उसे पकडऩे का प्रयास कर रही है और पीछा नही छोड़ रही है तो डंपर चालक ने चालाकी दिखाई और पीछा कर रही टीम को छकाते हुए वापिस सोहना शहर तक ले आया और फिर डंपर में भरे पत्थरों को शहर में बालूदा रोड आवाजाही वाले सडक़ मार्ग पर आबादी क्षेत्र के भीतर सडक़ के बीचोबीच डालकर तथा भागम-भागी में सडक़ किनारे खड़े बिजली के खंभों लगी लाइन को टक्कर मारकर गिराने के बाद बहुत ही तेजी से डंपर को भगा ले गया। फासला ज्यादा होने की वजह से डंपर भागने में कामयाब रहा और जब छापामार टीम वहां पहुंची तो डंपर हाथ में ना आने और डंपर में भरे पत्थरों को सडक़ के बीचोबीच पड़े देख वापिस लौट गई। बताया जा रहा है कि डंपर से सडक़ पर डाले पत्थर चोरी के है और डंपर चालक डंपर समेत भागने में कामयाब रहा है। इस वजह से कोई भी विभाग इस मामले में जिम्मेदारी लेने को तैयार नही है। समाचार लिखे जाने तक डंपर से सडक़ पर गिराए गए पत्थर सडक़ पर ही पड़े है। जिनसे कोई भी हादसा बन सकता है। वही बिजली आपूर्ति सेवा भी प्रभावित क्षेत्र में अभी तक बहाल नही हो पाई है। लोगों का साफ कहना है कि यदि प्रभावित क्षेत्र में बिजली आपूर्ति सेवा जल्द बहाल नही की गई तो वह बिजलीनिगम कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर अधिकारियों का घेराव करेंगे।
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